राष्ट्रपति का राष्ट्र के नाम संबोधन:राष्ट्रपति ने कहा- भारत की आत्म निर्भरता का अर्थ स्वयं सक्षम होना है, दुनिया से दूरी बनाना नहीं

राष्ट्रपति बोले- भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में शामिल भी रहेगा और आत्म निर्भर भी बनेगा उन्होंने कहा- मेरा मानना है कि कोविड के विरुद्ध लड़ाई में जीवन की रक्षा पर भी ध्यान देना जरूरी है

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74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार शाम राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि भारत की आत्म निर्भरता का अर्थ स्वयं सक्षम होना है। दुनिया से दूरी बनाना नहीं है। इसका अर्थ की भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में शामिल भी रहेगा और आत्म निर्भर भी बनेगा।

राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई दीः

राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय रेल द्वारा इस चुनौती पूर्ण समय में लोगों के आवागमन को संभव किया गया है। हमने अपने सामर्थ्य के दम पर अन्य देशों की ओर भी मदद का हाथ बढ़ाया है। हमारे पास विश्व-समुदाय को देने के लिए बहुत कुछ है, विशेषकर बौद्धिक, आध्यात्मिक और विश्व-शांति के क्षेत्र में।

उन्होंने ट्वीट किया कि मैं प्रार्थना करता हूं कि समस्त विश्व का कल्याण हो:

सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दु:खभाग् भवेत्॥

अयोध्या के राम मंदिर पर राष्ट्रपति का ट्वीटः

गलवान घाटी के शहीदों पर राष्ट्रपति का ट्वीटः

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