चंडीगढ़। अनलॉक-4 शुरू हो चुका है। लेकिन कोरोना का कहर जारी है। मंगलवार काे पहली बार कोरोना से 65 मरीजों की माैत हुई और 1471 लोग संक्रमित हुए। हालांकि 1120 मरीज ठीक होकर घरों को भी लौटे। सबसे ज्यादा खराब हालात जालंधर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, अमृतसर और बठिंडा में हैं। यहां पिछले कुछ दिनों से हर रोज 100 से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं।
सूबे में संक्रमितों का कुल आंकड़ा अब 56595 और मृतकों की संख्या 1567 हो गई है। कुल मरीजों में 38,006 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 15,589 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें 464 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट और 70 वेंटिलेटर पर हैं। मंगलवार को लुधियाना से 2, होशियारपुर, फिरोजपुर और नवांशहर से एक-एक मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया। अमृतसर में डेंटल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. जीवन लता और उनके पति की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। सूबे में अभी तक 1081671 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं। मंगलवार को 19004 लोगों के सैंपल लिए गए।
कहां-कितनी मौतें
लुधियाना में 14, जालंधर में 6, पटियाला में 2, अमृतसर में 7, मोहाली में 5, बठिंडा में 1, गुरदासपुर में 3, फिरोजपुर में 3, होशियारपुर में 4, कपूरथला में 6, पठानकोट में 1, फतेहगढ़ में 5, बरनाला में 1, रोपड़ में 1, फाजिल्का में 1, मुक्तसर में 1, तरनतारन में 2, फरीदकोट में 2 मौतें हुई।
इन छह जिलों में 100 से ज्यादा मरीज आए
लुधियाना 216, जालंधर 147, अमृतसर 105, पटियाला 105, मोहाली 163, बठिंडा 122
कहां-कितने मरीज हुए डिस्चार्ज…लुधियाना 182, पटियाला 168, अमृतसर 69, संगरूर 44, गुरदासपुर 98, मोगा 78, होशियारपुर 58, पठानकोट 20, बरनाला 36, फतेहगढ़ साहिब 29, कपूरथला 68, फरीदकोट 116
मां कोरोना संक्रमित, डिप्रेशन में आकर बेटे ने लगाया फंदा
मां की रिपाेर्ट पॉजिटिव आने और उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किए जाने से डिप्रेशन में आए बेटे ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। मामला नवांशहर के रविदास नगर का है। पुलिस ने मृतक के पिता के बयान पर सीआरपीसी की धारा-174 के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि महिला की 30 अगस्त को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्हें केसी काॅलेज स्थित कोविड वार्ड में भर्ती किया था।
मृतक कुलविंदर किंदी के भाई सन्नी ने बताया कि उनकी मां को आइसोलेशन में भेजने के बाद से वह डिप्रेशन में था। इसके चलते उसने फंदा लगाया। एसएचओ परमिंदर सिंह ने बताया कि मृतक के पिता ने बयान दिया है कि पत्नी के संक्रमित होने के बाद बेटा कुलविंदर घबरा गया था। इसी घबराहट में उसने फंदा लगा आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा उसे परिवार को सौंप दिया है।
कोरोना मरीज से मारपीट के लगाए आरोप
वही बठिंडा में नरूआणा रोड निवासी एक व्यक्ति ने वर्धमान पुलिस के कुछ मुलाजिमों पर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। जानकारी के अनुसार नरूआणा निवासी सुनीता रानी ने बताया कि उसका बेटा कोरोना पॉजिटिव आने के कारण घर में ही में एकांतवास था। उनके पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने उसके खिलाफ शिकायत वर्धमान पुलिस को दर्ज करवा रखी थी। मंगलवार को पुलिस के मुलाजिम आए और उसके बेटे को गाड़ी में बिठा कर ले गए। पुलिस चौकी में उसे तीन-चार मुलाजिमों ने पकड़ लिया और दीवार के साथ सिर दे मारा। जिससे उसके बेटे का सिर फट गया।
इसके बाद उन्होंने बेटे को सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। इस संबंध में चाैकी इंचार्ज गणेश्वर शर्मा का कहना था कि उक्त व्यक्ति के खिलाफ पड़ोसी ने शिकायत दी। जिसे मुलाजिम चौकी में लेकर आए थे। जब इसके बारे में पता चला कि ये कोरोना पॉजिटिव है तो उन्होंने उसे घर जाने को कहा, लेकिन उक्त व्यक्ति हंगामा करने लगा, इसने तहसीलदार और कांग्रेसी नेता राजन गर्ग से भी फोन करवाया।
उनको भी बताया कि ये व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। अभी कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। इसके बाद भी व्यक्ति चौकी में मुलाजिमों से बहस करने लगा जब उसे जाने को कहा तो खुद ही दीवार पर सिर मारकर जख्मी हो गया। उनके किसी भी मुलाजिम ने उसके साथ मारपीट नहीं की, कोरोना मरीज से हम दूर भागते हैं, ऐसे में उसे पकड़कर भला कौन पीटेगा।