कोरोना संकट / जालंधर, अमृतसर, लुधियाना अति संवेदनशील जिले घोषित

तीनों जिलों में 1730 संक्रमित, 58 मौतें व 638 एक्टिव केस इन 3 जिलाें में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना बना बड़ी चुनौती

जालंधर. सबे के 3 जिलों अमृतसर, जालंधर और लुधियाना में कोरोना मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ रही है। तीनाें जिलाें में 1730 लाेग संक्रमित और 58 मौतें हो चुकी हैं। वहीं, 638 एक्टिव केस हैं। इसे देखते सरकार ने अब तीनों जिलों को अति संवेदनशील घोषित कर दिया है। सरकार का मानना है कि ये जिले पुराने बने हुए हैं और इनकी जनसंख्या को देखते संक्रमण पर नियंत्रण करना बड़ी चुनौती है। यहां से सूबे में कम्युनिटी स्प्रेड होने की संभावना बढ़ गई है।

हालांकि अभी राज्य में प्रतिदिन 10,000 लोगों के टेस्ट करने का टारगेट रखा गया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने काम शुरू कर दिया गया है। लेकिन बढ़ रहे मरीजाें काे देखते हुए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को टेस्ट करने वाले स्टाफ की संख्या बढ़ाने को गया है, ताकि संक्रमण के फैलाव काे रोका जा सके। उक्त 3 जिलों में विशेष लुधियाना में स्लम एरिया बड़ी चुनौती है। क्योंकि लुधियाना एक इंडस्ट्रियल एरिया है, जहां बड़ी संख्या में लेबर काम करती है।

यहां छोटे घर व गलियां है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सही से नहीं हो पा रहा है। जालंधर व अमृतसर भी पुराने शहर हैं। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग बड़ी चुनौती है, इसलिए यहां केस बढ़ रहे हैं। इन्हें नियंत्रित करने को सरकार अब विशेष प्लान के तहत काम करने की योजना बना रही है। इन जिलों में लोकल बॉडी और ग्रामीण विकास विभाग को विशेष पैकेज दिया जा सकता है ताकि पैसे की कमी के कारण यहां सुविधाएं उपलब्ध कराने में कमी न की जाए।

हर घर का रिकाॅर्ड बनेगा, टीमें करेंगी सर्वे

सरकार ने अब निर्णय लिया है कि सूबे के हर जिले में हर घर का रिकाॅर्ड बनेगा। स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर-टू-डोर सर्वे कर सभी परिवारों का आंकड़ा जुटाएंगी। सर्वे में हर परिवार के प्रत्येक सदस्य को पूरा ब्योरा होगा, चाहे वह तंदुरूस्त या बीमार। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही संबंधी गांव, सेक्टर में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के उपाय किए जाएंगे।

सभी दलों की बनेगी कमेटी

अब राज्य सभी दलों के सदस्यों की हर जिले में एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। जो संक्रमण को लेकर इसकी समीक्षा के साथ लोगों को अवेयर करवाएगी। कमेटी में शिअद, आप और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समेत स्थानीय एनजीओ को शामिल किया जा रहा है।

इन तीनों जिलों में आने व जाने पर लगेगी रोक

तीनों जिलों में पिछले कई दिनों से मरीज बढ़ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस में कमी नहीं आती है तो शहरों के बॉर्डर्स को सील कर दिया जाएगा ताकि राज्य को संक्रमण से बचाया जा सके। बॉर्डर्स सील हाेने पर इन शहरों में किसी भी व्यक्ति के बाहर जाने या यहां आने पर तक पूर्णतय पाबंदी रहेगी।

बच्चों को बचाना है तो नियमों को फॉलो करें

सेहत मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वह दूरी बनाए रखें। दोस्तों व रिश्तेदारों से मिलने आदि कामों में शामिल होने से परहेज करें। अगर लोग अपने बच्चों व बुजुर्गों को बचाना चाहते हैं तो जरूरी है कि इकट्ठा यात्रा करने, मिलने, खाना खाने से परहेज करें। मास्क लगाना और हाथों को सेटेनाइज करना जरूरी समझें।

2 पॉजिटिव महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया

कोरोना संक्रमित दो गर्भवती महिलाओं ने सरकारी मेडिकल कॉलेज और राजिंदरा अस्पताल पटियाला में बच्चों को जन्म दिया है। दोनों मरीजों में एक की 37 हफ्तों की आईवीएफ गर्भावस्था, प्रीक्लेम्पसिया के साथ थी। वहीं, दूसरी की गर्भावस्था भी प्रीक्लेम्पसिया के साथ थी। मां और बच्चे दोनों ठीक हैं ।

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