मोगा । जिला प्रबंधकीय कॉम्प्लेक्स की पांचवी मंजिल पर चढ़कर दो युवकों द्वारा खालिस्तानी झंडे लहराने व राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के मामले में वीरवार को एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने पटाक्षेप किया है। एसएसपी ने बताया कि उक्त मामले में पुलिस ने जिला फिरोजपुर निवासी आकाशदीप सिंह उर्फ मुन्ना उर्फ साजन पुत्र बलजिंदर सिंह, गांव रौली निवासी जसपाल सिंह पुत्र चमकौर सिंह व इंद्रजीत सिंह गिल पुत्र जुगराज सिंह के खिलाफ देशद्रोह सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मामले में पुलिस ने छापेमारी कार्रवाई कर आकाशदीप काे गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि जसपाल सिंह व इंद्रजीत सिंह को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीमें गठित कर दी गई है तथा टीमों द्वारा छापेमार कार्रवाई जारी है। पकड़े गए आरोपित को न्यायालय में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी।
ऐसे दिया घटनाक्रम काे अंजाम
एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ के गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा जारी वीडियो में सरकारी इमारतों के ऊपर खालिस्तानी झंडे लगाने और 2500 अमेरिकी डॉलर लेने की लालसा के चलते तीनो आरोपितों ने जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स की पांचवी मंजिल पर खालिस्तान झंडा फहराने की साजिश रची।
एसएसपी ने बताया जसपाल सिंह और इंद्रजीत सिंह द्वारा 13 अगस्त की दोपहर करीब डेढ बजे जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स की रेकी की तथा सायं को डीसी ऑफिस मोगा की छत पर खालिस्तान का झंडा फहराने के बारे में आकाशदीप सिंह को व्हाट्सएप पर जसपाल सिंह और इंद्रजीत सिंह द्वारा कॉल की गई।
इसके बाद 14 अगस्त की सुबह लगभग 6:30 बजे इकट्ठे हुए और जसपाल सिंह के प्लेटिना और इंद्रजीत सिंह के हीरो होंडा डीलक्स मोटरसाईकिल पर सुबह 7 बजे के करीब गांव रौली से रवाना हुए। वे सुबह 8:00 बजे के आसपास डीसी ऑफिस पहुंचे। इससे पहले वे नेस्ले गेट के सामने रुक गए, डीसी ऑफिस के सामने आकाशदीप सिंह को जसपाल सिंह और इंद्रजीत सिंह ने डीसी ऑफिस की छत पर फहराए जाने वाले झंडे का वीडियो बनाने के लिए कहा।
जसपाल सिंह और इंद्रजीत सिंह डीसी ऑफिस में पहुंचकर ऊपर पांचवी मंजिल पर पहुंच गए और डीसी ऑफिस की छत पर खालिस्तान का झंडा फहराया और वापस जाते समय उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की रस्सी काट दी और उसे अपने साथ ले गए। इसके बाद तीनों गांव रौली की ओर भाग गए। आकाशदीप सिंह ने दोनों आरोपितों से फिर से गांव रौली में मुलाकात की, जहां उक्त वीडियो को जसपाल सिंह के फोन पर स्थानांतरित कर दिया गया, जिसने अपने वीडियो में गुरपतवंत सिंह पन्नु द्वारा दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर वीडियो को स्थानांतरित कर दिया। इसके बाद जसपाल सिंह और इंद्रजीत पखोवाल निवासी जग्गा सिंह से मिलने गए।
पुलिस ने 14 अगस्त को 115,121,121 ए, 124 ए, 153ए, 153बी, 506 और राष्ट्रीय सम्मान अधिनियम, 1971 और आईटी अधिनियम की 66 एफ, यूएपीए अधिनियम के 10,11,13 के तहत तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।जिसके बाद बठिंडा से आकाशदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया है, जिसने उक्त वारदात को कबूल कर लिया है कि वह वही था, जिसने लुधियाना फिरोजपुर रोड हाइवे स्थित जिला प्रबंकीय कॉम्पलेक्स से झंडा उठाने के कृत्य का वीडियो शूट किया था। पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपित ने खुलासा किया है कि सिक्खों के न्याय के लिए यू-ट्यूब वीडियो आदि द्वारा उसे गुमराह किया गया था और वे उक्त अपराध को अंजाम देकर जल्दी रुपये कमाने के जाल में फंस गए।
आरोपितों के अभिभावकों की जा रही काउसंलिंग : एससपी
एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने एक वीडियों जारी कर 14 अगस्त के हुए घटनाक्रम को लेकर युवा वर्ग से अपील की है। उन्होंने कहा कि देशविरोधी ताकतें यू-टयूब के जरिए युवा वर्ग को रूपयों का लालच देकर उनकी जिंदगी बर्बाद करने का काम कर रही है। जिसका खामियाजा युवा वर्ग व उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। देशविरोधी ताकतें अपने प्रचार के लिए युवा वर्ग का सोशल नेटवर्किंग के जरिए इस्तेमाल करने पर जुटी है। जिसमें ताजा मामला जिला प्रबंधकीय कॉम्पलेक्स पर खालिस्तानी झंडा फहराने वाले तीन युवकों के रूप में आया है, जो कि यू-टयूब पर वीडियों देखकर इस घटनाक्रम को अंजाम दे बैठे है और जल्द अमीर बनने की लालसा ने युवाओं की जिंदगी को बर्बाद करने का काम किया है। लेकिन, बावजूद इसके पुलिस आराेपितों के माता-पिता को विश्वास में लेकर उनकी काउंसलिंग कर रही है और युवाओं से अपील कर रही है कि सोशल नेटवर्किंग पर जारी वीडियों के झांसे में न आए और देश विरोधी ताकतों की लोमड़ चालों में फंसकर अपनी जिंदगी को खराब न करें।