पटियाला. कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री करने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है, सेशन 2020-21 से एमसीए दो साल की होगी। इससे पहले तक 3 साल की पढ़ाई करनी पड़ती रही है। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने अपने अधीनस्थ कॉलेजों में मास्टर्स आफ कंप्यूटर एप्लीकेशंस करने के निर्देश दिए हैं। एआईसीटीई और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के एमसीए को लेकर अलग-अलग नार्म्स हैं।
एआईसीटीई की ओर से अप्रूवल होने की वजह से एमसीए की डिग्री को अवधि दो साल की गई है जबकि पंजाबी यूनिवर्सिटी की ओर से एमसीए को 3 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम बनाया था। अटकलों पर विराम लगाते हुए यूनिवर्सिटी ने एमसीए को 2 साल डिग्री प्रोग्राम कर दिया। कोर्स 2 हाेने के चलते विद्यार्थियों का एक साल तो बचेगा और 80 हजार फीस का भी फायदा होगा।
कॉलेजों को भी होगा फायदा, सभी सीटें फुल होने की उम्मीद
एमसीए 2 साल का होने से ज्यादा फायदा कॉलेज प्रबंधन को होगा और यूनि. के अधीन कॉलेजों को सीटें भरने की उम्मीद है। महाराजा रंजीत सिंह टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने एमसीए को एआईसीटीई के नियमानुसार 2 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम रखा है। वहीं, विद्यार्थियों की दाखिला रजिस्ट्रेशन फीसें जमा करवाने के लिए 10 अगस्त को कॉलेज विकास कौंसल के डीन ने कॉलेजों को अंडर ग्रेजुएट व चलते कोर्स में दाखिल होने वाले छात्रों की दाखिला रजिस्ट्रेशन रिटर्न फीस हर शुक्रवार को जमा कराने को रिमाइंडर भेजा गया है।
स्कूल शिक्षा बोर्ड दसवीं ओपन स्कूल के छात्र को 11वीं में प्रोविजनल तरीके से देगा दाखिला
ओपन स्कूल कैटेगरी के 10वीं कक्षा के स्टूडेंट्स का नतीजा अभी तक घोषित नहीं किया गया है। इन स्टूडेंट्स की कोई असेस्मेंट आदि का डाटा भी उपलब्ध नहीं है। कोविड-19 के कारण इस समय इन स्टूडेंट्स की परीक्षा लेना भी संभव नहीं है। स्कूल शिक्षा सचिव ने इस संबंधी फैसला लिया है कि ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने 10वीं की परीक्षा के लिए ओपन कैटेगरी के जरिए अप्लाई किया था उन सभी स्टूडेंट्स को 11वीं कक्षा में प्रोविजनल तौर पर दाखिला दे दिया जाए।