करतारपुर कॉरिडोर:भारत के साथ बैठक में पाकिस्तान ओवरब्रिज बनाने को हुआ राजी, बरसात में भी नहीं रुकेगी यात्रा

जीरो लाइन पर भारत-पाकिस्तान अधिकारियों में 1 घंटे तक चली बैठक भारत ने अपनी तरफ जीरो लाइन तक ओवरब्रिज बना लिया है

पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर रोड पर अपनी तरफ ओवरब्रिज बनाने काे राजी हो गया है। भारत के अधिकारियों के बीच करीब पांच महीनों बाद गुरुवार को हुई बैठक में यह सहमति बनी। बैठक सुबह 11 बजे भारत द्वारा जीरो लाइन तक बनाए 100 मीटर के ओवरब्रिज पर एक घंटे तक चली। इनमें पाक के 4 सर्वे इंजीनियरों ने हिस्सा लिया।

बता दें कि भारत ने अपनी तरफ जीरो लाइन तक ओवरब्रिज बना लिया है जबकि पाक की ओर नहीं बना है। मीटिंग खत्म होने के बाद सीगल इंडिया लिमिटेड कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट जितेंद्र सिंह ने बताया कि पाकिस्तान की सर्वे टीम को 100 मीटर ओवरब्रिज का डेटा दे दिया है। पाक अधिकारियों के मुताबिक दोनों तरफ के डेटा में अंतर है।

इसे ठीक करने के बाद ओवरब्रिज का डिजाइन बनेगा। पाक को अपनी तरफ 260 मीटर लंबा ब्रिज बनाना है। ओवरब्रिज बनाने का मकसद बरसात के दिनों में भी यात्रा जारी रखना है। क्योंकि, बरसात में रावी नदी का जल स्तर बढ़ जाता है। इससे 3-4 फुट तक फैंसिंग भी डूब जाती है।

इसी से बचने को यह ओवरब्रिज भारत ने बनाया है और पाक को भी जीरो लाइन से ओवरब्रिज बनाने को कहा गया है। यह पहली बार है जब पाकिस्तान अधिकारियों ने भारत सीमा में आकर बैठक की है। बैठक के चलते धुस्सी बांध से 30 मीटर पीछे ही बीएसएफ की ओर से बैरिकेडिंग कर दी गई थी। वहीं, ब्रिज के ऊपर भी सफेद पर्दा लगाया गया था ताकि कोई मीटिंग होते देख न सके।

अभी यह है व्यवस्था
संगत गुरुद्वारा करतारपुर साहिब तक पहुंच सके इसके लिए नवंबर 2019 में करतारपुर कॉरिडोर के उद‌्घाटन से पहले पाक सरकार ने टेंपरेरी रोड बना दिया था। इसके बाद भारत सरकार ने भी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के अंदर से रोड निकाल इसे पाक के रोड से जोड़ दिया था। इसी रास्ते से नवंबर 2019 से 16 मार्च 2020 तक श्रद्धालु श्री करतारपुर साहिब जाते रहे। कोरोना के चलते 16 मार्च को कॉरिडोर बंद कर दिया गया था।

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