पंजाब वीकएंड लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा, सूबे में कई जगह कंप्लीट लॉकडाउन

पंजाब में अब तक 5199 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं और इनमें से 133 की मौत हो चुकी है राज्य में तीसरे वीकएंड लॉकडाउन के चलते बाजार, मॉल्स और इंडस्ट्री वगैरह बंद, सड़कें सूनी

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जालंधर. कोरोनावायरस का खौफ आए बढ़ता ही जा रहा है। पंजाब में अब तक 5199 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं और इनमें से 133 की मौत हो चुकी है। हालांकि, अनलॉक-1 का रविवार को 28वां दिन है, जिस बीच लोगों को बहुत सारी राहतें दी गई हैं। शनिवार को पंजाब सरकार ने बसों में सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त भी खत्म कर दी। दूसरी ओर राज्य में तीसरे वीकएंड लॉकडाउन के चलते तमाम बाजार, मॉल्स और इंडस्ट्री वगैरह बंद हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। दूसरी ओर मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते कई जगह लॉकडाउन को आने वाले कई दिन के लिए लगाया गया है।

सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन किया तो एफआईआर दर्ज की जाएगी

अमृतसर में रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन है। डीसीपी जगमोहन सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन रहेगा। शहर में कोई दुकान, संस्थान, होटल और रेस्टोरेंट नहीं खुल सकेगा। अगर किसी ने सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। हालांकि, जरूरी काम से बाहर निकलने वालों को क‌र्फ्यू पास रखना या विभाग का पहचान पत्र होना जरूरी है।

फतेहगढ़ साहिब और गिद्दड़बाहा में चार दिन के लिए कंप्लीट लॉकडाउन के आदेश
फतेहगढ़ साहिब में बीते दिनों ऊषा माता मंदिर के प्रमुख की मौत हो गई, वहीं मरीजों की संख्या भी 100 के पार हो गई है। डिप्टी कमिश्नर ने रविवार से मंगलवार तक अमलोह और मंडी गोबिंदगढ़ को पूरी तरह से बंद रखने का आदेश दिया है। इसी तरह मुक्तसर जिले के गिद्दड़बाहा में शनिवार को एक ही परिवार के 8 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के चलते मंडी में चार दिन के लिए पूरी पाबंदी रहेगी। हालांकि, इस दौरान मेडिकल इमरजेंसी और दूध वगैरह की सप्लाई जारी रहेंगी।
लुधियाना में सेहत विभाग माइक्रो कंटेनमेंट जोन को सील करके घर-घर सर्वे करेगा
लुधियाना जिले में कोरोनावायरस के कारण हालात गंभीर होते जा रहे हैं। शहर में शनिवार को लगातार 23वें दिन 26 लोग पॉजिटिव आए। इनमें से 20 लुधियाना के, जबकि छह अन्य जिलों के रहने वाले हैं। वहीं अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती दूसरे जिलों के कोरोना संक्रमित पांच लोगों ने भी दम तोड़ा। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि जिले में अब कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 748 पहुंच गई। डिस्ट्रिक्ट एपिडिमोलॉजिस्ट डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि सेहत विभाग माइक्रो कंटेनमेंट जोन को सील करके घर-घर सर्वे करेगा।
मिशन फतेह के तहत लोगों को मास्क बांटे और जागरूक किया
पठानकोट में मिशन फतेह के तहत नगर निगम के अतिरिक्त कमिश्नर सुरिंदर सिंह ने विशेष अभियान शुरू किया। उन्होंने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को हर वार्ड में लोगों के घरों तक पहुंचने और लोगों को पंजाब सरकार के मिशन के बारे में जागरूक करने के लिए कहा। इसके बाद सभी कर्मचारी पठानकोट के सभी वार्डों में पहुंचे और लोगों को मास्क बांटे। बार-बार हाथ धोने, घर के अंदर रहने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और घर से बाहर जाने पर मास्क का उपयोग करने के लिए जागरूक किया।
गुरदासपुर के दो परिवार 3 महीने बाद आज लौट सकेंगे घर
पिछले तीन माह से भी अधिक समय से पाकिस्तान में फंसे गुरदासपुर के दो परिवार रविवार को स्वदेश लौटेंगे। अटारी बॉर्डर से रफीक अहमद, आयशा तयब्बा, मोहम्मद अनवर, फौकिया नसरीन व खौला अनवर स्वदेश लौटेंगे। इन परिवारों को धारीवाल के निकट बने कोरोनावायरस जांच केंद्र ले जाया जाएगा। इसके बाद इन सभी लोगों को सेखवां में बने आइसोलेशन केंद्र में रखा जाएगा। उमैरा रफीक का विवाह कादियां निवासी रफीक अहमद से हुआ था। वह पिछले 13 साल से भारत में रह रही थी। वह अपने पति व एक साल की बेटी आयशा तयब्बा के साथ अपने माता-पिता से मिलने पाकिस्तान गई थी। कोरोना के कारण बॉर्डर बंद होने पर वहां फंस गए थे।
नशे की सप्लाई पहुंचाने के लिए पत्नियों को साथ लेकर चलने लगे तस्कर
लॉकडाउन में ड्रग तस्‍करों ने तरीका बदल लिया है। ड्रग पहुंचाने के लिए वो पत्नियों का भी इस्‍तेमाल कर रहे ह‍ैं। पत्नियों को साथ जा रहे हैं, ताकि पुलिस को शक न हो। दरअसल, कार या दुपहिया वाहन पर सवार दंपति को देखते हुए पुलिस भी उन पर शक नहीं करती। नाके से तस्कर आसानी से पुलिस की आंख में धूल झोंकते हुए गुजर जाते हैं। इसका राज तब खुला, जब लुधियाना में एसटीएफ ने नशा तस्करों को उनकी पत्नी के साथ गिरफ्तार किया। वैसे भी पुलिस ने पिछले दो दिन में चार महिलाओं को हेरोइन की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया है।

