बठिंडा नगर निगम स्वच्छता में फिर से पंजाब में नंबर वन, देश के 382 शहरों को पिछाड़ हासिल किया 79 वां नंबर
वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल व नगर निगम कमिश्नर शेरगिल ने दी स्वच्छता के सिपाहियों को बधाई।
बठिंडा. केंद्र सरकार की ओर से देश के एक से 10 लाख आबादी वाले 382 शहरों में करवाए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में बठिंडा शहर ने जहां कई बड़े शहरों को पछाड़ते हुए देश में 79 वां स्थान हासिल किया, वहीं पंजाब में पुन अपना स्थान बरकरार रखते हुए लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान हासिल कर प्रदेश में हैैट्रिक लगाई है। जबकि दूसरे नंबर पर पटियाला, तीसरे पर फिरोजपुर तथा जालंधर चौथे स्थान पर रहा है। इस तरह बठिंडा ने पंजाब में पहला स्थान हासिल करने के लिए 3526.68 अंक हासिल किए। दो लाख 85 हजार 786 आबादी व 50 वार्डों में करवाए सर्वे में बठिंडा ने पंजाब के इस कैटागिरी में आते 14 शहरों को पछाड़ा है। फिलहाल बठिंडा को फिर से पंजाब का नंबर वन व देश का 79 साफ शहर बनने पर वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल व नगर निगम कमिश्नर ने बधाई दी है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 और फिर 2018 की प्रतियोगिता में लगातार राज्य में नंबर वन चला आ रहा बठिडा इस बार हैट्रिक लगाने में सफल रहा। हालांकि 2018 की प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर बठिडा का रैंक 31वां था, लेकिन बीती 31 दिसंबर को केंद्रीय मंत्रालय की ओर से इस साल की पहली दो तिमाहियों के घोषित किए गए परिणाम में बठिडा जहां पंजाब में अपनी नंबर एक की पोजिशन पर दबदबा बनाए हुए है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की रैंकिग में भी 19वें स्थान पर पहुंच चुका है। निगम अधिकारियों को पूरा भरोसा था कि इस बार बठिडा राष्ट्रीय रैंकिग में भी पहले 10 शहर में अवश्य आएगा। लेकिन लाकडाउन व फंड की कमी ने कई योजनाओं को अमली जामा नहीं पहनने दिया जिससे वह पिछड़कर 79 वें स्थान पर पहुंच गया। इस बार प्रतियोगिता कुछ 6000 अंकों की थी। इसमें आप वार्ड में सफाई से खुश हैं या नहीं? क्या आपको पता है कि पॉलिथीन बैन है, आप इनका प्रयोग तो नहीं कर रहे? आपके वार्ड से कूड़ा प्रतिदिन उठाया जा रहा है, कर्मचारी आ रहे हैं या नहीं? आपके वार्ड में कूड़ा उठाने कर्मचारी आता है, तो क्या आप उसे गीला-सूखा कचरा अलग-अलग करके देते हैं या नहीं? आप अपने घर में होम कम्पोस्टिग (कूड़े की खाद) बनाते हैं या नहीं, आपको इस बारे में किसी ने बताया है या नहीं? आपके शहर के जितने शौचालय हैं, वह गूगल मेप पर हैं क्या, आपको पता है? क्या आपको स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 लीग के बारे में पता है? आपका शहर स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में भाग ले रहा है, किसी ने बताया है? आदि सवालों पर टीम की ओर से लोगों की फीडबैक ली जाएगी। सवालों के जवाब के आधार पर निगम को अंक मिलने थे।
