ऐप बैन से चीन परेशान:118 ऐप्स पर भारत में बैन के बाद चीन को टैगोर, योग और फिल्म दंगल याद आई; कहा- हमारे रिश्ते तो एक हजार साल पुराने, भारत को खतरा नहीं मानते

भारत सरकार ने बुधवार रात पबजी और लूडो समेत 118 ऐप्स को बैन कर दिया था 15 जून को गलवन में झड़प के बाद भारत ने तीसरी बार चीनी ऐप्स के खिलाफ एक्शन लिया

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बीजिंग. भारत सरकार द्वारा चीन के 118 और ऐप्स को बैन करने के बाद शी जिनपिंग सरकार परेशान है। मुश्किल वक्त में उसे गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगौर, भारत में योग और आमिर खान की फिल्म दंगल याद आ रहे हैं। चीन के विदेश मंत्रालय की मानें तो भारत ने अमेरिका के इशारे पर ऐप्स बैन किए हैं। चीन ने कहा- भारत से हमारे रिश्ते एक हजार साल पुराने हैं और दोनों देशों के नागरिकों को करीब आने का मौका देना चाहिए।

चीन का पहला बयान
भारत द्वारा 118 चीनी ऐप्स पर बैन के बाद चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री का बयान आया। इसके प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा- भारत ने गलत इरादे से चीनी कंपनियों पर कार्रवाई की है। यह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) के नियमों के खिलाफ है। हम मांग करते हैं कि भारत इस मामले में अपनी गलती सुधारे। कारोबारी रिश्तों का फायदा दोनों देशों को होगा। लेकिन, सही माहौल जरूरी है। इस बैन से दोनों पक्षों को ही नुकसान होगा।

दूसरा बयान
भारत के एक्शन पर चीन की तरफ से दूसरा बयान वहां के विदेश मंत्रालय का आया। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियांग ने बयान के नाम पर एक तरह से भाषण दिया। कहा- एकतरफ बैन लगाकर भारत अपने नागरिकों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। इससे हमारी कंपनियों को भी घाटा हो रहा है। मुझे हैरानी है कि जिस दिन भारत ने बैन का फैसला लिया उसी दिन अमेरिका ने दूसरे देशों से भी ऐसा ही करने को कहा। क्या इस मुद्दे पर भारत और अमेरिका एकसाथ खड़े हैं?

भारत से करीबी रिश्ते
चुनियांग ने आगे कहा- ये सभी को याद रखना चाहिए कि भारत से हमारे करीबी और ऐतिहासिक रिश्ते हैं। भारत और चीन प्राचीन सभ्यताएं हैं। कुछ वक्त के फायदे के लिए कदम उठाने से पहले हमें भविष्य को भी देखना चाहिए। हम पड़ोसी हैं। दोनों देशों के रिश्ते एक हजार साल पुराने हैं। रबिंद्रनाथ टैगौर चीन में बहुत मशहूर हैं। इसके अलावा चीन में योग और दंगल मूवी भी काफी पसंद किए जाते हैं। हमारे जेहन में यह कभी नहीं आया कि भारत हमारे लिए खतरा बन सकता है। उम्मीद है भारत इसे समझेगा।

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