बठिंडा में भांजे व दामाद ने पहचाना कोरोना मृतक का शव, फिर रिश्तेदार बोला- लाश किसी और की, समाजसेवी संस्था के सदस्यों को पीटा, गाड़ी भी तोड़ी

सहारा जन सेवा के वर्कर पर हमला करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया केस, पुलिस ने कहा किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

बठिंडा। गांव भोखड़ा में सोमवार को कोरोना मृतक के संस्कार के समय बेहद अजब हंगामा हुआ। बठिंडा संस्था सहारा जनसेवा के दो वर्करों व एक अस्पताल सेहतकर्मी सहित तीन लोग पटियाला के राजिंदरा मेडिकल कालेज से 48 वर्षीय मृतक सकिंदर सिंह का शव लेने गए। वहां शव की पहचान मृतक के दामाद व भांजे ने की। शाम को करीब 5.30 बजे गांव के श्मशान घाट पर दाह संस्कार के समय मृतक के किसी रिश्तेदार व कुछ युवकों ने शव किसी और का होने को लेकर हंगामा मचा दिया। घटना में सामाजिक संस्था सहारा जन सेवा के वर्करों के साथ हाथों पाई करने वाले चार ज्ञात व 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

जैसे तैसे परिवार ने संस्कार किया, लेकिन इसके बाद श्मशान घाट के दरवाजे बंदकर संस्था की पीपीटी किट पहनी टीम पर हमला बोल दिया गया। किसी तरह गांव के सरपंच व वरिष्ठ लोगों ने उन्हें बचाया।

इसके बाद उन लोगों ने श्मशान घाट के बाहर संस्था की जिप्सी में भी तोड़फोड़ की तथा फरार हो गए। एसएचओ नहीयांवाला बूटा सिंह ने जहां मारपीट करने वाले युवकों की शिनाख्त की बात कही है, वहीं गांव के सरपंच फलेल सिंह ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। सहारा जनसेवा के प्रमुख विजय गाेयल ने कहा कि यह घटना बेहद दुखदायी है

सहारा जनसेवा के प्रधान ने कहा – घटना दुर्भाग्यपूर्ण, इससे मनोबल कम होगा

सहारा के विजय गोयल ने कहा कि टीम के अन्य तीन मेंबरों से मारपीट किए जाने व जिप्सी तोड़ने की घटना का पता लगते ही उन्होंने तुरंत एसएसपी बठिंडा व डीसी बठिंडा को पूरे मामले से अवगत करवाया तथा नहीयांवाला पुलिस ने थोड़े समय बाद ही गांव में रेड कर परिवार के किसी रिश्तेदार व कुछ लोगों को राउंड अप किया है।

विजय गोयल ने कहा कि कोरोना मृतक के शव को कहीं से भी लाने से लेकर संस्कार तक ना तो वह सरकार से कोई खर्च लेते हैं तथा ना ही परिवार से कोई पैसा लिया जाता है, लेकिन इस घटना ने वह व उनके वर्कर बहुत दुखी हुए हैं।

सरपंच व कुछ वरिष्ठ लोग बीच में नहीं आते तो जान को खतरा था

सोमवार सुबह सहारा वर्कर जग्गा व संदीप कुमार तथा एक अस्पताल के कर्मी पटियाला के राजिंदरा मेडिकल कालेज में 48 साल के गांव भोखड़ा के रहने वाले सकिंदर सिंह का शव लेने पहुंचे। वहां परिवार के दामाद व भांजे ने शव की शिनाख्त की तथा शव को गांव भाेखड़ा में लाया गया।

श्मशान घाट में उनके किसी रिश्तेदार व गांव के कुछ युवकों ने शव किसी और का होने को कहकर हंगामा कर दिया। संस्कार होते ही श्मशान घाट के दरवाजों को बंद कर लिया गया तथा उनके दोनों वर्करों जग्गा व संदीप पर हमला कर दिया बाहर खड़ी संस्था की गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए। विजय गोयल ने कहा कि गांव के सरपंच व कुछ वरिष्ठ लोग बीच में नहीं आते तो उनके वर्करों की जान को खतरा खड़ा हो गया था।

आरोपियों की शिनाख्त जारी

हमारे पास सहारा जनसेवा की शिकायत आई थी। टीम के सदस्यों से कुछ लोगों ने मारपीट व धक्का-मुक्की की है। पुलिस उन लोगों को ढूंढ रही है व बयान लिए जा रहे हैं। इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
बूटा सिंह, इंचार्ज, थाना नहीयांवाला

युवकों ने बेवजह हंगामा किया

संस्कार के समय कुछ युवकों ने बेवजह हंगामा कर दिया। संस्कार के बाद टीम के सदस्यों से मारपीट व गाड़ी भी तोड़ी गई है। इस घटना से परिवार जहां बहुत शर्मिंदा है, वहीं हमारे गांव के लिए भी यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
फलेल सिंह, सरपंच, गांव भोखड़ा

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