चंडीगढ़। एक सितंबर से प्रदेश के सिविल अस्पतालों में इलाज 15 प्रतिशत और प्राइवेट कमरों में मिलने वाली सुविधाएं दो से तीन गुना महंगी हो जाएंगी। पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जन, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर, एसएमओ और बीटीओ को पत्र संख्या नंबर 2020/3340-3658 जारी कर निर्देश दिए हैं। हालांकि सरकारी मुलाजिमों और उनके पारिवारिक सदस्यों के लिए सिविल में मुफ्त इलाज की सुविधा पहले जैसे ही रहेगी।
बता दें कि पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन 1 सितंबर से सिविल अस्पतालों में इलाज और अन्य टेस्टों के रेट को दो से 3 गुणा तक बढ़ाने जा रहा है। सिविल में जनरल वार्ड में भर्ती होने से लेकर प्राइवेट वार्ड, डिजिटल एक्स-रे, स्कैनिंग, ईसीजी, छोटा ऑपरेशन, मेडिकल लीगल एग्जामिनेशन चार्ज, अल्ट्रा साउंड, मेमोग्राफी और अन्य सुविधाओं के दाम दो से तीन गुणा बढ़ाए जाने का नोटिफिकेशन जारी किया है।
सरकार के आदेश का होगा पालन : बावा
सिविल सर्जन डाॅक्टर जसमीत कौर बावा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के भेजे गए आदेश मिल चुके हैं। उनका काम आदेश का पालन करना है। सिविल अस्पताल में जारी रेट 1 सितंबर से लागू कर दिए जाएंगे।
मेडिकल एग्जामिनेशन 500, बड़े ऑपरेशन के लिए 1000 रुपए
नए नियमों के तहत मरीज को ओपीडी पर्ची के लिए पहले की ही तरह 10 रुपए देने होंगे। इंडोर एडमिशन के लिए पहले 30 रुपए लिए जाते थे, अब 40 रुपए लिए जाएंगे। जनरल वार्ड मेंं बिस्तर शुल्क 30 से बढ़ाकर 40 रुपए प्रतिदिन, प्राइवेट वार्ड के लिए 150 से 200 रुपए कर दिए हैं। इसी तरह मेडिकल एग्जामिनेशन फीस 300 से बढ़ाकर 500 रुपए कर दी है।
छोटे-मोटे ऑपरेशन के लिए पहले मरीज को 150 रुपए अदा करने पड़ते थे, अब 250 रुपए चुकाने होंगे। वहीं, बड़े ऑपरेशन की फीस 1 हजार होती थी, अब 1200 रुपए देने पड़ेंगे। स्पेशल सर्जिकल आपरेशन के दाम में 500 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। यानी 1 हजार रुपए की जगह 1500 रुपए फीस की गई है। इससे पहले से कोरोना की मार झेल रहे और नौकरियां गवां चुके लोगों के लिए मुसीबत और बढ़ जाएगी।