पंजाब की शान बने सोनू सूद, देंगे फिलीपींस के 13 बच्चों को नई जिंदगी, कराएंगे लिवर ट्रांसप्लांट

बॉलीवुड एक्‍टर पंजाब की शान बन गए हैं। मुश्किल में फंसे लोगों के मददगार सोनू फिलीपींस के बीमार 13 बच्‍चों के लिए मसीहा बन गए हैं। वे लिवर ट्रांसप्‍लांट कराकर उनको नई‍ जिंदगी देंगे।

कोरोना काल में रील लाइफ से निकलकर रीयल लाइफ में लोगों के हीरो बने सोनू सूद पंजाब की शान बन गए हैं। वह अब तक देश ही नहीं बल्कि विदेश में फंसे हजारों लोगों की मदद कर चुके हैैं। उन्होंने अब एक ऐसा काम किया है जिससे फिलीपींस के मनीला शहर के रहने वाले 13 बच्चों को नई जिंदगी मिलने की आस बंध गई है। वह इन बच्‍चों के लिवर ट्रांसप्‍लांट कराएंगे।

18 बच्चों को लीवर ट्रांसप्लांट के लिए आना था भारत, पांच की हो चुकी है मौत

लीवर डैमेज की समस्या से जूझ रहे एक से साढ़े तीन साल के 13 मासूम बच्चों को  लिवर ट्रांसप्लांट के लिए मनीला से भारत लाया गया है। सोनू के प्रयास से विशेष विमान से यह बच्चे दो दिन पहले भारत पहुंचे हैैं। अगले दो तीन दिन में उनका दिल्ली के अपोलो और मैक्स अस्पताल में  लिवर ट्रांसप्लांट होगा।

गों को भारत लाने का प्रबंध किया गया।

इसके बाद जब फिलीपींस से भारतीय विद्यार्थियों की वतन वापसी करवाई जा रही थी तो कुछ लोगों ने  लिवर की बीमारी से जूझ रहे बच्चों की मदद के लिए भी उनसे बात की। उन्हें बताया गया कि मनीला में 18 बच्चे थे, जिनका मार्च में दिल्ली के अपोलो और मैक्स अस्पताल में ऑपरेशन होना था। परंतु, लॉकडाउन के कारण वह नहीं आ सके। उनमें से पांच बच्चों की मौत हो चुकी है।

फिलीपींस से भारत पहुंचे बच्‍चों के साथ उनके अभिभावक।

कोविड ने रोकी फ्लाइट्स तो सोनू ने किया विशेष विमान का प्रबंध, 13 बच्चे पहुंचे

सोनू के अनुसार इसके तुरंत बाद उन्होंने भारत और फिलीपींस सरकार से अनुमति लेकर बच्चों के लिए विशेष विमान का प्रबंध किया। 13 बच्चे, 13 डोनर और 13 अटेंडेंट, कुल 39 लोग मनीला (फिलीपींस) से दो दिन पहले दिल्ली आ चुके हैं। बच्चों के परिजन बेहद खुश हैं क्योंकि अगले दो से तीन दिन में उनके  लिवर ट्रांसप्लांट होंगे।

सोनू ने कहा कि वह खुद दुआ कर रहे हैं कि बच्चों के ऑपरेशन सफल हों और वे स्वस्थ होकर घर वापस लौट सकें। अगर उन्हें बच्चों के भारत आने की सूचना पहले मिल जाती तो हो सकता था कि वह पांच बच्चे भी आज दुनिया में होते जो अपने परिवारों को छोड़कर चले गए।

माता – पिता के दिए संस्कार मदद के लिए देते हैैं बल

लगातार सेवा जारी रखने के संबंध में पूछने पर सोनू ने कहा कि उनकी मां प्रो. सरोज सूद और पिता शक्ति सागर सूद से मिले संस्कार उन्हें बल प्रदान करते हैैं। माता – पिता के प्रेरक शब्द आज भी उनके दिल और दिमाग में बसे हुए हैैं। इसी कारण वह यह सबकुछ कर पा रहे हैैं और आगे भी करते रहेंगे। सोनू ने कहा कि जो भी उन्हें मदद के लिए आवाज देगा वह मदद के लिए उपस्थित रहेंगे।

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