मोदी ने कहा, किसान रेलों से शहर के उपभोक्ता को भी लाभ होगा. फल-सब्जियों की ढुलाई का भाड़ा कई गुना कम होगा. मौसम और दूसरे संकट के समय शहरों में ताजा फल और सब्जियों की कमी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इससे किसान फल-सब्जी और दूध आदि के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित होंगे और कीमत (घटाने-बढ़ाने) का खेल खेलने वालों के लिए मौका खत्म होगा.
संकट में किसान बने हैं बड़ा सहारा
महामारी के खतरे के बीच भी कटाई-बुवाई में रिकॉर्ड बनाए
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत की कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था संकट में भी मजबूत है. हमने इस दौरान बीज और उर्वरकों का रिकॉर्ड उत्पादन किया है. किसानों ने महामारी के खतरे के बीच भी कटाई-बुवाई में रिकॉर्ड बनाए हैं. मोदी ने कहा कि देश में आज समस्या कृषि उत्पादन को लेकर नहीं, बल्कि कटाई के बाद होने वाले नुकसान को लेकर है. उन्होंने कहा कि कृषि अवसंरचना कोष, कटाई बाद फसल प्रबंधन अवसंरचना और सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों जैसे कि शीत भंडार गृह, संग्रह केंद्रों, प्रसंस्करण इकाइयां आदि बनाने में मददगार होगा. मोदी ने कहा कि कृषि से संबंधित हालिया दो अध्यादेशों से किसानों को मंडी के बाहर अपनी उपज बेचने के लिए नए बाजार अवसर उपलब्ध होंगे.