नेपाल के पीएम को भारत विरोध भारी पड़ा / इस्तीफे की मांग के बीच ओली 5 बजे देश को संबोधित करेंगे, राष्ट्रपति से मुलाकात की; बजट सत्र भी स्थगित
नेपाल में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं की गुरुवार को लगातार सातवें दिन मीटिंग प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने विरोधियों को मनाने की कोशिश की, घर बुलाया
काठमांडू. इस्तीफे की मांग के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली गुरुवार को शाम 5 बजे देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने आज राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने बालुवाटर में कैबिनेट की इमरजेंसी बैठक बुलाई। इसमें बजट सत्र स्थगित करने का फैसला लिया गया, जिस पर राष्ट्रपति ने मुहर लगा दी। कहा जा रहा है कि ओली आज प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
उधर, सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की स्थायी समिति की बैठक स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे से शुरू हुई बैठक को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। ओली बैठक में शामिल नहीं हुए थे। बैठक की अध्यक्षता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने की। पार्टी नेता ओली की एकतरफा कार्रवाई के बाद खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। प्रचंड समेत सभी टॉप लीडर चाहते हैं कि ओली इस्तीफा दें।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओली ने प्रचंड से मिलने से इनकार कर दिया है। खबर है कि उन्होंने नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूएमएल के नाम से एक नई पार्टी भी दर्ज करा ली है।
ओली ने बुधवार को अपनी ही पार्टी में विरोधियों को शांत करने की कोशिश की। नेताओं को घर बुलाया, लेकिन बात नहीं बनी। लगातार सातवें दिन स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग हुई। पांच में तीन नेताओं ने ओली से इस्तीफा देने को कहा। बुधवार को वे बीमार भी हो गए थे। देर रात उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, इसे रूटीन चेकअप बताया गया।
घर पर मीटिंग
सत्तारूढ़ एनसीपी गठबंधन की लगातार सातवें दिन मीटिंग हुई। पार्टी हेडक्वॉर्टर में हुई इस मीटिंग में ओली हिस्सा लेने नहीं पहुंचे। कुछ देर बाद उन्होंने विरोधी नेताओं को घर बुलाया। यहां बातचीत की। काठमांडू पोस्ट ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पांच नेताओं में से तीन ने ओली से कहा कि वो फौरन पद छोड़ दें। दो नेताओं ने उन्हें काम सुधारने की नसीहत दी।
ये नेता हुए शामिल
बुधवार को हुई मीटिंग में नंद कुमार प्रसीन, पेशाल खाटीवाड़ा, लीलामणि पोखरेल, मात्रिका यादव और योगेश भट्टराई ने भाषण दिया। खाटीवाड़ा, यादव और पोखरेल ने कहा- ओली विफल रहे हैं। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं प्रशीन और भट्टराई ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने काम और तरीके में सुधार करें। मात्रिका यादव ने तो यहां तक कह दिया कि ओली शारीरिक, मानसिक और वैचारिक तौर पर प्रधानमंत्री रहने लायक नहीं बचे हैं।
भारत पर आरोप लगाना अपराध
लीलामणि पोखरेल ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री ने भारत पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। सबसे पहले उन्हें इस बात के सबूत देने होंगे। अगर वो ऐसा नहीं कर पाते तो ये माना जाएगा कि उन्होंने अपराध किया है।
अस्पताल में ओली
इस्तीफे के बढ़ते दबाव के बीच खबर आई कि ओली बीमार हो गए हैं। देर रात उन्हें काठमांडू के शहीद गंगालाल नेशनल हार्ट केयर सेंटर में भर्ती कराया गया। हालांकि, ओली के मीडिया सलाहकार ने इसे रूटीन चेकअप बताया। कहा- इसे सियासी मामलों से जोड़कर न देखा जाए।