चीन की टॉप एक्सपर्ट बोलीं- ’20 साल तक रह सकता है कोरोना’, फिर…

चीनी अखबार ने इंडस्ट्री के लोगों के हवाले से यह भी कहा कि महामारी एक्सपर्ट के बयान के बाद चीनी लोग फ्रोजेन फूड से दूरी बना रहे हैं. चीन में शुक्रवार को अंडरग्राउंड सी फूड मार्केट से 200 सैंपल लिए गए थे. इनमें से कई सैंपल पॉजिटिव आए.

0 999,154

चीन की प्रमुख महामारी रोग विशेषज्ञ ली लानजुआन ने कहा था कि माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में कोरोना वायरस 20 साल तक रह सकता है. जबकि माइनस 4 डिग्री सेल्सियस पर कई महीने तक. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चाइना न्यूज सर्विस के हवाले से ये बातें प्रकाशित की. रिपोर्ट में बताया गया था कि ली लानजुआन समझती हैं कि खासकर कोरोना वायरस कोल्ड-रेजिस्टेंट है. लेकिन रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद जब वायरल हो गई तो लानजुआ अपने बयान से पलट गईं.

 

  • ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि ली लानजुआन कहती हैं कि कोरोना वायरस ठंड में लंबे वक्त तक रह सकता है. यही वजह है कि वायरस एक देश से दूसरे देश भी पहुंच रहा है. कई सामानों को एक देश से दूसरे देश, फ्रीजिंग टेंपरेचर में ही भेजा जाता है. यह भी कहा गया कि वायरस के कोल्ड-रेजिस्टेंट होने की वजह से ही चीन के सी फूड मार्केट में कोरोना कई बार पाया जा चुका है.
  • चीनी अखबार ने इंडस्ट्री के लोगों के हवाले से यह भी कहा कि महामारी एक्सपर्ट के बयान के बाद चीनी लोग फ्रोजेन फूड से दूरी बना रहे हैं. चीन में शुक्रवार को अंडरग्राउंड सी फूड मार्केट से 200 सैंपल लिए गए थे. इनमें से कई सैंपल पॉजिटिव आए.
  • इससे पहले यह भी रिपोर्ट सामने आई थी कि चीन के झीनफडी में आयात किए गए Salmon के चॉपिंग बोर्ड से वायरस मिले हैं. इसके बाद Salmon की बिक्री पर रोक लगा दी गई थी.
  • चीन के प्रमुख अखबारों में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद महामारी रोग विशेषज्ञ ली लानजुआन ने दावा किया कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर प्रकाशित किया गया. लानजुआन ने बयान बदलते हुए कहा- ‘कोरोना वायरस नया वायरस है और ठंड को लेकर इसका रेजिस्टेंस अब तक पता नहीं चला है.’

ली लानजुआन का बयान चीन की सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया था और लोग फ्रोजन फूड से दूरी बनाने लगे थे. शनिवार को चीन के न्यूज पोर्टल zjol.com.cn से बात करते हुए लानजुआन ने दावा किया कि उनके बयान को गलत समझा गया. उन्होंने कहा कि फ्रीजिंग टेंपरेचर में वायरस के लंबे वक्त तक सक्रिय रहने के बारे में उन्होंने सामान्य तौर से कहा था और ये पहले से ज्ञात वायरस के लिए था, न कि कोरोना के लिए.

ली ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को ही ये साफ कह दिया था कि कोरोना वायरस के कोल्ड-रेजिस्टेंस होने को लेकर अभी और स्टडी करने की जरूरत है. हालांकि, ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि बीजिंग में हाल में कोरोना के जो केस सामने आए हैं उनके संबंध आयात किए गए फ्रोजन फूड से पाया गया है.

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.