चंडीगढ़. विभिन्न विभाग के कई अफसरों के कोरोना संक्रमित होने के बाद सरकार ने अब आईएएस, पीसीएस और तहसीलदारों का कोरोना टेस्ट करवाएगी। सरकार नहीं चाहती कि उसके किसी भी विभाग में तैनात अधिकारी को कोरोना संक्रमण हो। क्योंकि अगर किसी अधिकारी को संक्रमण होता है तो इससे विभाग के कर्मचारियों में भी संक्रमण होने का खतरा बना रहेगा। सरकार अभी से अधिकारियों के लिए ऐसा प्रबंध कर रही है कि अगर किसी अधिकारी को कोरोना का संक्रमण हो तो उसका पता लगा लिया जाए, जिससे दूसरे अधिकारियों को बचाया जा सकें।
इसके लिए सरकार ने टू टायर प्रबंध करने का फैसला किया है और सभी आईएएस,पीसीएस और तहसीलदारों का कोरोना का टेस्ट कराएगी। सरकार ने फैसला किया है कि पहले उन आईएएस और पीसीएस एवं तहसीलदारों के टेस्ट होंगे जो सीधे पब्लिक डीलिंग से जुड़े हुए हैं। जिसमें डीसी,एसडीएम,तहसीलदार, एडीसी शामिल है। दूसरे चरण में उन अफसरों के होंगे जो पब्लिक डीलिंग से नहीं जुडे हुए है। जैसे की किसी विभाग के डायरेक्टर,सचिव एसीएस है। इन अफसरों के टेस्ट के लिए हेल्थ विभाग ने जिले के सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है। वहीं कुछ अफसर अपने डॉक्टरों और सिविल सर्जनों पर टेस्ट घर आकर करने का दबाव बना रहे है।
टेस्ट के लिए सभी सिविल सर्जन को दिया निर्देश
ड्यूटी के दौरान अधिकारी वर्ग के लोग भी संक्रमित पाए जा रहे हैं। ऐसे में विभाग अधिकारी वर्ग के इलाज के लिए पूरे प्रबंध कर चुका है और टेस्ट के लिए सभी सिविल सर्जनाें को निर्देश दिया गया है। आईएएस,पीसीएस और तहसीलदारों के कोविड टेस्ट करवाए जाएंगे। ताकि पता चल सके कि कोई अधिकारी करोना संक्रमित तो नहीं है। -बलबीर सिंह सिद्धू, हेल्थ मिनिस्टर