मास्को पहुंचे राजनाथ सिंह, हाथ मिलाने को बढ़े अधिकारी तो दिया यह जवाब
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, 'आज शाम मॉस्को पहुंचा. रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू के साथ कल द्विपक्षीय बैठक का इंतजार कर रहा हूं.' चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे और पाकिस्तानी रक्षा मंत्री परवेज खटक के भी एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने की उम्मीद है. एससीओ कार्यक्रम के इतर सिंह और वेई के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अधिकारियों ने कहा था कि ऐसी कोई योजना नहीं है.
मास्को. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस (Russia) की राजधानी मास्को पहुंचे. सिंह यहां एससीओ की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने के साथ ही रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू से मुलाकात करके द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि एससीओ सदस्य देशों के सभी आठ रक्षा मंत्री आतंकवाद, अतिवाद जैसी क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और उनसे एकजुट होकर निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे. भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया,’रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर मॉस्को पहुंच गए. मेजर जनरल बुखतीव यूरी निकोलाईविच ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की.’ यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब संगठन के दो प्रमुख सदस्य देश भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध है.
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘आज शाम मॉस्को पहुंचा. रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू के साथ कल द्विपक्षीय बैठक का इंतजार कर रहा हूं.’ चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे और पाकिस्तानी रक्षा मंत्री परवेज खटक के भी एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने की उम्मीद है. एससीओ कार्यक्रम के इतर सिंह और वेई के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अधिकारियों ने कहा था कि ऐसी कोई योजना नहीं है.
इस बीच रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किया गया एक वीडियो लोगों को खूब पसंद आ रहा है. दरअसल रक्षा मंत्री जब पहुंचे तो भारत की तीनों सेनाओं के अधिकारी वहां उनके स्वागत में थे. इस दौरान वायुसेना के अधिकारी से सिंह की मुलाकात पहले हुई. दोनों ने एक दूसरे को नमस्ते किया, हालांकि अधिकारी ने भूल से अपना हाथ आगे बढ़ा दिया लेकिन तब भी रक्षा मंत्री ने उसे नमस्ते ही किया और हालचाल पूछ कर थलसेना और नौसेना के अधिकारी की ओर मुखातिब हुए.
विभिन्न हथियारों और कलपूर्जों की जल्द आपूर्ति के लिए दबाव डालेंगे
सिंह ने रवाना होने से पहले ट्वीट करके कहा था कि शोइगू के साथ होनेवाली बातचीत में परस्पर हितों के मुद्दे शामिल रहेंगे. सिंह ने कहा, ‘भारत और रूस रणनीतिक साझेदार हैं. मैं इस यात्रा के दौरान इस साझेदारी को और आगे बढ़ाने को लेकर उत्साहित हूं.’ अधिकारियों ने अनुसार रूसी रक्षा मंत्री शोइगू के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक में सिंह रक्षा अनुबंधों के तहत भारतीय सशस्त्र बलों को विभिन्न हथियारों और कलपूर्जों की जल्द आपूर्ति के लिए दबाव डालेंगे.
एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों की आपूर्ति के लिए अनुरोध
इस वार्ता में, उम्मीद है कि, दोनों पक्ष भारत में एके 203 राइफल के उत्पादन के काफी समय से लंबित प्रस्ताव को आधिकारिक रूप से अंतिम रूप देंगे. अधिकारियों ने कहा कि सिंह रूसी पक्ष से भारत को एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अनुरोध करेंगे. भारत को एस-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की पहले खेप की आपूर्ति 2021 के अंत तक निर्धारित है. जून के बाद सिंह की यह दूसरी मास्को यात्रा है. उन्होंने 24 जून को मास्को में विजय दिवस परेड में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. विजय दिवस परेड का आयोजन द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75 वीं वर्षगांठ पर किया गया था.