मंदिर के लिए जान की बाजी लगाई थी, 5 अगस्त को बुलाया तो जरूर जाऊंगीः उमा भारती
आजतक चैनल से बातचीत में पूर्व केंद्रीय उमा भारती ने कहा कि उन्होंने राम मंदिर के लिए जान की बाजी लगाी थी और अगर मौका मिला तो वे इस मौके पर जरूर अयोध्या जाना चाहेंगी. उमा भारत ने कहा कि कोरोना काल में मंदिर का भूमि पूजन एक प्रोटोकॉल के तहत होगा और इसका पालन करना जरूरी होगा.
राम मंदिर आंदोलन की एक अहम किरदार बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने जान की बाजी लगा दी थी और अगर 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए उन्हें बुलाया गया तो वे जरूर जाएंगी. पूर्व केंद्रीय उमा भारती ने कहा कि उन्होंने राम मंदिर के लिए जान की बाजी लगाी थी और अगर मौका मिला तो वे इस मौके पर जरूर अयोध्या जाना चाहेंगी. उमा भारत ने कहा कि कोरोना काल में मंदिर का भूमि पूजन एक प्रोटोकॉल के तहत होगा और इसका पालन करना जरूरी होगा.
उमा भारती ने कहा कि वे उन नेताओं में से हैं जिन्होंने कभी भी राम मंदिर के अभियान में भाग लेने के लिए खेद व्यक्त नहीं किया है, शर्मिंदगी व्यक्त नहीं की है. बाबरी मस्जिद विध्वंस केस की चर्चा करते हुए उमा भारती ने कहा कि वे इस मामले की आरोपी हैं और हाल ही में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुईं थीं. उमा भारती ने कहा कि इस अभियान से जुड़ना उनके जीवन का गौरव रहा है और इसके जो भी परिणाम होंगे वो उनके गौरव को और भी बढ़ाएगा.
दो घंटे के लिए पीएम जाएंगे तो क्या होगा
राम मंदिर के भूमि पूजन में पीएम नरेंद्र मोदी के जाने पर पैदा हुए विवाद पर उमा भारती ने कहा कि जिस राम मंदिर को लेकर पूरी दुनिया के लोग उत्सुक हैं अगर उसमें प्रधानमंत्री चले जाएंगे तो इससे कोरोना के खिलाफ जंग पर क्या असर पड़ेगा. उमा भारती ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी मशीनरी लगी हुई है.
तारीख 5 अगस्त एक बार फिर सुर्खियों में है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत के लिए जो दिन तय हुआ है, उसकी तारीख पांच अगस्त है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या जाएंगे और मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। 5 अगस्त की तारीख इसलिए भी अहम है, क्योंकि बीते साल इसी तारीख को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया गया था।
5 अगस्त को यादगार बनाने के लिए हिंदू संगठनों ने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी हैं। सोशल मीडिया पर इस दिन विशेष पूजा और शाम को अपने-अपने घरों पर दिवाली की तरह रोशनी करने और दिए जलाने के संदेश दिए जा रहे हैं। वहीं भोपाल में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में भी 5 अगस्त के बारे में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। दरअसल, राम मंदिर और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना भाजपा के प्रमुख एजेंडे में शामिल थे। अब भाजपा इस तरीख को एक ऐतिहासिक रूप देना चाहती है।
500 साल का इंतजार खत्म
पांच अगस्त को राम मंदिर बनने का 500 वर्षों का भक्तों का इंतजार खत्म हो जाएगा। संतों के मुताबिक वे वर्षों से राम मंदिर निर्माण का इंतजार रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन पर सभी संत उनका स्वागत के लिए तैयार होंगे। पीएम मोदी अयोध्या के विकास का खाका तैयार करने के लिए कई योजनाओं की सौगात भी दे सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को भी इस तारीख पर मंदिर का शिलान्यास किए जाने पर आपत्ति है।
पांच अगस्त को चांदी की ईंट से नींव रखेंगे पीएम मोदी
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पांच अगस्त को प्रधानमंत्री के अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया है। भव्य मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आकर चांदी की ईट से नींव रखेंगे, जिसका वजन लगभग 40 किलो बताया जा रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय ने किया ट्वीट
ऐतिहासिक तारीख !!!
5 अगस्त 2019 – धारा 370, 35 A खत्म
5 अगस्त 2020 – प्रभु श्रीराम मंदिर भूमि पूजनजय जय श्री राम 🚩🚩🚩
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) July 20, 2020