मुंबई. यहां के नवीं मुंबई पोर्ट पर अफगानिस्तान से भारत लाई गई नशे की बड़ी खेप को पकड़ी गई है। करीब 1000 करोड़ रुपए की ड्रग्स को प्लास्टिक के पाइप में छिपाकर अफगानिस्तान से ईरान के रास्ते लाया गया था। जिस पाइप में ड्रग्स को छिपाकर लाया गया था, उसे इस तरह से पेंट किया गया था कि वह बांस दिखे।
191 kg of drugs, worth Rs 1000 crores, seized at Nhava Sheva port of Navi Mumbai in a joint operation with customs. Transported inside pipes, drugs were brought through Afghanistan. Court has sent the two accused to 14 days police custody: Directorate of Revenue Intelligence pic.twitter.com/YZw10V7kuw
— ANI (@ANI) August 10, 2020
डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) और कस्टम विभाग के अधिकारियों ने जब ड्रग्स को पकड़ा तो तस्करों ने इसे आयुर्वेदिक दवा बताया। जब अधिकारियों ने इसे छिपाकर लाने के बारे में सवाल किया तो तस्करों ने बताया कि दवा खराब न हो। इसलिए ऐसा किया गया। हालांकि, जब अधिकारियों ने जांच की और सख्ती से पूछताछ की तो तस्करों ने ड्रग्स का खुलासा कर दिया।
इसके बाद कार्रवाई करते हुए ड्रग्स के इम्पोर्ट के कागजात तैयार करने वाले दो कस्टम एजेंट को मुंबई से, एक इंपोर्टर और फाइनेंसर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। दोनों को मुंबई लाया जा रहा है।
कस्टम एजेंटों न्यायिक हिरासत में भेजा
कस्टम एजेंट मीनानाथ बोडके और कोंडीभाऊ पांडुरंग गुंजाल को गिरफ्तारी के बाद स्थानीय कोर्ट में पेश किया। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बोडके ने जांच एजेंसियों को बताया कि मोहम्मद नुमान नाम के व्यक्ति ने उसे दिल्ली के इंपोर्टर सुरेश भाटिया से मिलवाया था। पूछताछ में पता चला कि भाटिया को इससे पहले भी ड्रग तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब तक का सबसे बड़ा ड्रग्स रैकेट होने का दावा
एजेंसियों का दावा है कि यह अब तक का सबसे बड़े ड्रग्स रैकेट को पकड़ा गया है। इससे पहले, पिछले साल जनवरी में पंजाब पुलिस की एसटीएफ ने 194 किलो हेरोइन अमृतसर जिले से पकड़ी थी। इस सिलसिले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।