कौवा एप डाउनलोड करने में बठिंडा 3910 नए यूजर के साथ प्रदेश में पांचवें स्थान पर पहुंचा


बठिंडा. बठिंडा के लोग तेजी के साथ कोरोना के खिलाफ एक हथियार के तौर पर उभरी पंजाब सरकार की मोबाइल एप ‘कौवा पंजाब ’ को डाउनलोड कर रहे हैं। नए डाउनलोड करने वालों में जिले का अब प्रदेश में 5वां रैक हो गया है जब कि कुछ दिन पहले बठिंडा 6वें स्थान पर था। यह जानकारी डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन ने दी है। मिशन फतेह अभियान शुरू होने के बाद पिछले 12 दिन में जिले के अंदर 3910 नए यूजरों ने यह एप डाउनलोड कर मिशन फतेह ज्वाइंन किया है। कौवा एप पूरी तरह सुरक्षित सरकारी एप है जिसपर कोविड 19 से संबंधित हर अधिकारिक जानकारी सरकार की तरफ से उपलब्ध करवाई जाती है। इस एप के द्वारा लोग ई-पास भी जनरेट कर सकते हैं। ई संजीवनी के द्वारा डाक्टरों के साथ वीडियो काल कर सकते हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले या भीड़ की सूचना दे सकते हैं। इसके बिना इस एप पर लोग अपने नजदीक के कोविड मरीज़ से दूरी का भी पता लगा सकते हैं। यह बलूटूथ और लोकेशन के आधार पर यूजर को कोविड के खतरे से सचेत करती है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस एप के द्वारा मिशन फतेह के साथ भी जुड़ा जा सकता है। इस मिशन को ज्वाइंन करने पर हर एक यूजर को एक रैफरल कोड मिलता है और व्यक्ति इस कोड के हवाले के साथ दूसरे को मिशन फतेह ज्वाइन करवाता है तो उसको प्वाइंट मिलते हैं। इस तरह ज़्यादा प्वाइंट हासिल करने वालों को पंजाब सरकार की तरफ से मिशन फतेह योद्धा का सर्टिफिकेट और टी शर्ट भेंट की जाएगी। बठिंडा जिले के 13 लोग बरौंज सार्टिफिकेट और 5 लोग सिल्वर सार्टिफिकेट जीत चुके हैं। डिप्टी कमिश्नर ने सबसे अपील की कि वह कोविड 19 बीमारी संबंधी हर तरह की सही जानकारी के लिए अपने मोबाइल पर कौवा एप जरूर डाउनलोड करे। उन्होंने बताया कि इसके बिना मोबिल नंबर 94653 – 39933 पर मिस काल करके भी मिशन फतेह के साथ जुड़ा जा सकता है।
जिले के डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन ने बताया कि रविवार का दिन मिशन फतेह के अंतर्गत जागरूकता गतिविधियों के लिए रखा गया था जिसमें देहाती विकास विभाग को मुहिम चलाने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। उन्होंने कहा कि सावधानी ही कोविड-19 बीमारी से बचाव की विधि है। इस लिए विभाग ने जिले भर में आज बीमारी से बचाव के लिए जागरुकता अभियान चलाया।


अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर विकास परमवीर सिंह ने कहा कि पंचों सरपंचों ने उत्साह के साथ इस मुहिम में शिरकत की और अपने गांवों को कोविड से सुरक्षित रखने के लिए रखे जाने वाले सुरक्षा उपायों का पाठ अपने नगर निवासियों को पढ़ाया। उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलते समय मास्क लगा कर जाए, जनतक स्थानों पर एक दूसरे से 6 फुट दूर खड़े होकर बातचीत करे या सामान का लेने देने करने के बाद बार बार साबुन के साथ अपने हाथ धोते रहो। जिला विकास और पंचायत अफसर हरजिन्दर सिंह जस्सल ने कहा कि इस मुहिम में महिला पंचों सरपंचों की भूमिका भी सराहनीय रही और अन्य ने भी इस मुहिम में अधिक चढ़कर योगदान डाला। हांव मानक खाना की सरपंच सैशनदीप कौर सिद्धू जोकि जिले की सबसे छोटी उम्र की सरपंच है ने खुद घर-घर जाकर लोगों को इस बीमारी के बारे जागरूक किया। इसी तरह मौड़ ब्लाक के गाँव राजगढ़ कुबे, गांव माड़ी, ब्लाक तलवंडी साबो की जम्बर बस्ती, ब्लाक नथाना की चक्क बख्तू, ब्लाक फूल के रत्थड़ियां, ब्लाक संगत के गांव कोटली साबो, कोट गुरू और बाजक, ब्लाक बठिंडा के बाहो सिवाई, झूम्बा और चुंघे कला, ब्लाक भगता के सुरजीत नगर में विशेष तौर पर अभियान चलाया गया। बठिंडा के बीडीपीओं अभिनिव गोयल ने बताया कि इस दौरान गांवों में लोगों को मास्क और जागरूकता पैफलेंट भी बांटे गए।

 

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