पंजाब में कृषि विधेयकों का विरोध:किसानों के हक में सूबे में प्रदर्शन तेज; मोगा में 15 मिनट जाम में फंसी एंबुलेंस, बरनाला में ट्रैक्टर को आग लगाई

राज्य के शहरी क्षेत्रों में दूध, सब्जियों आदि की सप्लाई प्रभावित हुई है, वहीं शराब के ठेके भी बंद जालंधर के अधिकतर इलाकों में दुकानें बंद, मकसूदां सब्जी मंडी में सुबह कुछ दुकानें खुली, पर किसानों के पहुंचते ही बंद कर दी गई गुरदासपुर, अबोहर, फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, तरनतारन और दूसरे तमाम इलाकों के भी हालात ऐसे ही

चंडीगढ़। तीन कृषि विधेयकों को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में भारत बंद के आह्वान का पंजाब में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सूबे में एकदम कर्फ्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं। बंद को दुकानदारों के अलावा हर वर्ग के कामगार, कलाकारों, व्यापारियों और सामाजिक, धार्मिक, संस्थाओं, क्लब के अलावा पार्टी हित से ऊपर उठे पंच-सरपंच और अन्य का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। इसके चलते आज राज्य के शहरी क्षेत्रों में दूध, सब्जियों आदि की सप्लाई प्रभावित हुई है, वहीं शराब के ठेके भी बंद हैं। किस इलाके में कैसे हैं हालात…

मोगा: मोगा-फिरोजपुर हाईपे पर गांव डगरू में किसानों ने जाम लगा रखा है। सुबह से जहां कोई भी वाहन नहीं गुजरने दिया जा रहा, वहीं दोपहर करीब साढ़े 12 बजे एक एंबुलेंस 15 मिनट तक फंसी रही। इसमें चीमा गांव की एक महिला रेप की कोशिश का विरोध करने पर सिर पर वार किए जाने की वजह से गंभीर घायल थी। उसे मोगा के सिविल अस्पताल से फरीदकोट गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

बरनाला के धनौला में अकाली दल के प्रदर्शनकारियों की तरफ आग लगाए जाने के बाद जल रहा ट्रैक्टर और आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड।
बरनाला के धनौला में अकाली दल के प्रदर्शनकारियों की तरफ आग लगाए जाने के बाद जल रहा ट्रैक्टर और आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड।

बरनाला: बठिंडा-चंडीगढ़ हाईवे पर स्थित बरनाला जिले के गांव धनौला में कृषि विधेयकों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल की तरफ से धरना दिया गया था। यहां केंद्र सरकार को किसानों की बर्बादी की तरफ इशारा करते एक ट्रैक्टर को आग लगा दी गई। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।

जालंधर में ट्रैक्टर लेकर रोड जाम करने पहुंचे किसान संगठनों के सदस्य।
जालंधर में ट्रैक्टर लेकर रोड जाम करने पहुंचे किसान संगठनों के सदस्य।

जालंधर: शहर के अधिकतर इलाकों में दुकानें बंद हैं। मकसूदां स्थित सब्जी मंडी में सुबह कुछ दुकानें खुली, लेकिन आंदोलनकारी किसानों के पहुंचते ही बंद कर दी गई। पुरानी सब्जी मंडी सुबह से ही नहीं खोली गई। अली मोहल्ला पुली से विभिन्न संस्थाओं के सदस्य दोपहिया वाहनों पर सवार होकर शहर में राउंड निकालने के लिए निकल रहे हैं। भगवान वाल्मीकि चौक में किसान और सब्जियों के थोक कारोबारियों ने धरना लगाकर रोष जताया।

लुधियाना के जगराओं पुल पर लुधियाना-फिरोजपुर रोड पर जाम लगाकर रोष जताते किसान।
लुधियाना के जगराओं पुल पर लुधियाना-फिरोजपुर रोड पर जाम लगाकर रोष जताते किसान।

यहां पूर्ण बंद है

गुरदासपुर जिले के बटाला, दीनानगर और दूसरे इलाकों में बंद का पूरा असर है। कहीं कोई दुकान वगैरह भी नहींं खुली। यही हालात अबोहर, फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, तरनतारन और दूसरे तमाम इलाकों के हैं। दुकानें और दूसरे कारोबार ही नहीं, आज ठेके भी पूरी तरह से बंद हैं। हां लुधियाना के बाजारों में दुकानें जरूरी खुली हैं, मगर यहां चहल-पहल न के बराबर ही दिखाई दे रही है।

बंद से जुड़ी कुछ अहम बातें

  • किसान संगठनों के अनुसार शनिवार रात तक बच्चों व महिलाओं के साथ किसान ट्रक पर ही डटे रहेंगे।
  • किसानों के आंदोलन के कारण रेलवे ने बुधवार को ही तीन दिन तक ट्रेनें न चलाने का ऐलान कर दिया था।
  • पंजाब रोडवेज कर्मचारियों की यूनियनों और निजी बस ऑपरेटरों ने आज सरकारी व निजी बसों का संचालन बंद रखा है।
  • इस प्रदर्शन में आढ़तियों के दोनों ग्रुप भी शामिल हैं, वहीं दूधियों ने भी सप्लाई बंद रखी।
  • कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में जहां महीनों के कर्फ्यू के दौरान सबकुछ बंद था, मगर शराब के ठेके खोलने की इजाजत सरकार ने दे दी थी, वहीं आज स्थिति इसके एकदम उलट है। सूबे में आज ठेके भी बंद हैं।

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