बॉर्डर पर साजिश का पर्दाफाश:बीएसएफ को जम्मू के सांबा सेक्टर में 450 फीट लंबी सुरंग मिली; इसे रेत की बोरियों से ढंका गया, जिन पर पाकिस्तानी मार्किंग मिली

जम्मू के सांबा सेक्टर में सुरंग पाकिस्तानी पोस्ट से करीब 400 मीटर की दूरी पर बनाई गई थी बीएसएफ ने कहा- इतनी बड़ी सुरंग पाकिस्तान रेंजर्स और दूसरी एजेंसियों की मंजूरी के बिना बन नहीं सकती

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बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने जम्मू के सांबा सेक्टर में 450 फीट लंबी एक सुरंग का पता लगाया है। जम्मू बीएसएफ रेंज के आईजी एनएस जामवाल ने बताया कि इसे लेकर हमें एक इनपुट मिला था। सर्च ऑपरेशन के दौरान इसका पता चला। जीरो लाइन से भारत की तरफ यह 450 फीट (150 यार्ड) लंबी है। इसका मुंह रेत की बोरी से ढंंका गया था।

सुरंग के मुंह पर थे 8-10 प्लास्टिक सैंडबैग, जिन पर लिखा है ‘कराची और शकरगढ़’
अधिकारियों ने बताया, अधिकारियों ने बाद में सुरंग की जांच की और उसके मुंह पर प्लास्टिक के सैंडबैग पाए गए, जिन पर “पाकिस्तानी होने के चिन्ह” थे. सूत्रों के अनुसार, सुरंग के मुंह के बाद यह लगभग 25 फीट गहरी है और सीमा बल ने इस क्षेत्र में आईबी के साथ मिलकर एक बड़ा खोज अभियान शुरू कर दिया है ताकि अन्य कोई ऐसी गुप्त संरचना हो तो उसका भी पता लगाया जा सके, जो घुसपैठियों को पाकिस्तान से सीमा पार करने में मदद करती हो. इनके जरिए आतंकियों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी में भी मदद मिलती है.
अधिकारियों ने कहा कि लगभग 8-10 प्लास्टिक सैंडबैग जिन पर ‘कराची और शकरगढ़’ लिखा है, उन्हें सुरंग के मुंह से बरामद किया गया है और बैग पर बनने और एक्सपायरी की तारीख है, जो यह दिखाता है कि उनका निर्माण हाल ही में किया गया था. उन्होंने कहा, निकटतम पाकिस्तानी सीमा चौकी सुरंग से लगभग 400 मीटर दूर है.

जामवाल ने बताया कि इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों से शिकायत की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि रेत से भरी बोरी की हालत देखने से लगता है कि ये सुरंग कुछ दिन पहले से ही बनाई जा रही थी। बॉर्डर एरिया में इतनी बड़ी सुरंग पाकिस्तान रेंजर्स और दूसरी एजेंसियों की मंजूरी के बिना बन नहीं सकती है।

‘पाकिस्तानी रेंजर्स की सहमति के बिना इतनी बड़ी सुरंग का निर्माण संभव नहीं था’
बीएसएफ आईजी एनएस जामवाल ने कहा है, “मिले सैंडबैग पर पाकिस्तानी होने के चिन्ह साफ देखे जा सकते हैं, जो यह साफ दिखाता है कि इसे बाकायदा योजना बनाकर खोदा गया और इसके लिए इंजीनियरिंग प्रयास किये गये. बिना पाकिस्तानी रेंजर्स और अन्य एजेंसियों की सहमति और अनुमोदन के इतनी बड़ी सुरंग नहीं बनाई जा सकती थी.”

3 से 4 फीट चौड़ी है सुरंग
बीएसएफ ने बताया कि सुरंग 3 से 4 फीट चौड़ी है। अफसरों ने बताया कि जांच में सुरंग से 8 से 10 प्लास्टिक की बोरियां बरामद की गईं। इन पर पाकिस्तान की मार्किंग है। कराची और शकरगढ़ लिखा है। बैग पर बनाने की तारीख और एक्सपायरी डेट से पता चला है कि इन्हें हाल में बनाया गया था। उन्होंने बताया कि सुरंग पाकिस्तानी पोस्ट से करीब 400 मीटर की दूरी पर है।

सुरंग से पाकिस्तान में बनी बोरियां मिलीं।
सुरंग से पाकिस्तान में बनी बोरियां मिलीं।

पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू
इस कामयाबी के बाद बीएसएफ ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। ऐसी आशंका है कि ऐसी सुरंग सीमा पर दूसरी जगह भी बनाई गई होंगी। बीएसएफ ने बताया कि इन सुरंगों से घुसपैठियों को भारत में एंट्री करा दी जाती है। हथियार और ड्रग्स की तस्करी भी आसान होती है।

बीएसएफ को इस सुरंग के बारे में शुक्रवार को पता चला।
बीएसएफ को इस सुरंग के बारे में शुक्रवार को पता चला।
बीएसएफ का कहना है कि सुरंग बनाने में पाकिस्तानी रैंजर्स का हाथ। बीएसएफ ने बताया कि रेत से भरी बोरी की हालत देखने से लगता है कि ये सुरंग कुछ दिन पहले से ही बनाई जा रही थी।

एक हफ्ते पहले ही 5 घुसपैठियों को ढेर किया था
पंजाब के तरन तारन में बीएसएफ ने एक हफ्ते भर पहले अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर 5 घुसपैठियों को मार गिराया था। इनके पास से एक एके-47 राइफल और 4 पिस्टल और 9.5 किलो हेरोइन मिली थी। मुठभेड़ तरन तारन जिले में ढल पोस्ट के पास हुई थी। इसके बाद से ही बीएसएफ अलर्ट मोड पर थी और बॉर्डर के आसपास सर्च ऑपरेशन चला रही थी।

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