8 पुलिसवालों के हत्यारे का साथी दयाशंकर गिरफ्तार, बोला- पुलिस की दबिश से पहले विकास दुबे के पास फोन आया था, इसके बाद ही हमले का प्लान बनाया

दयाशंकर अग्निहोत्री ने कहा- विकास दुबे ने जिस बंदूक से पुलिस पर फायरिंग की वह, मेरे नाम है 8 पुलिसवालों के हत्यारे विकास पर इनाम बढ़ाकर एक लाख किया गया, दयाशंकर 25 हजार का इनामी

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कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या के 3 दिन बाद भी गैंगस्टर विकास दुबे फरार है। हालांकि, रविवार तड़के उसका साथी दयाशंकर अग्निहोत्री गिरफ्तार कर लिया गया। वह पुलिस पर हमले के समय विकास के साथ था। उस पर 25 हजार का इनाम था। उसने पुलिस को बताया कि विकास ने जिस बंदूक से फायरिंग की, वह मेरे नाम है। उसने यह दावा भी किया कि पुलिस की दबिश से पहले विकास के पास एक फोन आया था। इसके बाद हमले की प्लानिंग की गई। 25-30 लोगों को हथियार समेत घर बुलाया गया।

दयाशंकर कल्याणपुर इलाके में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया। उसके पैर में गोली लगी। पुलिस ने घेराबंद करने के बाद उससे सरेंडर करने को कहा था, लेकिन उसने देसी तमंचे से पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने की कोशिश की। इस बीच, पुलिस ने विकास पर इनाम 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया है। विकास के 18 साथियों पर भी 25-25 हजार रुपए का इनाम रखा गया है।

विकास ने एक व्यक्ति की जमीन पर कब्जा किया था

कानपुर जिले के चौबेपुर इलाके के राहुल तिवारी के ससुर लल्लन शुक्ला की जमीन पर विकास ने जबरन कब्जा कर लिया था। राहुल ने कोर्ट में विकास के खिलाफ केस दर्ज कराया। 1 जुलाई को विकास ने साथियों की मदद से राहुल को अगवा कर लिया और बंधक बनाकर पीटा। जान से मारने की धमकी भी दी। राहुल ने थाने में इसकी शिकायत की थी।

विकास ने थाना प्रभारी के साथ भी हाथापाई की थी

पूछताछ के लिए थानाध्यक्ष आरोपी विकास के घर पहुंचे। यहां विकास ने उनके साथ हाथापाई की। इसके बाद थानाध्यक्ष ने राहुल की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और खुद के साथ हुई बदसलूकी की चर्चा भी किसी से नहीं की। बाद में अधिकारियों के आदेश पर चौबेपुर थाने में विकास पर केस दर्ज हो गया। गुरुवार देर रात पुलिस उसके घर दबिश देने पहुंची थी। यहां सीओ, 3 एसआई, 4 कॉन्स्टेबल शहीद हो गए। इनके अलावा, 2 गांववाले, 1 होमगार्ड और 4 पुलिसवाले घायल हो गए थे।