एलटीआरओ के जरिए RBI देगा 1 लाख करोड़ रुपये, जानिए कैसे और क्या होगा इसका आप पर असर

RBI LTRO (Long Term Repo Operation) Explained: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में टारगेटेड लॉन्‍ग टर्म रेपो ऑपेरशन (LTRO) 2.0 का ऐलान किया. आइए इसके बारे में जानते हैं कैसे और किस तरह से आप पर इसका असर होगा.

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नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) की वजह से अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को लगने वाले बड़े झटके को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैकिंग सेक्टर को काफी राहत दी है. आरबीआई गवर्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में टारगेटेड लॉन्‍ग टर्म रेपो ऑपेरशन (LTRO) 2.0 का ऐलान किया. इसके तहत वह 1 लाख करोड़ रुपये रुपये की सहायता उपलब्ध कराएगा. आइए जानें LTRO क्‍या होता है और अर्थव्‍यवस्‍था के लिए इसका क्या महत्व है.
आपको बता दें कि पॉलिसी के बाद कहा कि सितंबर में भी महंगाई की दर अपने लक्ष्य ऊपर रह सकती है. कोरोना संकट की वजह से मांग में कमी रह सकती है. भारत में कोरोनावायरस के संकट की वजह से रिजर्व बैंक स्थिति पर नजर रख रहा है. आरबीआई ने एलान किया है कि दिसंबर 2020 से आरटीजीएस किसी भी समय भी किया जा सकेगा.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सितंबर में भी महंगाई की दर अपने लक्ष्य ऊपर रह सकती है. कोरोना संकट की वजह से मांग में कमी रह सकती है. भारत में कोरोनावायरस के संकट की वजह से रिजर्व बैंक स्थिति पर नजर रख रहा है. आरबीआई ने एलान किया है कि दिसंबर 2020 से आरटीजीएस किसी भी समय भी किया जा सकेगा.

  • (1) सवाल-क्या होता है एलटीआरओ?
    जवाब-LTRO शब्‍द का चलन यूरोप में सॉवरेन डेट संकट के समय शुरू हुआ था. इसके तहत यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ECB) ने यूरोजोन के बैंकों को बहुत कम ब्‍याज दरों पर कर्ज उपलब्‍ध कराया था. बैंक अर्थव्‍यवस्‍था के बुनियादी सेक्‍टरों को ज्‍यादा कर्ज दे सकें, इसके लिए टीएलटीआरओ का इस्तेमाल किया जाता है.
  • (2) सवाल-एलटीआरओ से अर्थव्यवस्था पर कैसे असर होता है?
    जवाब- अक्सर इसके लिए केंद्रीय बैंक ब्‍याज की दरों को काफी कम रखता है. सस्‍ती दरों पर कर्ज की उपलब्‍धता होने से बैंकों की लिक्विडिटी बढ़ जाती है. इस तरह वे इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचाते हैं.
  • (3) सवाल-RBI कब करता है LTRO का इस्तेमाल-?
    जवाब- इस तरह की व्‍यवस्‍था का इस्‍तेमाल अमूमन संकट के समय किया जाता है. इसके पहले आरबीआई की टीएलटीआरओ स्‍कीम का फायदा पीएसयू और बड़ी कंपनियों को दिया गया था. तब केंद्रीय बैंक ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो टीएलटीआरओ 2.0 को लाया जाएगा. इससे बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस सेक्‍टर की जरूरतों को पूरा किया जाएगा.
  • (4) सवाल- LTRO से किसे और कैसे मिलेगी ये रकम?
    जवाब– कोरोना संक्रमण रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन जारी है. ऐसे आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं. इसीलिए RBI ने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए एलटीआरओ का ऐलान किया है. इससे माइक्रोफाइनेंस और गैर-बैंकिंग वित्‍तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की पैसों की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी. वित्‍तीय संस्‍थानों को इस फंड को एक महीने के भीतर इस्‍तेमाल करना होगा. आरबीआई कुल फंड का 50 फीसदी एनबीएफसी और एमएफआई के लिए आवंटित करेगा.

RBI Monetary Policy बैठक का फैसला आज आ गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI-Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने ब्याज दरों से लेकर कई और बदलावों की घोषणा की है. आइए आपको बताते हैं इस बैठक की 10 बड़ी घोषणाओं के बारे में और इससे आपको कैसे मिलेगा फायदा..

