गहलोत का पायलट पर बड़ा हमला:मुख्यमंत्री बोले- हम जानते थे कि पायलट निकम्मा है; नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा, खाली लोगों को लड़वा रहा है
गहलोत ने कहा- 7 साल से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदलने की मांग नहीं उठी, किसी ने पायलट के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला 'पायलट ने गुड़गांव में विधायको को बंधक बना रखे, वे लोग नाई और वेटर से फोन लेकर बात कर रहे और रो रहे हैं'
राजस्थान की सियासी उठापटक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। गहलोत ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए पायलट को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट ने बहुत गंदा खेल खेला है। पायलट पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूरा विश्वास था, लेकिन खरे नहीं उतरे। उन्हें (पायलट) कम उम्र में केंद्रीय मंत्री बनाया गया। राजस्थान में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उपमुख्यमंत्री का पद था। इतनी कम उम्र में ही उन्हें ऊचाइयों पर पहुंचा दिया।
#WATCH Hum jaante the ki wo (Sachin Pilot) nikkamma hai, nakaara hai, kuch kaam nahi kar raha hai, khaali logon ko ladvaa raha hai…Main yahan baingan bechne nahi aaya hoon, main sabzi bechne nahi aaya hoon. Main CM ban'ne aaya hoon: Rajasthan CM Ashok Gehlot pic.twitter.com/VKicK8IRJP
— ANI (@ANI) July 20, 2020
गहलोत ने कहा कि 7 साल से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदलने की मांग नहीं उठी। किसी ने पायलट के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला। एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी कि किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है। खाली लोगों को लड़वा रहा है।
सरकार के खिलाफ साजिश चल रही है: गहलोत
- ‘हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी 50-50 लाख रुपए की फीस लेते हैं। पायलट कहां से दे रहे हैं? मैं पहले भी कहता रहा हूं कि साजिश चल रही है। किसी को यकीन नहीं होता था। पहले 10 मार्च को खेल होना था। 11 मार्च को इन्हें (पायलट) मानेसर जाना था। मुंबई मे कई बड़े कॉरपोरेट हाउस इन्हें फंडिंग कर रहे हैं।
- ‘पायलट जयपुर से छिपकर दिल्ली जाते थे। खुद गाड़ी चलाकर जाते थे। वही काम भाजपा के नेता भी कर रहे हैं। गुड़गांव में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। वहां सभी के मोबाइल ले लिए गए। उन्हें बंधक बना दिया। वहां के लोग नाई से फोन लेकर बात कर हैं, रो रहे हैं। कोई कह रहा है कि वेटर से फोन लेकर बात कर रहा हूं। इधर हमारे लोग तो फ्री हैं।
- जिस तरह ये पूरा खेल खेला गया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वो भी नौजवान साथी हैं। उनसे उम्मीद थी कि कांग्रेस के एसेट्स साबित होंगे। उस आदमी ने गुड़गांव के होटल में बाउंसर लगा रखे हैं। किसी को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। इस तरह का खेल चल रहा है। इस बात का दुख है कि कोरोना काल में आप इस तरह की हरकत कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक मलिंगा बोले- पायलट ने मुझे 35 करोड़ का ऑफर दिया था, बात मैं भगवान की मूर्ति पर हाथ रखकर भी कह सकता हूं
राजस्थान के सियासी उठापटक में कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा ने सचिन पायलट पर बड़ा हमला किया। मलिंगा ने पायलट पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के लिए मुझे पैसों का 35 करोड़ का ऑफर दिया था। इसकी जानकारी मैंने मुख्यमंत्री को दी थी। यह बात में भगवान की मूर्ति पर हाथ रखकर भी कह सकता हूं।
For all those who want to know why Giriraj Malinga refused Rs 35 crore from Pilot:
Because his wife told him so. She told him about the the perils of having too much money.Here is @RajendraGudha narrating the incident as Malinga looks on.@fpjindia #RajasthanPoliticalCrisis pic.twitter.com/LFvaPXx5gI
— Dr Sangeeta Pranvendra (@sangpran) July 20, 2020
मलिंगा ने होटल फेयरमॉन्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा, ‘दिसंबर में मैं पायलट से उनके घर पर मिला था। वहीं, पर उन्होंने ऑफर दिया गया था। राज्यसभा चुनाव के वक्त भी उन्होंने यह बात कही थी।’ गिर्राज मलिंगा लगातार तीन बार से विधायक हैं। पहली बार बसपा से विधायक बने थे। इसके बाद वह गहलोत सरकार में बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
भाजपा ने संपर्क नहीं किया, पायलट ने ही ऑफर दिया
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पास इसका कोई सबूत है, मलिंगा ने कहा, ‘मैंने कोई रिकॉर्डिंग नहीं की, न ही मुझे रिकॉर्डिंग करनी आती है। भाजपा ने मुझसे कभी संपर्क नहीं किया। सचिन पायलट ने मुझे पैसे ऑफर किए थे। मैंने साफ कह दिया था कि मुझे भाजपा में नहीं जाना। मुझे भाजपा मे जाने के लिए कहा गया था। 35 करोड़ रुपए देने की बात भी कही थी। मैंने भाजपा में जाने के लिए साफ मना कर दिया था।’
‘मैं शिव मंदिर में मूर्ति को हाथ लगाकर ये बात कह सकता हूं। मेरे लिए इससे बड़ी बात दूसरी नहीं हो सकती। अगर जांच एजेंसियां आती हैं तो मैं उन्हें भी बयान देने के लिए तैयार हूं। मुझसे अलग बुलाकर ये बात कही गई थी। दिसंबर के बाद राज्यसभा चुनाव में भी बात हुई थी।’
गहलोत ने भी कहा था- पायलट 6 माह से भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे थे, 11 जून को पार्टी तोड़ने वाले थे
इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सचिन पायलट पर फिर सीधा हमला बोला था। पायलट को अति महत्वाकांक्षी बताते हुए गहलोत ने कहा कि वे छह महीने से भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उनके साथियों ने मना कर दिया। फिर उन्होंने साथियों से कहा कि वे भाजपा में नहीं जाएंगे और तीसरा मोर्चा बनाएंगे। इसके बाद भाजपा के समर्थन से अपनी सरकार चलाएंगे। उन्होंने कहा था कि 11 जून को पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि थी। उसी दिन इनकी प्लानिंग थी कि दौसा से रात 2 बजे विधायकों को लेकर ये गुरुग्राम रवाना हो जाएं।