चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल से बागी हुए राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा सुखदेव सिंह ढींडसा और अकाली टकसाली नेताओं ने मिलकर नई पार्टी का नाम शिरोमणि अकाली दल ही रख दिया है। उन्होंने सुखबीर सिंह बादल को शिअद के प्रधान पद से हटाने का ऐलान भी कर दिया। इन नेताओं ने कहा कि जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब में सभी अकाली को इकट्ठा करके पार्टी का नया एजेंडा में तय किया जाएगा
लुधियाना में आयोजित बैठक में ढींढसा और नेताओं ने कहा कि पार्टी का नाम शिरोमणि अकाली दल ही रहेगा। यही असली शिरोमणि अकाली दल है। सुखबीर सिंह बादल को शिरोमणि अकाली दल के प्रधान पद से हटाया जाता है। इसके साथ ही नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि बाद में रजिस्ट्रेशन के समय तकनीकी परेशानी आती है तो पार्टी का शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक रख दिया जाएगा। पार्टी का प्रधान सुखदेव सिंह ढींडसा को चुन गया है।
बता दें कि सुखदेव सिंह ढीढसा और उनके पुत्र परमिंदर सिंह ढींढसा को पहले की शिरोमणि अकादल दल (बादल) से निकाला जा चुका है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि सुखबीर सिंह बादल को शिअद के अध्यक्ष पद से हटाने का उनका ऐलान मायने नहीं रखता है। वस्तुत: बागी अकाली नेताओं ने अलग अकाली दल बनाया है और सुखबीर बादल को शिअद के प्रधान पद से हटाने की बातकर वह महज बयानबाजी कर रहे हैं।
इससे पहले कहा जा रहा था कि नई पार्टी का नाम रखने का फैसला फिलहाल टल सकता है, क्योंकि अकाली दल टकसाली के प्रधान रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा की सेहत ठीक न होने के कारण गठजोड़ की बातचीत सिरे नहीं चढ़ सकी। लेकिन आज ढींढसा और अन्य बागी नेताओं ने यह ऐलान कर दिया।
इससे पहले सुखदेव सिंह ढींडसा के पुत्र विधायक परमिंदर सिंह ढींडसा ने कहा था कि पार्टी के नाम और प्रधान के बारे में फैसला नेताओं, वर्करों को लेना है। एक सवाल के जवाब में ढींडसा ने कहा कि आने वाले दिनों में कई अकाली नेता और कांग्रेसी नेता इसमें शामिल होंगे।
शिअद का राज्य भऱ में कांग्रेस के खिलाफ धरना
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों व राशन घोटाले के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के नेता व कार्यकर्ता आज राज्यस्तरीय धरना दें रहे हैं। अकाली दल ने विधायकों और हलका इंचार्जों को अपने अपने हलके में एक घंटे के लिए रोष प्रदर्शन करने की ड्यूटी लगाई थी। इसके चलते राज्य भर में अकाली दल के वर्करों ने धऱना देकर कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की। धान का सीजन होने के कारण अकाली वर्कर, नेता गांव, कस्बों में भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का कहना है कि पंजाब सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर दूसरे राज्यों के मुकाबले ज्यादा सेस लगाया है, जिस कारण दूसरे राज्यों के मुकाबले पंजाब में डीजल और पेट्रोल की कीमतें अधिक हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को केंद्र की तरफ से भेजा राशन प्राप्त नहीं हुआ है, वह अकाली दल भी धरने में शामिल हुए।
नीले कार्डों की बहाली और थर्मल प्लाट को बेचने के फरमान को रद्द करने की मांग को लेकर शिअद का प्रदर्शन
बठिंडा. शिरोमणि अकाली दल की तरफ से कोरोना के दौरान व्यापारियों को किसी तरह की राहत नहीं देने, बठिंडा थर्मल प्लाट को बंद करने के बाद उसे गिराने के फैसले, नीले कार्ड धारकों को सुविधा नहीं देने व केंद्रीय अनाज में घपला करने के आरोप लगा विभिन्न जोन में विरोध प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
विभिन्न धरनों की अगुवाई पूर्व विधायक सरु पचंद सिंगला की तरफ से की गई जबकि इस दौरान पूर्व मेयर बलवंत राय नाथ, एमसी विजय कुमार शर्मा ने भी विभिन्न जोन में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सरु पचंद सिंगला ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता संभालने से पहले लोगों से बड़े-बड़े वायदे किए इसमें नौजवानों को स्मार्ट फोन देने के साथ रोजगार देने की बात प्रमुख थी। कांग्रेस ने दावा किया था कि वह बठिंडा के थर्मल प्लाट को बंद नहीं होने देंगे लेकिन सत्ता संभालते ही सबसे पहले गुरु नानक देव महाराज के नाम पर स्थापित थर्मल प्लाट को बंद कर दिया गया।
सरकार यही नहीं रु की बल्कि बाद में इसकी चिमनियों को तोड़ने व बेशकीमती जमीन को बेचने का फरमान जारी कर दिया। गुरु नानक देव महाराज के नाम पर बने इस थर्मल के साथ लोग भावनात्मक तौर पर जुड़े हैं लेकिन सरकार ने लोगों की इन भावनाओं को भी अपने नीजि स्वार्थ के चलते तिंलाजली दे दी। विश्व भर में फैली कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न सरकारे व्यापारियों, मजदूरों व किसानों को राहत दे रही है लेकिन पंजाब की कैप्टन सरकार ने आज तक किसी तरह के राहत की घोषणा नहीं की बल्कि लोगों को पैट्रोल व डीजल में भारी भरकम राज्य टैक्स लगाकर महंगा कर दिया है। वही केंद्र सरकार की तरफ से गरीबों व जरु रतमंद लोगों के लिए जो राशन आया उसे भी हड़प कर लिया गया।
वर्तमान में शहर के अंदर गुंडाराज कायम है किसी को भी बोलने का अधिकार नहीं है बल्कि जो सरकार की नीतियों व कमियों के बारे में बोलता है उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवा दिए जाते है। इस तरह से कांग्रेस लोकतंत्न का गला घोटने में भी अव्वल हो रही है। बरसात के दिनों में पानी की निकासी के लिए पुख्ता प्रबंध करने का दावा करने वाले वित्त मंत्नी अब बरसातों में शहर का हाल जानने नहीं आ रहे हैं। इस दौरान विजय एमसी, डा. ओम प्रकाश शर्मा, मेयर बलवंत राय नाथ, एमसी हरविंदर शर्मा, गुरवेक मान, चमकौर सिंह मान भी हाजिर रहे। उन्होंने सरकार से गरीबों के काटे गए नीले कार्ड बहाल करने व उनके हिस्से के बनते राशन की सप्लाई बिना किसी देरी के जारी करने की मांग रखी।