  1. RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. रेपो रेट 4% पर बरकरार है.
  2. MPC ने सर्वसम्मति से ये फैसला किया है कि रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रहेगा.
  3. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है. मौजूदा वित्त वर्ष में रिकॉर्ड अनाज का उत्पादन हुआ है. प्रवासी मजदूर एकबार फिर शहरों में लौटे हैं.
  4. ऑनलाइन कॉमर्स में तेजी आई है और लोग ऑफिस लौट रहे हैं. उम्मीद है कि फिस्कल ईयर 2021 की चौथी तिमाही के दौरान महंगाई में नरमी आएगी.
  5. दास ने कहा कि अर्थव्यवस्थआ में तेजी की उम्मीद बनी हुई है. हम बेहतर भविष्य के बारे में सोच रहे हैं. सभी सेक्टर में हालात बेहतर हो रहे है. ग्रोथ की उम्मीद दिखने लगी है.
  6. रबी फसलों का आउटलुक बेहतर दिख रहा है. महामारी के इस संकट अब कोविड रोकने से ज्यादा फोकस आर्थिक सुधारों पर है.
  7. आरबीआइ ने ऐलान किया है कि दिसंबर, 2020 से RTGS किसी भी समय भी किया जा सकेगा.
  8. आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2021 की जीडीपी में 9.5 फीसद की मंदी देखी जा सकती है. सितंबर महीने में पीएमआई बढ़कर 56.9 हो गया, यह जनवरी 2012 के बाद से सबसे अधिक है.
  9. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में उधार की औसत लागत 5.82 फीसद पर है, यह 16 साल में सबसे कम है.
  10. सहकारी बैंकों द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को दिये गये कर्ज पर दो प्रतिशत की दर से दी जाने वाली ब्याज सहायता को 31 मार्च 2021 तक के लिये बढ़ा दिया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने यह जानकारी दी. योजना की शर्तों में भी बदलाव किया गया है.

दिसंबर से 24 घंटे कर सकेंगे पैसों की जुड़ी इस सर्विस का इस्तेमाल

दिसंबर महीने से आपको बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक खुलने और बंद होने का इंतजार नहीं करना होगा.  भारतीय रिजर्व बैंक ने RTGS को 24 घंटे सातों दिन चालू रखने का ऐलान किया है. पॉलिसी के बाद RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि फंड ट्रांसफर की RTGS प्रणाली दिसंबर से चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी. आपको बता दें कि आरटीजीएस के तहत न्यूनतम ट्रांसफर अमाउंट 2 लाख रुपये है. RBI ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) सुविधा को पिछले साल से 24 घंटे के लिए शुरु कर दिया था.

जानिए क्या है RTGS
अगर आप पैसे का लेनदेन करते हैं तो सबसे तेज तरीका RTGS होता है, वैसे तो बहुत तरीके है पैसे किसी और को भेजने के जैसे की NEFT, IMPS आदि. आप इन तरीको से भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, लेकिन इसमें आपको ज्यादा चार्जेज देने पड़ते है और NEFT में आपके पैसे रियल टाइम में ट्रांसफर नहीं होते है इसमें कुछ टाइम लग सकता है मगर RTGS में पैसे रियल टाइम में ट्रांसफर हो जाते हैं. आईये जानते  RTGS के बारे में.

यह एक निधि अन्तरण (Fund Transfer) की प्रणाली है जिसके द्वारा आसानी से एक बैंक अकाउंट से दुसरे बैंक अकाउंट में आसानी से पैसे भेजे या प्राप्त किये जा सकते है. RTGS प्रणाली के द्वारा NEFT की तुलना में तुरंत पैसे भेजे या प्राप्त किये जा सकते है. Real Time का मतलब होता है की जैसे ही आप पैसे भेजते है तो तुरंत ही इसकी प्रकिया शुरू हो जाती है और Gross Settlement का मतलब होता है की One on One बेसिस पे सेटलमेंट होता है.
RTGS से कितना पैसा कर सकते हैं ट्रांसफर- आरटीजीएस (RTGS) से मुख्य रूप से 2 लाख रुपए या उससे ज्यादा रकम ट्रांसफर की जाती है. हालांकि इसके लिए खास समय निश्चित है. आरटीजीएस का रखरखाव करने वाले रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल में आरटीजीएस ट्रांसफर की टाइमिंग में डेढ़ घंटे तक का विस्तार भी किया है.

मौजूदा समय में RTGS की टाइमिंग- पिछले साल इसकी टाइमिंग शाम 4.30 बजे से बढ़ाकर 6.00 बजे करने का फैसला किया गया. RBI की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार

शुरुआत 8.00 बजे से
कस्टमर ट्रांजैक्शन 18.00 बजे तक
इंटर-बैंक ट्रांजैक्शंस 19.45 बजे तक
समाप्ति 20.00 बजे.

आरटीजीएस पेमेंट सिस्टम के मेंबर सरकार के स्वामित्व वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से लेकर प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक सहित अधिकांस कमर्शियल बैंक आरटीजीएस पेमेंट्स सिस्टम के सदस्य हैं.

समय के आधार पर आरटीजीएस चार्जेस इस प्रकार हैं- समय चार्जेस सुबह 8 बजे से 11 बजे तक शून्य 11 बजे से 13 बजे तक 2 रुपए 13 बजे से 18 बजे तक 5 रुपए 18 बजे के बाद 10 रुपए स्रोत

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