वेंटिलेटर पर प्रणब मुखर्जी, बेटी शर्मिष्ठा ने याद किया एक साल पहले का वो दिन
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को मिले भारत रत्न सम्मान का वाकया याद किया है. शर्मिष्ठा ने लिखा है कि वो दिन उनकी जिंदगी के सबसे खुशी के पलों में से एक था. अब एक साल बाद डैड बीमार हैं.
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वेंटिलेटर पर प्रणब मुखर्जी, बेटी शर्मिष्ठा ने किया याद
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पिछले साल मिला था भारत रत्न
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अस्पताल में हैं. ब्रेन सर्जरी के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. देशभर में पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की कामनी की जा रही है. इस बीच उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रणब मुखर्जी के लिए दुआ करते हुए एक साल पुरानी बात को याद किया है.
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को मिले भारत रत्न सम्मान का वाकया याद किया है. शर्मिष्ठा ने ट्वीट में लिखा है, ”पिछले साल 8 अगस्त का दिन मेरी जिंदगी के सबसे खुशी के दिन में से एक था, जब मेरे डैड को भारत रत्न मिला. अब एक साल बाद 10 अगस्त को वो गंभीर रूप से बीमार हो गए. भगवान उनके लिए अच्छा करे और मुझे जिंदगी के सुख-दुख स्वीकार करने की क्षमता दे. मैं सभी का शुक्रिया अदा करती हूं.”
बता दें कि तबीयत बिगड़ने के बाद प्रणब मुखर्जी को दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल ने मंगलवार को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ब्रेन सर्जरी के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं उनका कोरोना टेस्ट भी पॉजीटिव पाया गया है. प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को गंभीर हालत में दोपहर 12.07 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
10 अगस्त को प्रणब मुखर्जी के ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया गया था, जिसमें लिखा था “एक अलग इलाज के लिए अस्पताल आया हूं और यहां आज मेरा कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है. पिछले सप्ताह मेरे संपर्क में आए लोगों से मैं अनुरोध करता हूं कि वे स्वयं को आइसोलेट कर लें और कोविड-19 का टेस्ट कराएं.”
फिलहाल, ब्रेन सर्जरी के बाद प्रणब मुखर्जी वेंटिलेटर पर हैं. उनके लिए दुआएं की जा रही हैं. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के लोग पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शीघ्र ठीक होने के लिए उनके पैतृक गांव में तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान कर रहे हैं. किरनाहर के ग्रामीणों ने कोलकाता से करीब 180 किलोमीटर दूर मंगलवार को मुखर्जी के पैतृक स्थान मिराती में स्थित जपेश्वर शिव मंदिर में महामृत्युंजय यज्ञ शुरू किया है. 84 वर्षीय मुखर्जी हर साल दुर्गा पूजा के दौरान अपने पैतृक गांव का दौरा करते हैं.