पंजाब में यूनिवर्सिटीज व काॅलेजों काे नए निर्देश, कमजोर छात्रों को देनी होगी परीक्षा

लेकिन जिन विद्यार्थियों के औसत ग्रेड, अंक, सीजीपीए कम से कम पास अंकों, ग्रेड, सीजीपीए से कम हैं, को उस सेमेस्टर की परीक्षा देनी पड़ेगी और फिर उनको डिग्री दी जाएगी। आखिरी साल, बीच वाली क्लासों के विद्यार्थियों को अपनी इच्छा अनुसार अपने ग्रेड,अंकों में सुधार के लिए परीक्षाओं देने का विकल्प भी दिया जाएगा।

चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज के सभी उप-कुलपतियों को यूनिवर्सिटी और काॅलेज में परीक्षाएं कराने के बारे में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार आखिरी साल या सेमेस्टर वाले विद्यार्थियों को पिछली परीक्षाओं या सेमेस्टरों के अंकों, ग्रेड, सीजीपीए के आधार पर डिग्रियां और डिप्लाेमा दिए जाएंगे। बशर्तें विद्यार्थी के पिछली परीक्षा या सेमेस्टरों के औसत ग्रेड या अंक, सीजीपीए कम से कम पास अंकों, ग्रेड, सीजीपीए से अधिक हों। कक्षाओं के सभी विद्यार्थियों को अगली कक्षा या सेमेस्टर सीधे प्रमोट किया जाएगा।

लेकिन जिन विद्यार्थियों के औसत ग्रेड, अंक, सीजीपीए कम से कम पास अंकों, ग्रेड, सीजीपीए से कम हैं, को उस सेमेस्टर की परीक्षा देनी पड़ेगी और फिर उनको डिग्री दी जाएगी। आखिरी साल, बीच वाली क्लासों के विद्यार्थियों को अपनी इच्छा अनुसार अपने ग्रेड,अंकों में सुधार के लिए परीक्षाओं देने का विकल्प भी दिया जाएगा। हर यूनिवर्सिटी यह दिशा-निर्देशों नियम-शर्तों , नीति पर अपने स्तर पर काम करेगी। अगर कोई यूनिवर्सिटी ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने की प्रक्रिया अधीन हैं, वह उच्च शिक्षा विभाग की मंज़ूरी के साथ जारी रख सकेंगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.