अमृतसर । गुरुनगरी में दो खालिस्तानी आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास एक जर्मन मेड मशीनगन, 9 एमएम का पिस्टल, चार मैगजीन बरामद किया गया हैl पुलिस ने बताया कि आतंकी यहां टारगेट किलिंग के लिए आए थे। दोनों आतंकियों के नाम गुरमीत सिंह और विक्रम सिंह बताए जाते हैं। उनको अमृतसर देहात पुलिस ने जंडियाला में एक ढ़ाबे के पास से पकड़ा गया। वे पंजाब में बड़े आतंकी हमले करने की तैयारी में थे और एक समुदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाने की फिराक में थे।
बता दें कि पिछले दिनों पठानकोट में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंंकियों को पकडा गया था। ये तीनों अमतृसर से कश्मीर घाटी में हथियार ले जाने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद आज दो खालिस्तानी आतंकियों की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस सतर्क हो गई है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनोंं की गिरफ्तारी से बड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा हुआ है। इन आतंकियों के पाकिस्तान से कनेक्शन निकले हैं। वे अपने पाकिस्तानी आकाओं के निर्देश पर यहां बडी आतंकी वारदात और टारगेट किलिंग की फिराक में थे। उनेे पास से हथियारों के अलावा दो मोबाइल फोन, कुछ भड़काऊ लिखित सामग्री और तस्वीरें बरामद हुए हैं। उनके फोन में पाकिस्तानी आकाओं के संदेश भी मिलने की जानकारी है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने बताया कि मोबाइल फोन में पाकिस्तान स्थित तत्वों के साथ संदिग्ध लेनदेन का पता चला है। इनमें तस्वीरें, ऑडियो संदेश, साथ ही एक विशेष भू-स्थान के निर्देशांक (particular geo location) शामिल हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया के आतंकियों के पास खालिस्तान जुड़े कई प्रकार के पोस्ट और वेब-लिंक मिले हैं। ये लिंक व पोस्ट पकड़े एगए एक आंतकी गुरमीत सिंह के मोबाइल फोन में मिलेे हैं। दोनों आतंकी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ और भारत विरोधी तत्वों के साथ नियमित रूप से संपर्क में थे।
डीजीपी ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने भादसं कि धारा 120 बी,121, 25, 54, 59 आर्म्स एक्ट आर / डब्ल्यू 13, 17, 18, 18 बी, 20 गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि अमृतसर ग्रामीण पुलिस की एक टीम ने जंडियाला में गुरदासपुरिया ढाबा के पास एक जगह पर छापा मारकर गुरमीत सिंह और विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया के 44 वर्षीय आतंकी गुरमीत सिंह अमृतसर के सुल्तानविंड रोड का रहनेवाला है। गुरमीत सिंह ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनको तस्वीरें और ऑडियो संदेश पाकिस्तान स्थित हैंडलर द्वारा भेजा गया था। इसमें उस स्थान के बारे में पता चल सके जहां हथियार छिपाए गए हैं। इन हथियारों से आतंकी हमला किया जाना था।
डीजीपी गुप्ता ने बताया कि आतंकियों के इरादे बेहद खतरनाक थे। दोनों आतंकियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान स्थित हैंडलर उन्हें पंजाब में आतंकी हमले करने के निर्देश दे रहे थे। वे खासतौर पर एक विशेष समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों को निशाना बनाने की फिराक में थे। खालिस्तान की वजह से। गुरमीत सिंह ने खुलासा किया कि वह करीब तीन साल पहले अपने हैंडलर्स से मिलने पाकिस्तान गया था।
डीजीपी ने बताया कि आतंकी गुरमीत सिंह पहले अपने भाई के साथ धोखाधड़ी के एक मामले में शामिल था। इसे संबंध में उनके खिलाफ अमृतसर बी-डिवीजन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। डीजीपी गुप्ता ने कहा कि दोनों आतंकियों के पाकिस्तान आकाओं और इस आतंकवादी नेटवर्क का संचालन करने वाले की पहचान करने की कोशिश की जारी है। पुलिस पूरे आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुट गई है।