बिहार में एनडीए की प्रेस कॉन्फ्रेंस : भाजपा 121, जदयू 115 और मांझी की पार्टी हम 7 सीटों पर लड़ेगी; भाजपा बोली- पासवान स्वस्थ होते तो लोजपा के मामले में यह स्थिति ना बनती

नीतीश जी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एक दर्जन बार स्थिति स्पष्ट कर दी है, उसके बाद भी सवाल पूछा जा रहा है, ऐसे में क्या कर सकते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा से बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, भूपेंद्र यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल, प्रेम कुमार और सुशील कुमार मोदी के साथ-साथ अशोक चौधरी, आरसीपी सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह और ललन सिंह भी मौजूद हैं।

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पटना. एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर चल रही ऊहापोह के बीच भाजपा और जदयू की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि हम लोगों का एनडीए गठबंधन है और इसमें हम लोगों की बातचीत हो चुकी है। ऐलान नहीं किया गया था। जदयू के जिम्मे 122 सीटें दी गई हैं। हम पार्टी को इसी में 7 सीटें दी हैं। भाजपा के खाते में 121 सीटें हैं और वीआईपी को इन्हीं सीटों में से हिस्सा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा- कोरोना का जो प्रकोप दुनिया में हुआ है। हम लोगों ने बिहार में इसके लिए बहुत काम किया है। 10 लाख की आबादी पर जितनी जांच है बिहार में, देश के एवरेज से 3 हजार ज्यादा है। जिनकी मृत्यु होती है, वो दर भी कम है। ठीक होने वालों की संख्या 93 फीसदी से ज्यादा है।

एनडीए की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चिराग की नीतीश को चुनौती

इधर, एनडीए की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही थी और दूसरी ओर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान सोशल मीडिया पर नीतीश को चुनौती दे रहे थे। चिराग ने ट्वीट किया कि अगली सरकार बनते ही सात निश्चय योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर सभी दोषियों को जेल भेजा जाएगा।

दरअसल, चिराग का निशाना नीतीश पर था, जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में 7 निश्चय का वादा किया था। इसके तहत अलग-अलग क्षेत्रों में सरकार बनने पर किए जाने वाले कामों का जिक्र था। हाल ही में नीतीश ने कहा कि उन्होंने इन 7 निश्चय पर बहुत काम किया है और काफी काम बाकी है। इस बार भी वो 7 निश्चय लेकर जनता के बीच जाएंगे।

नीतीश बोले- कोई कहीं जाता है तो उसे प्रवासी कहना ठीक नहीं है

इससे पहले, प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश ने कहा कि मैं प्रवासी शब्द का पक्षधर नहीं हूं। कोई कहीं जाता है तो उसे प्रवासी कहना ठीक नहीं है। बिहार में क्या दूसरे राज्यों के लोग नहीं हैं। केरल के लोग या महाराष्ट्र के लोग बिहार में नहीं हैं क्या? बिहार के लोग जो बाहर गए थे, हमने एक-एक से संपर्क किया। 21 लाख लोगों को एक-एक हजार रु की सहायता दी।

उन्होंने कहा- हम मिलकर काम कर रहे हैं, मिलकर काम करेंगे। और, किसी भी तरह की कोई गलतफहमी नहीं है। किसी को अगर कुछ कहने से आनंद आता है, तो बोलता रहे। इस बार परिस्थितियां रही हैं, उस दौरान थोड़ा देरी हुई है। अब हर चीज के बारे मेें फैसला हो चुका है। कैंडिडेट के बारे में भी फैसला हो गया है। इसका ऐलान किया जाएगा।

बिहार एनडीए में वही रहेगा, जो नीतीश जी को एनडीए का नेता स्वीकार करेगा- सुशील मोदी

सुशील मोदी ने कहा- संजय जायसवाल ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार एनडीए में वही रहेगा, जो नीतीश जी को एनडीए का नेता स्वीकार करेगा। सरकार बनी तो मुख्यमंत्री भी नीतीश होंगे। कोई कन्फ्यूजन ना रखें। राम विलास पासवान बीमार हैं। दिल्ली में हैं। अगर वह स्वस्थ होते तो लोजपा के मामले में ऐसी स्थिति ना बनती।

नीतीश जी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एक दर्जन बार स्थिति स्पष्ट कर दी है, उसके बाद भी सवाल पूछा जा रहा है, ऐसे में क्या कर सकते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा से बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस, भूपेंद्र यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल, प्रेम कुमार और सुशील कुमार मोदी के साथ-साथ अशोक चौधरी, आरसीपी सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह और ललन सिंह भी मौजूद हैं।

पहले वीआईपी के मुकेश सहनी के मौजूद रहने की चर्चा थी

इस बात की भी चर्चा थी कि संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीआईपी के मुकेश सहनी भी मौजूद रहेंगे। वे आज ही नई दिल्ली से पटना पहुंचे हैं। मुकेश ने शनिवार को महागठबंधन द्वारा सीटों के बंटवारे की घोषणा के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनचाही सीटें न मिलने पर महागठबंधन से अलग होने की घोषणा की थी।

इसके बाद वह दिल्ली गए थे, जहां भाजपा के नेताओं के साथ उनकी बैठक हुई। बैठक में वीआईपी के एनडीए का हिस्सा बनने की बात तय हुई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए में शामिल हम का कोई नेता मौजूद नहीं रहेगा।

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