बठिंडा। बस में बिना मास्क लगाए यात्री मिला तो ड्राइवर और कंडक्टर से भी जवाब-तलबी होगी। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग ने ये नई हिदायतें जारी की हैं। यह निर्देश बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए दिए गए हैं।
ध्यान रहे सरकार ने बसों को चलाने की मंजूरी देने के समय यह तय किया था कि बसों में बैठे यात्री का मास्क पहनना जरूरी होगा, लेकिन विभाग को शिकायत मिल रही थी कि कई रूटो पर बसों में यात्री मास्क नहीं पहन रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। विभाग के इंस्पेक्टरों की टीम रोजाना अलग-अलग जगहों पर बसों की चेकिंग करेगी। लंबे रूट पर 4 और छोटे रूटों पर 2 बार चेकिंग होगी।
इसमें विभाग के इंस्पेक्टर बिना टिकट यात्रियों के अलावा मास्क भी चेक करेंगे। इसके लिए विभाग के कर्मचारियों को खासतौर पर हिदायत दी गई है। चेकिंग टीम दूसरे जिलों की चेकिंग टीम से भी संपर्क में रहेगी ताकि पता लगाया जा सके कि किन बसों की चेकिंग हो चुकी है। ताकि बस यात्रियों को परेशानी से बचाया जा सके।
मिल रही थीं शिकायतें, निजी बसों पर भी नजर
अब सूबे में चलने वाली प्राइवेट बसों में भी यात्रा करने वाले यात्रियों को मास्क पहनने को लेकर विभाग सख्त हो गया है। विभाग के सामने ऐसा आया है कि कई रूट्स पर बसों में यात्री मास्क नहीं पहनते। अब विभाग इन प्राइवेट बसों में भी मास्क नहीं पहनने वालों पर शिकंजा कसेगा। इन बसों में भी सरकारी बसों की तरह चेकिंग की जाएगी। जिला परिवहन पदाधिकारियों को भी निर्देश दिये गए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि वाहनों के चालक एवं अन्य कर्मचारी सहित यात्री भी मास्क पहनकर रहें। ध्यान रहे सरकार ने बसों को चलाने की मंजूरी देने के समय यह तय किया था कि बसों में बैठे यात्री का मास्क पहनना जरूरी होगा। इसके लिए विभाग औचक चेकिंग भी शुरू की गई थी, लेकिन अब विभाग कुछ ऐसा करने की तैयारी कर रहा है कि बसों में इस बात की एक दो नहीं बल्कि कई जगह चेकिंग की जाएगी। ताकि ऐसे लोगों को पकड़ा जा सके। बिना मास्क मिलने पर यात्री से 500 रुपए जुर्माना भी वसूला जाएगा। यात्री से तो जुर्माना वसूला जाएगा, लेकिन ड्राइवर और कंडक्टर का कसूर मिला तो विभागीय कार्रवाई होगी।
बसों में प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं
सरकारी तथा निजी बसों में प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं। कई बार में बस में अधिक यात्री होने से शारीरिक दूरी का पालन नहीं होता है। कुछ लोग मास्क नहीं लगाते हैं। इतना ही नहीं बसों में यात्री छत से झूल रहे हैंडल पकड़ते हैं और सीट पर बैठने के दौरान भी सीट पर बने हैंडल पकड़ते हैं। जिससे संक्रमण फैल सकता है। प्रशासन भले ही लंबे समय से तैयारियों का दावा कर रहा हो, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सैकड़ों बसों में सैनिटाइजेशन तो दूर कई दिनों से उनकी धुलाई भी नहीं हुई है।