बठिंडा में सात और प्राइवेट अस्पताल को मिली आरएटी कोरोना टेस्ट की मंजूरी, अस्पतालों और लैब को स्वास्थ्य विभाग की ओर से आरएटी किटें मुफ्त दी जाएंगी

इसके बाद शहरवासी 250 रुपये की सरकारी तय फीस देकर इन दस अस्पतालों से अपना कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट करवा सकेंगे। इसकी रिपोर्ट उन्हें आधे घंटे के भीतर मिल जाएगी। गौर हो कि सरकार ने यह मंजूरी देने से पहले शर्त रखी थी कि सिविल सर्जन उन निजी अस्पतालों, क्लीनिक व लैब को कोरोना टेस्ट की मंजूरी देंगे, जोकि विभाग की तरफ से दी जाने वाली आरएटी किटों से टेस्ट करने के लिए इच्छुक होंगे। टेस्ट करने के लिए उन्हें सेहत एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करना होगा। ट्रेनिग देने के बाद शुरू हुआ अस्पतालों में काम सेहत विभाग के जिला डेंटल हेल्थ आफिसर कम ट्रेनिग के नोडल अधिकारी डॉ. नरेश सिगला ने बताया कि सेहत विभाग ने कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट करने के लिए पहले बठिडा जिले के दिल्ली हार्ट, आदेश अस्पताल व चहल अस्पताल की ही मंजूरी दी थी।

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बठिडा : कोरोना महामारी के फैलाव पर जल्द अंकुश लगाने और तेजी से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान कर उनका समय पर इलाज हो सके। इसके लिए पंजाब सरकार ने निजी अस्पतालों, क्लीनिक और लैब को कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट (आरएटी) करने की मंजूरी दे दी है। हालांकि, बठिडा जिले में पहले केवल तीन अस्पतालों को ही कोरोना टेस्ट की मंजूरी दी थी, लेकिन जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले के सात और निजी अस्पताल व लैब को कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट करने की मंजूरी हाल ही में दी हैं।

नए अस्पतालों के डाक्टर व स्टाफ कोरोना टेस्ट लेने से लेकर उसकी जांच करने की प्रकिया की पूरी ट्रेनिग भी दी जा चुकी है। इसके बाद शहरवासी 250 रुपये की सरकारी तय फीस देकर इन दस अस्पतालों से अपना कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट करवा सकेंगे। इसकी रिपोर्ट उन्हें आधे घंटे के भीतर मिल जाएगी। गौर हो कि सरकार ने यह मंजूरी देने से पहले शर्त रखी थी कि सिविल सर्जन उन निजी अस्पतालों, क्लीनिक व लैब को कोरोना टेस्ट की मंजूरी देंगे, जोकि विभाग की तरफ से दी जाने वाली आरएटी किटों से टेस्ट करने के लिए इच्छुक होंगे। टेस्ट करने के लिए उन्हें सेहत एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करना होगा। ट्रेनिग देने के बाद शुरू हुआ अस्पतालों में काम सेहत विभाग के जिला डेंटल हेल्थ आफिसर कम ट्रेनिग के नोडल अधिकारी डॉ. नरेश सिगला ने बताया कि सेहत विभाग ने कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट करने के लिए पहले बठिडा जिले के दिल्ली हार्ट, आदेश अस्पताल व चहल अस्पताल की ही मंजूरी दी थी।

इसके बाद जिले के कुछ और अस्पतालों ने रैपिड टेस्ट करने की मंजूरी के लिए विभाग के पास अप्लाई किया था। इसमें अरूणा अस्पताल, इंद्राणी अस्पताल, पंजाब कैंसर केयर अस्पताल, गुरु गोबिद सिंह रामा रिफाइनरी, भसीन लैब व लाइफ लाइन अस्पताल को कोविड-19 के रैपिड एंटीजेन टेस्ट करने की नई मंजूरी दी हैं। डॉ सिगला ने बताया कि इन नए सात अस्पताल के स्टाफ व डाक्टरों को कोरोना टेस्ट लेने की ट्रेनिग दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि मरीजों से टेस्ट के लिए 250 रुपए ले सकते हैं। बता दें कि सेहत विभाग द्वारा इन अस्पतालों को आरएटी किटे मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाएंगी। सेहत विभाग का माना है कि अगर ज्यादा से ज्यादा जगहों पर कोरोना टेसट होंगे, तो एक सरकारी अस्पतालों में टेस्ट करने का बोझ कम होगा और लोग ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करवा सकेंगे।

पहले निजी अस्पतालों को आरएटी करने की थी इजाजत पहले केवल उन्हीं निजी अस्पतालों को आरएटी करने की इजाजत थी जिन्हें आईसीएमआर से अनुमति मिली हो, लेकिन अब डीसी और सिविल सर्जन भी अनुमति लेकर रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू किए जा रहे है। इसके लिए सेहत विभाग ने जिला स्तर पर ही मंजूरी देने के लिए डीसी व सीएमओ को पावर दे दी हैं। इन अस्पतालों और लैब को स्वास्थ्य विभाग की ओर से आरएटी किटें मुफ्त दी जाएंगी। नोडल अफसर डा. नरेश सिगला ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना टेस्ट की मंजूरी देने का मकसद कोरोना के मरीजों की समय पर पहचान हो सके और इनका तुरंत इलाज शुरू हो, इसके लिए सरकार ने जिला स्वास्थ्य अथॉरिटी द्वारा रजिस्टर्ड होने के बाद प्राइवेट अस्पतालों, क्लीनिकों और लैबों को कोविड-19 के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) करने की इजाजत दी जा रही हैं। इन नियमों पर दी गई हैं मंजूरी

यह टेस्ट करने वाले अस्पतालों पर कुछ नियम भी लागू किए गए है। इसमें अस्पताल, लैब के पास कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के लिए अलग स्थान होना चाहिए। सैंपल लेते समय निजी सुरक्षा को यकीनी बनाया जाना जरूरी होगा। बायो मेडिकल वेस्ट के निपटारे के लिए योग प्रबंध होने भी जरूरी होगा। रैपिड टेस्ट के सभी नतीजे को सेहत विभाग की तरफ से मुहैया करवाई गई आईडी के अनुसार आईसीएमआर के पोर्टल पर दर्ज करना होगा। वहीं मरीजों के रिकॉर्ड की अच्छी तरह संभाल करनी होगी। सरकारी लैबों में मुफ्त होगी जांच

विभाग द्वारा दिए गए लॉग-इन आईडी का प्रयोग कर आरएटी के नतीजे आईसीएमआर पोर्टल में एंटर किए जाते हैं। जो पॉजिटिव और निगेटिव पाए गए हैं, उनके एनपी एवं ओपी स्वैब को वीटीएम में एकत्रित करके कोविड-19 टेस्ट की जांच के लिए रियल टाइम आरटी -पीसीआर प्रयोगशाला को भेजा जाना चाहिए। प्रमाणित निजी अस्पतालों व क्लीनिकों के भेजे सैंपलों की सरकारी लैबों में मुफ्त जांच होगी।

 

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