बॉर्डर पर चीन का खेल बिगाड़ेंगे ये 43 पुल, जानिए कहां बने हैं और सेना के लिए कितने अहम?

चीन की हर चाल पर भारत की नजर है. बॉर्डर पर सैनिक मुस्तैद हैं तो सीमा तक पहुंचने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज देश को 43 नए पुल मिल रहे हैं.

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लद्दाख सीमा पर चीन के साथ तनाव की स्थिति बरकरार है. इस बीच भारत की ओर से हर तरह की तैयारियां की जा रही है. एक तरफ सीमा पर जवानों की तैनाती बढ़ाई गई है. तो वहीं सीमा तक पहुंचने के लिहाज से इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को देश को करीब 43 पुल समर्पित कर रहे हैं. जिनका सामरिक लिहाज से काफी महत्व है, वो भी तब जब चीन बॉर्डर पर नापाक इरादों से नज़रें गढ़ाए बैठा है.

कहां पर बने हैं ये सभी पुल?
इन पुलों का निर्माण भारतीय सेना के ही सीमा सड़क संगठन (BRO) ने किया है. जिन 43 पुलों की आज शुरुआत हो रही है वो देश के सात राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में बने हैं. इनमें से कुछ पुल नदियों को पार करने, पहाड़ियों को लांघने के लिए बने हैं. इन जगह बने हैं ये 43 पुल…

•    जम्मू-कश्मीर – 10 पुल
•    लद्दाख – 7 पुल
•    हिमाचल प्रदेश – 2 पुल
•    पंजाब – 4 पुल
•    उत्तराखंड – 8 पुल
•    अरुणाचल प्रदेश – 8 पुल
•    सिक्किम – 4

सेना के लिए क्यों जरूरी हैं ये पुल?
दरअसल, पिछले कुछ वक्त में सीमा पर जिस तरह की हलचल बढ़ी है उसकी वजह से सेना की सभी टुकड़ियां अलर्ट पर हैं. फिर चाहे वो नॉर्थ में हो या फिर वेस्ट में. ऐसे में जरूरी है कि कम समय में सैनिकों, वाहनों और हथियारों को सीमा तक पहुंचाया जा सके. बॉर्डर पर पहुंचने के लिए कई बार दुर्गम इलाकों से गुजरना होता है, जहां पहाड़ियां, नदी, मौसम की खराबी जैसी मुश्किलों का सामना करना होता है. ऐसे में इन पुलों का निर्माण मुख्य रूप से सेना के टुकड़ियों को रवाना करने के लिए होता है.

चीन के लिए किस तरह का झटका है?
आज देश को समर्पित हो रहे 43 पुलों में से करीब 22 से अधिक ऐसे पुल हैं, जिनका सीधा संबंध चीन सीमा से है. कुछ अन्य भी बाद में जुड़कर उत्तरी बॉर्डर की ओर से मिलते हैं. इनमें लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में बनाए गए पुल भी शामिल हैं. ऐसे में चीन ने जिस तरह पिछले पांच महीने में लद्दाख सीमा में हलचल की है, उसकी वजह से लगातार सेनाओं की टुकड़ियों को लेह-लद्दाख भेजा जा रहा है.

कई बार सड़कों को बंद भी करना पड़ा है. दूसरी ओर लद्दाख से इतर चीन कई बार अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उत्तराखंड में भी चालबाजी करता नजर आया है. ऐसे में इन पुलों के शुरू होने से सेना को मूवमेंट में आसानी होगी.

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