पंजाबी यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन स्टडी को पंजाबी यूनिवर्सिटी ने सभी 130 गेस्ट फैकल्टी को कराया ज्वाइन

पहले चरण में 11 व 12 अगस्त जबकि दूसरे चरण में 17 से 20 अगस्त जबकि तीसरे चरण में 1 सितंबर तक सभी 130 गेस्ट फैकल्टी को नियुक्ति पत्र जारी उनके कॉलेजों में ज्वाइन करवा दिया। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रबंधक यही भ्रम पाले रहे कि अब ऑनलाइन पढ़ाई के चलते शायद गेस्ट फैकल्टी की जरूरत ही न पड़े जबकि हकीकत यह है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी के अनेक कांस्टीट्यूट कॉलेजों में अध्यापकों की लगभग सारी सीटें ही खाली हैं।

बठिंडा। पंजाबी यूनिवर्सिटी के शैक्षिक कैलेंडर के निर्धारित शेड्यूल के अनुसार 1 सितंबर से ऑनलाइन क्लासेज शुरू होने के साथ सिलसिलेवार प्रदेश के सभी 130 गेस्ट फैकल्टी को नौकरी पर रख लिया है, हालांकि इससे पहले तक हर साल जुलाई में विज्ञापन के जरिए भर्ती होती रही है अथवा पहले से काम कर रहे गेस्ट फैकल्टी का कार्यकाल अगले साल तक के लिए बढ़ा दिया जाता है, लेकिन इस बार सेशन 2020-21 शुरू होने पर अगस्त महीने तक ऐसी कोई प्रक्रिया शुरू नहीं करने से गेस्ट फैकल्टी बेचैन हो गए।

शैक्षिक कैलेंडर के मुताबिक कॉलेजों में प्रोमोट दूसरे, तीसरे, चौथे व पांचवें सेमेस्टर की ऑनलाइन पढ़ाई 20 अगस्त से शुरू कर दी गई। पंजाबी यूनिवर्सिटी की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई का वर्क लोड बढ़ने के साथ ही अलग-अलग 3 तारीखों में गेस्ट फैकल्टी को बतौर एसोसिएट प्रोफेसर की नौकरी पर रखा।

पहले चरण में 11 व 12 अगस्त जबकि दूसरे चरण में 17 से 20 अगस्त जबकि तीसरे चरण में 1 सितंबर तक सभी 130 गेस्ट फैकल्टी को नियुक्ति पत्र जारी उनके कॉलेजों में ज्वाइन करवा दिया। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रबंधक यही भ्रम पाले रहे कि अब ऑनलाइन पढ़ाई के चलते शायद गेस्ट फैकल्टी की जरूरत ही न पड़े जबकि हकीकत यह है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी के अनेक कांस्टीट्यूट कॉलेजों में अध्यापकों की लगभग सारी सीटें ही खाली हैं।

2019 का अभी तक नहीं दिया वेतन, 7 सितंबर तक का अल्टीमेटम

पंजाबी यूनिवर्सिटी के कांस्टीट्यूएंट कॉलेजों में एसोसिएट प्रोफेसर की सेवाएं देने वाले 130 गेस्ट फैकल्टी अध्यापकों को बीते सेशन 2019 का अभी तक वेतन जारी नहीं किया गया है। इन्होंने 22 जुलाई से नवंबर तक जबकि जनवरी से अप्रैल तक नियमित सेवाएं दीं। लॉकडाउन में भी सेवाएं निरंतर जारी रखते हुए 30 अप्रैल तक ऑनलाइन सिलेबस पूरा करवाया।

हालांकि रेगुलर अध्यापकों को नियमित तौर पर वेतन जारी होता रहा लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से गेस्ट फैकल्टी को वेतन नहीं दिया जिससे अध्यापक कोरोना संकट में अपने परिवारों का गुजारा करने में मुश्किलें झेल रहे हैं। पंजाबी यूनिवर्सिटी गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के प्रधान जसपाल सिंह का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण अध्यापकों को दो वक्त की रोटी का प्रबंध करना भी मुश्किल हो गया है।

एक-एक साल अध्यापकों का वेतन न अदा करना सीधा सीधा श्रम कानूनों का उल्लंघन है। डीन डॉ. गुरदीप सिंह बतरा ने सोमवार, 7 सितंबर तक वेतन जारी करने का भरोसा दिया है। गेस्ट फैकल्टी का इसी दिन तक का अल्टीमेटम है जबकि इसके बाद पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला का घेराव किया जाएगा।

20 कॉलेजों में सेवाएं देते हैं 130 गेस्ट फैक्लटी

पंजाबी यूनिवर्सिटी के 20 कॉलेजों में हर साल 130 गेस्ट फैकल्टी के तौर पर एसोसिएट प्रोफेसर रखे जाते हैं। इनका कार्यकाल 22 जुलाई से नवंबर जबकि जनवरी से अप्रैल तक का रहता है। पंजाबी यूनिवर्सिटी के 13 कांस्टीट्यूट कॉलेज हैं जबकि 5 नेबरहुड कॉलेज के अलावा बठिंडा व मोहाली में एक-एक रीजनल सेंटर हैं।

आर्थिक तंगी से गुजर रही पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की ओर से लंबे समय से इन कॉलेजों में नई भर्ती नहीं की जा सकी है जबकि समय के साथ-साथ रेगुलर प्रोफेसर सेवानिवृत होने की वजह से सीटें खाली होती जा रही हैं। कॉलेज संचालन के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से 21600 रुपए मासिक वेतन पर गेस्ट फैकल्टी से काम चलाया जाता है जिनकी सेवाएं सिर्फ पढ़ाई के दिनों के लिए ही जाती हैं जबकि परीक्षा के दिनों में इन्हें रिलीव कर दिया जाता है।

 

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