पंजाब में किसान आंदोलन के कारण जम्मू-कश्मीर में गत सप्ताह से मालगाड़ियों के माध्यम से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आने वाला तेल ऑयल डिपुओं में नहीं पहुंच पा रहा है। इससे प्रदेश के विभिन्न जिलों सहित शहर के बाहरी क्षेत्रों में स्थित पेट्रोल पंप पर तेल की काफी किल्लत है। हालांकि शहर के कुछ पंप भी इस हड़ताल से प्रभावित हुए हैं लेकिन 250 ऑयल टैंकरों की मदद से पंजाब से हर रोज तेल मंगवाया जा रहा है जो 50 प्रतिशत मांग को ही पूरा कर पा रहा है। शहर के कुछ पेट्रोल पंप में ने तो नो पेट्रोल और डीजल के बोर्ड भी लगा दिए हैं।

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में करीब 1200 पेट्रोल पंप हैं। इनमें 600 से अधिक जम्मू रीजन में, 500 के करीब कश्मीर, जबकि लद्दाख यूटी में सौ फिलिंग स्टेशन हैं। 2018 से पहले जम्मू कश्मीर में केवल 538 पेट्रोल पंप थे। उसके बाद तेल कंपनी ने 600 से अधिक नए पेट्रोल पंप जम्मू कश्मीर में दिए। एक पेट्रोल पंप पर हर दिन पेट्रोल और डीजल की खपत 12 हजार से 36 हजार लीटर तक है। यह लोकेशन पर निर्भर करता है। जबकि एक पेट्रोल पंप की स्टोरेज कैपेसिटी 25 हजार लीटर से 40 हजार लीटर तक की है।