चंडीगढ़। पंजाब में करोना के बढ़ते मरीजों को और सुविधाएं देने को लेकर स्वास्थ्य विभाग हर पहलू का रिव्यू कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने घर पर आइसोलेट किए कोरोना मरीजों को लेकर अहम कदम उठाया है। इन मरीजों की मदद के लिए हर जिले में एक-एक डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाएगी। इन डॉक्टरों के पास अपने इलाकों में घरों में आइसाेलेट मरीजों की लिस्ट होगी। जिसमें उनके स्वास्थ्य से लेकर दूसरी जानकारी भी होगी।
इस मामले को लेकर सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने फाइल को क्लियर कर दिया है। जल्द आदेश जारी किए जाएंगे। इसके साथ घरों में आइसाेलेट मरीजों के लिए कुछ नियम तय किए जाएंगे। उनके लिए अलग कमरा और उसकी देखभाल करने वाला कोई स्वस्थ व्यक्ति घर पर होना चाहिए। मंत्री ने बताया कि 2 हफ्तों में टेस्टिंग क्षमता बढ़ाकर 30 हजार हो जाएगी।। इसके अलावा विभाग द्वारा 9 रेपिड एंटीजन टेस्ट मशीन भी लाई जाएगी। इसके अलावा थर्ड लेवल के मरीजों के लिए बैड्स की संख्या और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
मुनाफाखोरी करने वाले अस्पताल राडार पर
विभाग को अस्पतालों और लैबों के रेट फिक्स किए जाने के बाद भी ओवर चार्जिंग की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे अस्पताल विभाग की राडार पर हैं। शिकायतें मिलने के बाद बाकायदा जांच कराई जाएगी। लेकिन कुछ अस्पताल और लैब सरकार का सहयोग कर रहे है ऐसे अस्पतालों और लैबों को अवाॅर्ड देने की तैयारी है। वहीं, सरकार ने कोरोना हेल्पलाइन नंबर 104 जारी किया हुआ है। घरों में आइसाेलेट मरीज इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर अपनी सेहत के बारे में अपडेट देने के साथ जानकारी भी ले सकते है।
मरीज 104 नंबर पर ले सकते हैं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी-घरों में आइसाेलेशन में रहने वाले लोगों की मदद के लिए एक डॉक्टर तैनात किया जाएगा जो कि घर में आइसाेलेशन में रहने वाले व्यक्ति को फोन पर जरूरी सलाह देगा और जरूरत पड़ने पर उसके घर भी जाएगा। घरों में आइसाेलेशन में रहने वाले मरीज 104 हेल्प लाइन नंबर पर फोन कर सकते है। -बलबीर सिंह सिद्धू, स्वास्थ्य मंत्री
नाइट कर्फ्यू में नशा तस्करों पर शिकंजा कसेगी पुलिस
सूबे में नाइट कर्फ्यू के दौरान पुलिस ने नशा तस्करों को दबोचने के लिए रणनीति बना ली है। अब इन तस्करों को पकड़ने के लिए रात के समय में गश्त तेज करने का फैसला किया है। खासतौर पर दूसरे राज्यों से सटे हुए बाॅर्डर पर नजर रहेगी। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि जिला स्तर के अधिकारियों को खासतौर पर रात के समय तस्करों पर नजर रखने को कहा गया है। शहरों के एंट्री पॉवंट पर कर वाहन को चेक किया जाएगा। बाइकों के जरिए भी पुलिस शहर के एंट्री पॉइंटों में गश्त करेगी ताकि चोर रास्तों पर भी नजर रखी जा सकें।
कोरोना मरीज अलग शौचालय व कमरा होने के साथ टेककेयर होने पर घर में होंगे एकांतवास
बठिंडा. डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि कोविड महामारी के मद्देनजर पंजाब सरकार की तरफ से जारी हिदायतों के अनुसार जिला प्रशासन बठिंडा की तरफ से कोरोना प्रभावित मरीज़ों के लिए विशेष प्रबंध किये जा रहे हैं। मरीजों की सुविधाओं और उनकी मनोस्थिती को ध्यान में रखते ऐसे मरीज़ों के घर में एकांतवास के लिए प्रबंध किये जा रहे हैं इसलिए प्रक्रिया निर्धारित करके कर्मचारियों की ड्यूटियों लगा दीं गई हैं जोकि कोरोना के लक्षणों वाले शकी मरीजों की रिपोर्ट आने के समय से लेकर ठीक होने तक हर सहायता के लिए हर समय तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में मरीज़ों की जरूरतों के लिए विशेष कोविड काल सेंटर स्थापित किया गया है जो कि रोज़मर्रा की कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीज़ों के साथ संपर्क में रहेगा। इसके अलावा सिविल अस्पताल बठिंडा में विशेष टीमों का गठन किया गया जो कि मरीजों को तुरंत अपेक्षित सहायता उपलब्ध करवाएगें। घर में एकांतवास किए गए मरीजों के पास घर में अलग कमरा और शौचालय होना चाहिए और घरमें सरकारी हिदायतों अनुसार इलाज दौरान उनकी देखभाल करने के लिए कोई व्यक्ति मौजूद हो। यदि घर में यह सहूलतें मौजूद नहीं हैं तो उसको कोविड मरीजों के लिए बनाए एकांतवास केन्द्रों में इलाज के लिए शिफ्ट किया जाएगा। डिप्टी कमिश्नर ने ओर बताया कि घरों में एकांतवास किए मरीज निर्धारित किए दो प्रफार्मे भरकर कोविड काल सेंटर में अपनी फोटो समेत भेजेंगे। मरीजों की सेहत सम्बन्धित जानकारी लगातार अपडेट होगी जिसके लिए मरीज़ घर में ही अपना बुखार चैक करेंगे। इस दौरान आक्सीजन का स्तर भी जिला प्रशासन के वट्सऐप ग्रुप में भेजेंगे जिससे हालात मुताबिक इलाज का अपेक्षित प्रबंध किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कोविड काल सेंटर की टीम हरेक मरीज के लगातार संपर्क में रहेगी और उसकी परहेज़, अपेक्षित दवा, खाना, कसरत और मानसिक सेहत ठीक रखने में सहायता करेगी। हरेक मरीज का रोज़मर्रा की सेहत का रिकार्ड रखा जाएगा और समय-समय पर माहिर डाक्टर फोन,वट्सएप या जूम मीटिंगों के द्वारा सभी पॉजिटिव मरीज़ों के संपर्क में रहेंगे। डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिावसन ने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से न सिर्फ़ कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों बल्कि उनके संपर्क में आने वालों को भी कंटेक्ट ट्रेसिंग करके घर में एकांतवास के लिए प्रेरित किया जाएगा। इलाका निवासियों को गैरजरूरी कामों के लिए घरों से बाहर न आने की हिदायत ही दी गई।