स्वच्छता सिटी सर्वे रिपोर्ट जारी, लगातार चौथी बार इंदौर बना नंबर वन

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सिटी सर्वे रिपोर्ट को जारी कर दिया है. लगातार चौथे साल इंदौर, देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है. दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत और तीसरे नंबर पर नवी मुंबई है.

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नई दिल्ली। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सिटी सर्वे रिपोर्ट को जारी कर दिया है. लगातार चौथे साल इंदौर, देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है. दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत और तीसरे नंबर पर नवी मुंबई है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इंदौर के लोगों का शुक्रिया किया.

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इंदौर लगातार चौथे साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर है. इंदौर और उसके लोगों ने स्वच्छता के प्रति अनुकरणीय समर्पण दिखाया है. इस शानदार प्रदर्शन के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान, शहर के लोगों, राजनीतिक नेतृत्व और नगर निगम को बधाई.

वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि गुजरात का औद्योगिक सूरत शहर भारत का दूसरा सबसे साफ शहर है और नवी मुंबई भारत का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर है. हालांकि, हरदीप पुरी ने सूरत के लिए सीएम विजय रुपाणी की तारीफ की, लेकिन नवी मुंबई की कामयाबी पर सीएम उद्धव ठाकरे का जिक्र भी नहीं किया.

शहरी विकास मंत्रालय के मुताबिक, प्राचीन पवित्र शहर वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर है. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा में शहर का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने इस उपलब्धि के लिए शहर के लोगों को प्रेरित किया है.

शहरी विकास मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, जालंधर कैंट देश का सबसे स्वच्छ कैंट एरिया है. इसके लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने भारतीय सेना को बधाई दी

पहले संस्करण में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार कर्नाटक के मैसूर ने हासिल किया था। इससे पहले  मंत्रालय के प्रवक्ता राजीव जैन बताया था कि 4,242 शहरों से 1.87 करोड़ लोगों ने इस सर्वे में भाग लिया। इसमें 62 छावनी बोर्ड व गंगा के आसपास बसे 92 कस्बे शमिल हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ महोत्सव का आयोजन कर अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों और शहरों को कुल 129 पुरस्कार दिए जाएंगे।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चुनिंदा लाभार्थियों से बातचीत भी करेंगे। बताया गया है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 का कार्य 28 दिन में पूरा किया गया है। स्वच्छता एप पर 1.7 करोड़ नागरिकों ने रजिस्ट्रेशन कराया। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से ज्यादा बार इसे देखा गया। 5.5 लाख से ज्यादा सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण कार्यक्रम से जोड़े गए और कचरा बीनने के काम में लगे 84,000 से ज्यादा लोगों को मुख्यधारा में लाया गया। स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत सरकार द्वारा इस मिशन को लेकर लोगों में रुचि और प्रतिस्पर्धा पैदा करने के लिए शुरू की गई थी। इससे सबसे स्वच्छ शहर बनने की दिशा में शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा हुई।

स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर तीन साल से अव्वल

मंत्रालय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन शहरीय (एसबीएम-यू ) में साथ रहे आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के भागीदार संगठनों यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआइडी), बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) और गूगल को भी साथ लाया जाएगा और उनका सम्मान किया जाएगा।

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