चंडीगढ़। कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण शैक्षणिक संस्थान पिछले 4 महीने से बंद हैं। आनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। स्कूल कब खुलेंगे इसके बारे अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे में स्कूल खुलने के बाद बच्चों पर पढ़ाई का एकदम बोझ न पड़े इसके लिए शिक्षा विभाग सिलेबस कम करने की तैयारी में है।
सूत्रों के अनुसार हालात को देखते हुए शिक्षा विभाग आने वाले समय में बैठक का आयोजन करेगा, जिसमें सिलेबस कम करने पर फैसला हो सकता है। उसके अलावा सभी स्कूलों को ऑनलाइन स्टडी ज्यादा करवाने का आदेश दिया जाएगा। कोरोना वायरस की वजह से शहर के सरकारी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद किया गया है। ऐसे में स्टूडेंट्स का सिलेबस पूरा करने के लिए सिर्फ ऑनलाइन स्टडी ही एकमात्र माध्यम है।
इंटरनल एग्जाम में होगा फेरबदल
सूत्रों के अनुसार बैठक में इंटरनल एग्जाम को लेकर भी फैसला होगा। इंटरनल एग्जाम के नंबर को कम करने और स्टूडेंट्स को दिए जाने वाले ग्रेस मार्क्स में भी बदलाव होना संभव है।
5 से 6 घंटे चल रही है ऑनलाइन पढ़ाई
इस समय शहर के सरकारी स्कूलों में 5 से 6 घंटे ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। इस दौरान स्टूडेंट के टेस्ट भी ऑनलाइन ही आयोजित किए जा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कंटेंट की मॉनटरिंग जिला शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स की तैयार हो रही लिस्ट
शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई में परेशानी झील रेस्टोरेंट्स की लिस्ट बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत सरकारी स्कूलों में गरीबी रेखा से नीचे रहे स्टूडेंट्स डाटा रिचार्ज करवाने का निर्णय लिया है। हालांकि जीएमएचएस 22 की प्रिंसिपल सुनीता कपूर पहले ही स्टूडेंट का डाटा रिचार्ज करवा रही है।
काउंसलर्स को सौंपी गई ड्यूटी
स्टूडेंट्स पर मनोवैज्ञानिक दबाव ना पड़े, इसके लिए शिक्षा विभाग में सरकारी स्कूलों में तैनात काउंसलर को निर्देश जारी किए हैं। सरकारी स्कूलों में कार्यरत काउंसलर नियमित रूप से स्टूडेंट्स की काउंसलिंग कर उनकी समस्या का समाधान करेंगे।
ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस
जिला शिक्षा अधिकारी हरबीर सिंह आनंद का कहना है कि फिलहाल स्कूल बंद पड़े हैं और सुलभता से सिलेबस भी पूरा करवाना है। हम ऑनलाइन पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं और आने वाले समय में सिलेबस के बारे में भी निर्णय लिया जाएगा।