स्वदेशी कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल्स शुरू; ‘शॉर्टेस्ट टाइम’ में सभी भारतीयों को वैक्सीन लगाने के लिए आईसीएमआर बना रहा है प्लान

अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन की नवंबर तक सभी राज्यों को वैक्सीन पहुंचाने की तैयारी चीन और रूस के वैक्सीन भी फेज-3 यानी अंतिम फेज के ट्रायल्स में, अप्रूवल जल्द

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कोरोनावायरस (कोविड-19) के केसेस पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में ही एक्टिव केस तेजी से बढ़कर आठ लाख के आंकड़े के करीब पहुंच चुके हैं। इसे देखते हुए भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में वैक्सीन का इंतजार बेसब्री से हो रहा है। आइए, जानते हैं भारत और दुनियाभर में वैक्सीन को लेकर क्या कुछ नया हुआ है-

कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल्स शुरू

  • भारत के स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल्स शुरू हो गए हैं। फेज-1 ट्रायल्स के नतीजे बता रहे हैं कि इस वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है। ट्रायल्स के मुख्य जांचकर्ता डॉ. ई. वेंकटा राव ने कहा कि फेज-1 में यह देखने की कोशिश की जा रही थी कि वैक्सीन से पर्याप्त एंटीबॉडी शरीर में बनते हैं या नहीं।
  • पहला डोज देने के 14 दिन बाद दूसरा डोज दिया गया था। ब्लड सैम्पल भी लिया गया ताकि खून में एंटीबॉडी की पहचान की जा सकें। 28वें, 42वें, 104वें, 194वें दिन भी ब्लड सैम्पल लिया जाएगा।
  • भारत में इस समय अहमदाबाद के जायडस कैडिला के वैक्सीन ZyCOV-D के भी फेज-1/2 ट्रायल्स चल रहे हैं। वहीं, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोशील्ड कोविड-19 वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल्स सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने शुरू कर दिए हैं।

आईसीएमआर ‘शॉर्टेस्ट टाइम’ में उपलब्ध कराएगा वैक्सीन

  • इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने अपने इंटरनल न्यूजलेटर ई-संवाद के संपादकीय में लिखा है कि कोविड-19 वैक्सीन सभी को कम से कम समय में उपलब्ध कराने को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है।
  • आईसीएमआर के इस इंटरनल न्यूजलेटर में भारत में बन रहे कोवैक्सिन के साथ-साथ जायडस कैडिला के वैक्सीन कैंडीडेट और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका के कोवीशील्ड के बारे में विस्तार से समझाया गया है।
  • संपादकीय कहता है कि वैज्ञानिकों को हरी झंडी मिलते ही हम इस वैक्सीन के तेजी से और बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए तैयार हैं। आईसीएमआर भारत में कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए इतिहास लिख रही है।
  • इसमें लिखा है कि भारत में वैक्सीन को अप्रूवल मिलने के बाद भी प्रोडक्शन, डिस्ट्रीब्यूशन और बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन से जुड़ी चुनौतियां कायम रहने वाली हैं। समय पर इन वैक्सीन को डेवलप कर ज्यादा से ज्यादा जानों को बचाने में मदद मिलेगी।

अमेरिकाः नवंबर तक राज्यों में पहुंच जाएंगे वैक्सीन

  • कोरोनावायरस वैक्सीन अमेरिका के राज्यों में नवंबर तक पहुंच जाएंगे। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने देशभर के स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों से कहा है कि अक्टूबर के आखिर में या नवंबर की शुरुआत में सभी आयु वर्गों के लिे वैक्सीनेशन की तैयारी कर लें।
  • इस समय कोई भी वैक्सीन तैयार नहीं है। ज्यादातर वैक्सीन फेज-3 क्लिनिकल ट्रायल्स में है। वैक्सीन डेवलपर्स, वैज्ञानिक और विशेषज्ञ तो यह मानकर चल रहे हैं कि वैक्सीन अगले साल की शुरुआत में ही उपलब्ध हो सकेगा। यह देखते हुए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आखिर, अमेरिका यह वैक्सीन कहां से ला रहा है।
  • हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकियों को आश्वस्त किया है कि वैक्सीन इस साल के अंत तक मिल जाएंगे। उन्होंने 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों से पहले वैक्सीन मिलने की संभावनाओं को खारिज नहीं किया है। इस वजह से यह बात भी हो रही है कि अमेरिका प्रीमैच्योर वैक्सीन को अपनी आबादी के लिए अप्रूव कर सकता है।

नौ वैक्सीन फेज-3 ट्रायल्स के दौर में

  • भले ही रूस और चीन ने एक-एक वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी हो, डब्ल्यूएचओ के अनुसार अब भी नौ वैक्सीन फेज-3 ट्रायल्स के दौर तक पहुंच चुके हैं। इसके अलावा करीब 24 वैक्सीन फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल्स में है।
  • इनमें ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका (ब्रिटेन) के कोवीशील्ड के अलावा, कैनसिनो बायोलॉजिक्स/ बीजिंग इंस्टिट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (चीन), गामालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट (रूस), सिनोवेक (चीन), वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स/सिनोफार्म (चीन), बीजिंग इंस्टिट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स/सिनोफार्म (चीन), मॉडर्ना (अमेरिका), बायोएनटेक/फाइजर (अमेरिका) ने फेज-3 ट्रायल्स शुरू कर दिए हैं। जॉनसन एंड जॉनसन के जानसेन फार्मा का वैक्सीन भी फेज-3 ट्रायल्स के लिए तैयार है, लेकिन उसने अब तक इसके लिए वॉलेंटियर भर्ती नहीं किए हैं।

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