पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान वेंटिलेटर पर, किडनी फेल होने के बाद अंगों ने काम करना बंद किया

पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन चौहान ( Chetan Chauhan) को पिछले महीने कोरोना हो गया था. मगर इस महामारी को हरा पाते, उससे पहले ही उन्‍हें किडनी और ब्‍लड प्रेशर की समस्‍याएं शुरू हो गई.

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नई दिल्‍ली. पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन चौहान (chetan chauhan) की हालत बिगड़ गई है. उन्‍हें लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा गया है. पिछले महीने उन्‍हें कोरोना हो गया था और उन्‍हें लखनऊ के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया है और वह गुरूग्राम के अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चौहान को 12 जुलाई को कोरोना जांच में पॉजिटिव पाये जाने के बाद लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत में सुधार नहीं आने के बाद उन्हें गुरुग्राम में मेदांता अस्पताल में भर्ती करया गया. डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सुबह चेतन चौहान की किडनी ने काम करना बंद कर दिया और फिर कई अंगों ने.

ओवल में की थी यागदार साझेदारी
चेतन चाहौन लंबे समय तक सुनील गावस्कर के सलामी जोड़ीदार रहे. टेस्‍ट क्रिकेट में दोनों ने मिलकर साथ में 3 हजार रन बनाए. दोनों के बीच 1979 में ओवल में हुई पार्टनरशिप को यादगार माना जाता है. जहां इस जोड़ी ने मिलकर 213 बनाकर उस समय की 203 रनों की सबसे लंबी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड तोड़ा था.

इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं जड़ पाए एक भी शतक
73 साल के चेतन ने 1969 में टेस्‍ट क्रिकेट से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्‍यू किया था और 1978 में उन्‍होंने वनडे क्रिकेट में डेब्‍यू किया. भारत की तरफ से उन्‍होंने 40 टेस्‍ट और 7 वनडे मैच खेले. टेस्‍ट क्रिकेट में 2 हजार से अधिक रन बनाने के बावजूद चेतन चौहान बदकिस्मत रहे कि उनके नाम एक भी शतक नहीं है. वह टेस्‍ट क्रिकेट में इतिहास में बिना एक भी शतक जड़े 2 हजार से अधिक बनाने वाले पहले खिलाड़ी थे. इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट में उनके नाम 153 रन हैं.

घरेलू क्रिकेट में जड़े 11 हजार से अधिक रन
वहीं घरेलू क्रिकेट में दिल्‍ली और महाराष्‍ट्र का प्रतिनिधित्‍व करते हुए भी चेतन चौहान ने काफी रन बनाए. 179 फर्स्‍ट क्‍लास मैचों में 40.22 की औसत से चेतन ने 11 हजार 143 रन बनाए. फर्स्‍ट क्‍लास क्रिकेट में उनके नाम 21 शतक और 59 अर्धशतक है. उन्‍होंने 1981 में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी बार इंटरनेशनल मैच खेला था और इस दौरे के बाद उन्‍हें टीम से बाहर कर दिया गया था और फिर उनकी टीम में कभी वापसी नहीं हो पाई.

(भाषा इनपुट के साथ)

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