पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन पर कार्रवाई:अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा समेत 1100 पार्टी वर्कर्स पर महामारी एक्ट में एफआईआर

पंजाब में जहरीरी शराब से मौतों पर शुक्रवार को अकाली दल ने खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया था प्रदर्शन के दौरान अकाली वर्कर्स ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा और न ही उन्होंने चेहरे पर मास्क पहन रखा था

तरनतारन में पुलिस ने शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा समेत 1100 लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट में केस दर्ज किया है। दो दिन पहले शिअद नेताओं ने पंजाब में जहरीली शराब से हुई मौताें को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। मास्क न लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ने के आरोप में प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा, उनके बेटे गौरव दीप, पीए संदीप सिंह, पार्टी के उप प्रधान भाई मनजीत सिंह समेत 84 को नामजद किया गया है। बाकी पार्टी वर्कर्स की भीड़ को भी आरोपी बनाया गया है।

शुक्रवार को अकाली दल की तरफ से खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया गया था। इस रोष प्रदर्शन के दौरान 1100 के करीब अकाली वर्कर्स ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा और न ही मास्क पहना हुआ था। जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका तो दोनों पक्षों में झड़प हो गई थी।

इन्हीं आरोपों को लेकर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ने पर आईपीसी की धारा 188, 269 और 51 बीडीएम एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। प्रो. वल्टोहा का कहना है कि खेमकरण के कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर घटिया राजनीति पर उतर आए हैं। ऐसे मुकदमे दर्ज करके कांग्रेस सरकार जनता की आवाज को दबा नहीं पाएगी।

इधर किसान आर्डिनेस बिल का विरोध करने वालों पर केस दर्ज किया

शहर में निकाले गए विरोध प्रदर्शन की फाइल फोटो
इसी तरह बठिंडा जिला पुलिस ने बठिंडा-मानसा स्टेट हाइवे जाम करने और कोरोना महामारी के दौरान मास्क नहीं पहनने व सामाजिक शरीरिक दूरी के नियमों की उल्लंघना करने के आराेप में थाना सिविल लाइन पुलिस ने ठेका मुलाजिम संघर्ष कमेटी के नेताओं समेत करीब 100 अज्ञात लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इनमें से किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। गौरतलब है कि बीती वीरवार को ठेका मुलाजिम संघर्ष कमेटी के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने अपनी मांगों व केंद्र सरकार की तरफ से खेती को लेकर पास किए गए बिल के विरोध में शहर भर में रोष मार्च किया गया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवलाय के पास बठिंडा-मानसा रोड पर जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी।
थाना सिविल लाइन के हवलदार परमजीत सिंह ने बताया कि बीती 13 अगस्त को सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई, जिसमें ठेका मुलाजिम संघर्ष कमेटी बठिंडा जिला के अलावा अन्य भारतीय जत्थेबंदियों ने इकट्ठे होकर केंद्र सरकार के खिलाफ पास किए जा रहे खेती बिल के खिलाफ के अलावा कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने और बठिंडा थर्मल प्लांट को बंद करने के खिलाफ ज्ञापन देने संबंधी मिनी सचिवालय के पास एकत्र हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मानसा रोड जाम कर ट्रैफिक को बधित किया और सरकारी प्रापर्टी को नुक्सान पहुंचाने के लिए कोशिश की। इतना ही नहीं भीड़ में शामिल ज्यादा तरह लोगों मास्क नहीं पहनाया हुआ था और नहीं ही सामाजिक शरीरिक दूरी का ख्याल रखा था। ऐसा कर प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कमिश्नर बठिंडा के आदेशों की उल्लंघना की। जिसके चलते थाना सिविल लाइन पुलिस ने संघर्ष कमेटी के नेता जगरूप सिंह निवासी गांव लेहरा सौधा, हरजीत सिंह निवासी गांव जीदा प्रदेश प्रधान व प्रदेश कमेटी मेंबर मुलाजिम मोर्चा संघर्ष कमेटी बठिंडा, गुरविंदर सिंह जिला प्रधान जीएनडीटीपी बठिंडा, इकबाल सिंह जिला महासचिव जीएनडीपीटी, परमजीत सिंह दियोन सरगरम मेंबर संघर्ष कमेटी बठिंडा, जगसीर सिंह भंगू समेत 100 अज्ञात लोग, जिसमें 15 बच्चे भी शामिल है, इन सभी पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। जिनकी गिरफ्तारी होनी बाकी है

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