चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र इस बार अलग होगा। कोरोना के चलते शारीरिक दूरी बनाकर रखने के लिए विधानसभा के हर बैंच पर एक ही विधायक को बैठने की जगह मिलेगी। पंजाब में इस समय 117 विधायक हैं। हालांकि अंदर हॉल में बैठने के लिए 105 सीटें लगी हुई हैं। यानी अगर हर सीट पर एक-एक विधायक को बिठाया जाता है तो 105 विधायक तो सीटों पर बैठ सकते हैं। पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र 24 या 25 अगस्त से आयोजित हो सकता है।
कोरोना के चलते शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए किया हाेगा प्रबंध, एक बैंच पर बस एक विधायक की सीटिंग
पंजाब विधानसभा का सेशन 24 या 25 अगस्त को बुलाने की संभावना है। पंजाब सरकार ने स्पीकर को तीन सितंबर से पहले-पहले सेशन बुलाने के लिए तैयारी करने के लिए लिख दिया है। यदि एक सीट स्पीकर की निकाल दी जाए तो भी 12 विधायकों के लिए सीटें अलग से लगानी होंगी क्योंकि एक सीट एडवोकेट जनरल को भी देनी होती है। पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने कहा है कि इस महीने सेशन लंबित है। हमने सभी के उचित दूरी पर बैठने की व्यवस्था कर ली है। हर सीट पर एक व्यक्ति बैठेगा और उसके दाएं-बाएं और आगे-पीछे की सीटें खाली रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें एक दर्जन के करीब सीटों की अतिरिक्त आवश्यकता होगी जो सीटों के पीछे खाली जगह पर लगवाई जा सकती हैं।
मार्शल की परेशानी बढ़ेगी
कोरोना में काम करने के लिए बनाए गए प्रोटोकॉल के चलते असली दिक्कत मार्शल्स को लेकर आएगी। चूंकि इस बार सेशन हंगामेदार रहने के आसार हैं। अक्सर विपक्षी सदस्य स्पीकर के आसन की ओर बढऩे की कोशिश करते हैं जिन्हें रोकने के लिए मार्शल एक दूसरे की बाहों में बाहें डालकर एक चेन बनाते हैं। पिछले कुछ वर्षों से महिला मार्शल को पहली कतार में तैनात किया जाता है ताकि पुरुष उनको न धकेल सकें।
कोरोना के चलते उचित दूरी को लागू करते हुए इस स्थिति से निपटना मुश्किल होगा। स्पीकर ने कहा कि इसको लेकर भी विचार चल रहा है, हालांकि कोई फैसला नहीं लिया गया है। इसके अलावा स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों, विजिटर्स आदि को भी कम करने पर भी विचार किया जा रहा है।