अमृतसर. पंजाब पुलिस ने शिवसेना टकसाली के प्रधान सुधीर सूरी को करीग 1278 किलोमीटर पीछा करने के बाद रविवार को मध्यप्रदेश के इंदौर से आखिर गिरफ्तार कर ही लिया। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि रविवार सुबह ही पंजाब पुलिस के अमृतसर देहात की 11 जवानों की टीम ने सूरी को काबू किया है। 1 डीएसपी हरीश बहल (महिला विरोधी अपराध शाखा), 2 एसआई, 3 एएसआई और 5 सिपाहियों की इस टीम ने 21 घंटे का लगातार सफर तय करके पीछा करते हुए सूरी को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, औरतों के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां किए जाने का एक वीडियो जारी होने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए अभियान चला गया था। 8 जुलाई को पहले वीडियो के वायरल होने के बाद देश-विदेश में हो रही आलोचना जंडियाला पुलिस ने सूरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए, 354ए, 509 और 67 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इस वीडियो की देश-विदेश में खासी आलोचना हुई थी, वहीं पंजाब में तो माहौल और भी ज्यादा खराब हो गया था।
हो गई थी सूरी की सुरक्षा वापस
आतंकी संगठनों की हत्या की धमकी के बाद हिंदू नेता सुधीर सूरी को आठ सुरक्षाकर्मी, दो ड्राइवर दिए गए थे। इसके अलावा उनके आवास स्थान पर पांच हथियारबंद पुलिस कर्मियों का दल भी तैनात था। पिछले तीन साल से सूरी का सुरक्षा घेरा ज्यादा मजबूत किया गया था, लेकिन इस केस के बाद सभी को वापस बुला लिया गया था। साथ ही सूरी भी भूमिगत हो गया था। शिवसेना टकसाली नेत सुधीर सूरी के खिलाफ पहले भी सात केस दर्ज हैं, लेकिन इनमें जमानत मिल चुकी है।
किसी और के द्वारा वीडियो वायरल किए जाने की बात कही
डीजीपी के मुताबिक हालांकि सूरी ने फेसबुक वीडियो के माध्यम से दावा किया था कि किसी और ने इससे पहले का विवादित वीडियो उसके नाम से किसी और के द्वारा वॉयस ओवर करके वयरल किया है। सूरी ने कहा था कि पुलिस उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रही है। पंजाब पुलिस के कुछ अफसरों से उन्हें जान का खतरा है। उन्होंने कुछ दिन पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है कि उनसे पंजाब पुलिस की सिक्युरिटी हटा ली जाए। किसी अन्य एजेंसी को उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा का जिम्मा दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीते दिनों जंडियाला गुरु पुलिस ने उनके घर में पहुंचकर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया था। इसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट को पत्र भी लिखा है।