संयुक्त राष्ट्र ने किया सोनू सूद को सूद को सम्मानित, प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए मिला ‘ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड’

बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की ओर 'एडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड' से सम्मानित किया गया है. ये अवार्ड उन्हें प्रवासी मजदूरों, छात्रों और अन्य जरूरतमंदों की मदद करने के लिए मिला है.

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लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूरों काे उनके घर पहुंचाने और कई मजदूरों के रोजगार की व्यवस्था करने वाले अभिनेता साेनू सूद काे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित एसडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवाॅर्ड से नवाजा गया है। अवाॅर्ड उन्हें लाॅकडाउन के दाैरान किए गए पराेपकारी कार्याें के लिए दिया गया है। उन्हें यह सम्मान सोमवार को वर्चुअल समारोह में दिया गया।

कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में फंस प्रवासी मजदूरों की मदद करने वाले सोनू को ‘एडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया. उन्हें ये सम्मान सुंयक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम(यूएनडीपी) ने दिया है. सोनू सूद को ये अवार्ड सोमवार शाम वर्चुअल सेरेमनी के दौरान दिया गया. ये सम्मान मिलने पर सोनू सूद ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि वह यूएनडीपी और इसके प्रयासों को भी सपोर्ट करेंगे.

यूएनडीपी का ‘एडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड’ मिलने के बाद सोनू सूद ने कहा,”यह एक दुर्लभ सम्मान है. संयुक्त राष्ट्र की मान्यता बहुत ही स्पेशल है. मैं वो किया, जो मैं अपने तरीके से थोड़ा-बहुत में कर सकता था. ये सब मैंने अपने देश के लोगों के लिए किया, बिना किसी उम्मीद के. लेकिन ये सम्मान और पहचान मिलने से अच्छा लग रहा है.”

सोनू सूद ने आगे कहा,”मैं 2030 तक एसडीजी प्राप्त करने के अपने प्रयासों में यूएनडीपी का पूरा समर्थन करता हूं. इन लक्ष्यों के कार्यान्वयन से पृथ्वी और मानव जाति को बहुत लाभ होगा.” यूएनडीपी का ये अवार्ड पाने वाले वह दूसरे भारतीय कलाकार हैं. इससे पहले प्रियंका चोपड़ा को ये सम्मान मिल चुका है. इनके अलावा ये अवार्ड पाने वालों में एंजेलिना जोली, डेविड बेखम, लियानार्दो डिक्रेप्रियो, एम्मा वाटसन, लियाम नीसोन, कैट व्लांचैट, एंटोनियो बैंडरस और निकोल किडमैन के नाम शामिल हैं.

 

यहां देखिए सोनू सूद का इंस्टाग्राम पोस्ट-

 

इसलिए मिला ये सम्मान

सोनू सूद को ये सम्मान देशभर में फंसे हजारों प्रवासी और छात्रों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए मिला है. इसके अवाला युवा बच्चों को निशुल्क शिक्षा और मेडिकल सुविधाएं और कोरोना महामारी से प्रभावित हुए बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए दिया गया है. सोनू सूद से मदद पाने वाले या प्रभावित लोगों ने उन्हें ‘मजदूरों का मसीहा’ बताया है.

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