Coronavirus Vaccine: जॉनसन एंड जॉनसन ने रोका कोरोना वैक्सीन का ट्रायल, जानें क्यों लिया गया फैसला
Johnson Johnson ने कोरोना वायरस वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी है। सोमवार को कंपनी की तरफ से कहा गया कि वह वैक्सीन के ट्रायल को अस्थायी रूप से रोक रहा है क्योंकि उसके प्रतिभागियों में से एक व्यक्ति बीमार हो गया है।
न्यू ब्रुंस्विक (यूएस), एपी। दुनियाभर की दवा निर्माता कंपनियां कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए बड़े पैमाने पर परीक्षण कर रही हैं, जिसमें हजारों वॉलंटियर्स हिस्सा ले रहे हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बुरी खबर सामने आई है। कोरोना वैक्सीन पर काम कर रही अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने इसके ट्रायल पर फिलहाल रोक लगा दी है। कंपनी ने बताया है कि ट्रायल के दौरान एक वॉलंटियर के बीमार होने के बाद इसपर रोक लगाई गई है।
कंपनी ने बयान में कहा है कि हमने अपने कोरोना वायरस वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए वॉलंटियर्स को दी जाने वाली खुराक फिलहाल के लिए रोक दी है। इसमें फेज 3 का ट्रायल भी शामिल है। शोध के दौरान एक प्रतिभागी के बीमार होने की वजह से यह कदम उठाया गया है। हालांकि, कंपनी ने वॉलंटियर की गोपनीयता का हवाला देते हुए बीमारी के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
इस महीने की शुरुआत में जॉनसन एंड जॉनसन अमेरिका में वैक्सीन बनाने वालों की शॉर्ट लिस्ट में शामिल हुआ है। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन अमेरिका में चौथी ऐसी वैक्सीन है, जो क्लिनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में है। ट्रायल में हिस्सा लेने वाले किसी भी वॉलंटियर की किसी भी कारण से तबीयत खराब हो जाने की स्थिति में किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच हो जाने तक परीक्षण रोक दिया जाता है, ताकि प्रक्रिया पर भरोसा बना रहे।
जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगने की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब इससे पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन एस्ट्राजेनेका पर रोक लगा दी गई थी। ट्रायल में हिस्सा ले रहे एक ब्रिटिश वॉलंटियर के बीमार पड़ने के कारण यह कदम उठाया गया था। हलांकि, इसका ट्रायल फिर से शुरू हो चुका है। वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील एवं दक्षिण अफ्रीका से करीब 30,000 वॉलंटियर जुड़े हैं।
जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा कि यह अध्ययन पर रोक लगाई गई है. इसका मेडिकल से जुड़े रेगुलटरी बोर्ड की ओर से ट्रायल को रोके जाने से कोई मतलब नहीं है. जॉनसन एंड जॉनसन का कदम एस्ट्राजेनेका पीएलसी की तरह ही है. सितंबर में, AstraZeneca AZN.L ने अपने वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल पर रोक लगा दी थी.
एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन के एक अध्ययन प्रतिभागी में एक अस्पष्टीकृत बीमारी के कारण अपने ट्रायल पर रोक लगाई थी. हालांकि यूके, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और भारत में परीक्षण फिर से शुरू हो गए हैं, लेकिन अमेरिकी में ट्रायल अभी शुरू नहीं हो पाया है.
वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में संक्रामक रोगों के प्रोफेसर डॉ. विलियम शेफ़नर ने ईमेल द्वारा कहा कि एस्ट्राज़ेनेका के साथ जो हुआ उससे हर कोई अलर्ट पर है. यह एक गंभीर प्रतिकूल घटना होगी. यदि यह प्रोस्टेट कैंसर, अनियंत्रित मधुमेह या दिल का दौरा पड़ने जैसा कुछ था – उन्होंने इस कारण से ट्रायल नहीं रोका होगा.