बठिंडा नगर निगम चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल ने हाईकोर्ट में अपील की दायर, मंगलवार को हदबंदी पर सुनवाई संभव
नगर निगम हदबंदी को लेकर सोमवार को आखिरी बार 35 से अधिक एतराज किए गए दायर शुक्रवार को नगर निगम द्वारा हदबंदी नोटिफिकेशन व नक्शा जारी करने के साथ ही शिअद नेतआों ने हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर ली थी। ऐसे में सोमवार को माननीय हाईकोर्ट में शिअद की तरफ से शहरी प्रधान व पूर्व पार्षद राजविंदर सिद्धू व कुलदीप नंबरदार अपील दायर कर चुके हैं जिसमें मंगलवार को सिंगल या डबल बैंच किसी भी समय सुनवाई कर सकती है।
बठिंडा। नगर निगम बठिंडा में बढ़ती आबादी जो करीब 4 लाख के करीब पहुंच चुकी है जबकि उसके मुकाबले राजनीतिक कारणों से अभी भी मात्र 50 वार्ड और इसमें भी अधिकतर वार्ड आरक्षित होने का विरोध शुरू हो गया है। फिलहाल नगर निगम हदबंदी को लेकर सोमवार को निगम में आखिरी दिन एतराज लिए गए। शुक्रवार को हदबंदी रिलीज करने के चलते मात्र एक ही दिन बाकी बचा था जहां सोमवार को 35 से अधिक एतराज दायर हुए जिसमें अधिकांश विपक्षी दल शामिल हैं। हदबंदी मामले में जहां कांग्रेस नेता वित्तमंत्री मनप्रीत बादल व वित्तमंत्री आफिस इंचार्ज व वित्तमंत्री के साले जयजीत जौहल के सामने बोलने की बजाए मन मसोस कर रह गए हैं, वहीं शिरोमणि अकाली दल ने हदबंदी को लेकर माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में अपील दायर कर दी है जिस पर मंगलवार को सिंगल बैंच सुनवाई कर सकती है। शिअद ने इस अपील में वार्डबंदी व जनगणना के ब्लाक को आधार बनाया है। ऐसे में अगर हाईकोर्ट में शिअद की यह अपील स्वीकार हो जाती है तो इस पर स्टे काफी हद तक संभव हो सकता है। पंजाब के जीरकपुर व एक अन्य जगह पर भी हाईकोर्ट से हदबंदी मामले में स्टे मिला बताया जा रहा है। शिअद के अनुसार कांग्रेस ने हदबंदी में कई ऐसी गलतियां की हैं जो उन्हें स्टे में मददगार हो सकती हैं।
कांग्रेसियों ने साधी चुप्पी, अकाली दल ने दिए एतराज
नगर निगम कमिश्नर के मार्फत लोकल निकाय विभाग को भेजने को निगम को दो दिन में 35 से कुछ अधिक एतराज मिले हैं। चुनाव लड़ने के चाहवान लोगों द्वारा दायर इन एतराजों को लेकर लोकल निकाय विभाग क्या सुनवाई करता है, यह देखने वाली बात है। कांग्रेस के सहयोग से निगम अधिकारियों द्वारा हदबंदी करने में की गई मेहनत इसी बात से नजर आती है कि अकाली दल से अधिक कांग्रेस में अपनी ही पार्टी के भीतर नाराजगी तेजी से पनप रही है।
हालांकि इस मामले में लोग टॉप टीम को सीधे कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन नेताओं व कार्यकर्ताओं के मन की टीस प्रशंसकों से घिरे बठिंडा इंचार्ज जयजीत जौहल तक पहुंचनी शुरू हो गई है। ऐसे हालातों में अब भी अगर स्थितियों को संभालने का प्रयास नहीं होता तो अंत: नुकसान शिअद के साथ कांग्रेस को भी होने वाला है, यह बात कांग्रेस को याद रखनी होगी।
हाईकोर्ट स्टे दे देता है तो चुनाव कई माह तक लटक जाएंगे
शुक्रवार को नगर निगम द्वारा हदबंदी नोटिफिकेशन व नक्शा जारी करने के साथ ही शिअद नेतआों ने हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर ली थी। ऐसे में सोमवार को माननीय हाईकोर्ट में शिअद की तरफ से शहरी प्रधान व पूर्व पार्षद राजविंदर सिद्धू व कुलदीप नंबरदार अपील दायर कर चुके हैं जिसमें मंगलवार को सिंगल या डबल बैंच किसी भी समय सुनवाई कर सकती है।
शिअद ने इस अपील में जनगणना के दौरान गिनती के लिए बनाए गए वार्डबंदी ब्लाकों को हटाने तथा कई वार्डों में एरिया को क्रास कर शहर के दूसरे हिस्सों को साथ जोड़ने आदि को अपील का आधार बनाया है। ऐसे में अगर हाईकोर्ट जीरकपुर व मोहाली की तर्ज पर शिअद को अगर हाईकोर्ट इसमें स्टे दे देती है तो चुनाव अगले कई माह तक लटक जाएंगे जिससे निगम में उच्च पदों पर आसीन होने के ख्वाब देख रहे नेतागणों के लिए यह सबसे दुखदायी खबर होगी।