चार साल पहले शुरू हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार 2016 में बठिंडा शामिल हुआ तो शहर को देश में 131वां और पंजाब में दूसरा स्थान मिला था। लेकिन पिछले तीन साल में नगर निगम ने शहर की सफाई पर फोकस किया और सौ की स्पीड पर काम करते हुए मात्र दो साल में ही देश के 100 शहरों को पछाड़कर पिछले साल 131 से सीधे 31वें स्थान पर आ गया। वही बेहतर रैकिंग करते छमाही व तिमाही में 16वां व 19वां नंबर देश भर में हासिल कर चुका है।
- 2018 के सर्वेक्षण में बठिंडा पंजाब में दूसरी बार पहले नंबर और देश में 31वें नंबर पर रहा।
- स्लम बस्तियों के हालात सुधारे तभी रहे सफाई में सबसे आगे
- बठिंडा के स्लम एरिया संजय नगर की साफ सड़कें जिनका दो साल में निगम ने सफाई से कायाकल्प किया।
इस तरह सुधरे हालात और हम हुए नंबर वन
- 3 मशीनों से सूरत की तरह रात को सड़कों की सफाई
- 79 लाख रुपए से शहर में आधुनिक शौचालय बनाए
- 35 सदस्यीय टीम रात्रि 8 से 1 बजे तक करती है सफाई
- 1.79 करोड़ रुपए से कचरा उठाने के लिए मशीनरी खरीदी
- हाल में शहर में घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए गाडियों की खरीद की वही ट्राली की खरीद से कूड़ा डंपों से सीधा कूड़ा कचरा प्लाट में फैंकने का काम किया।
- 12 मुख्य सड़कों की सफाई 3 मशीनों के जरिए
- 12 मुख्य सड़कों की सफाई 3 जेट क्लीनिंग मशीनों से की जाती है। इन मशीनों के जरिए रात के समय निगम टीम सड़कों के किनारे वाहनों से एकत्रित होने वाली मिट्टी को एक जगह पर एकत्रित कर साफ करती है।
जेआईटीएफ संभाल रहा प्लांट
रोजाना निकलने वाले 105 टन कचरे को निपटाने के लिए घरों से मुख्य डंप और फिर वहां से एकत्रित कर कचरा मानसा रोड पर बने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाता है। यहां इसका निपटारा किया जाता है। इससे शहर के खाली प्लाटों और सड़कों पर कचरा नहीं फैलता।
105 टन कचरे का रोजाना सॉलिड वेस्ट प्लांट से निपटारा
55 लाख रुपए हर महीने सीवरेज की सफाई-रखरखाव
गुजरात की तर्ज पर शहर में भी रात को सफाई
शहर के भीतीर भाग में मैनुअली नाइट टीमें सफाई करती हैं। इसके लिए 35 टीमें हैं जो रात को 8 बजे से लेकर 1 बजे तक सफाई करती हैं। गुजरात के बाद बठिंडा में यह मॉडल अपनाया गया जो कारगर साबित हो रहा है।
यह होगा बठिंडा को फायदा
3 स्टार रेटिंग से निगम तथा शहर का बढ़ेगा कद
प्रॉपर्टी पर होंगे दूरगामी प्रभाव
राज्य सरकार भी बढ़ाएगी फंडिंग
6000 अंक के फोर स्टेप सर्वे में लिए 3526.68 नंबर
बठिंडा ने 6 हजार अंकों के फोर स्टेप सर्वे में 3526.68 नंबर हासिल किए हैं। इसमें यूएलबी डाक्यूमेंटेशन, फील्ड सर्वे, सिटीजन फीडबैक तथा सर्टिफिकेशन शामिल है। स्वच्छता में रैंकिंग सुधरने के बाद जहां बठिंडा को केंद्रीय योजनाओं में अधिक भागीदारी का मार्ग प्रशस्त हो गया है, वहीं शहर पर इसके सकारात्मक दूरगामी प्रभाव भी नजर आएंगे।
निगम की शहर में सफाई, डिफेक्शन स्टेट्स, गारबेज क्लेक्शन एंड सेग्रीगेशन, फाइनल स्टेट्स आदि अहम कार्यों की पेपर पर बनाई गई योजना जांचने के बाद फील्ड सर्वे में इन सभी कामों की असलियत जांची।
शहर में सफाई से लेकर गारबेज सोल्यूशन हर स्टेप को टीम ने चैक किया।
तीसरे चरण में सिटीजन फीडबैक ली।
चौथे स्टेप में चैकिंग के बाद सर्टिफिकेशन में रेटिंग अवार्ड करने की कार्यवाही रही। इसमें थ्री स्टार रेटिंग मिली है।