भारत ने किया चीनी सामानों का बहिष्कार तो बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा China! लगेगा 1.29 लाख करोड़ का झटका
भारत और चीन (India-China Relations) के सेनाओं के बीच हुई झड़प के साथ ही पूरे देश में चीन में बने साामानों के बहिष्कार की आवाज उठ रही है. एक भारतीय कारोबारी संगठन के मुताबिक चीन से होने वाले कुल इंपोर्ट में रिटेल ट्रेडर्स की हिस्सेदारी करीब 17 अरब डॉलर है.
नई दिल्ली. भारत और चीन (India-China Relations) के सेनाओं के बीच हुई झड़प के साथ ही पूरे देश में चीन में बने साामानों के बहिष्कार की आवाज उठ रही है. छोटे कारोबारी केंद्र सरकार से अपील कर रहे हैं कि ई-कॉर्मस प्लेटफॉर्म को देश में चीन में बने सामानों को बेचने से रोका जाए. बता दें कि देश में ये ई-कॉर्मस प्लेटफॉर्म चीन से सालाना लगभग 74 अरब डॉलर की वस्तुए आयात करते हैं. एक भारतीय कारोबारी संगठन के मुताबिक चीन से होने वाले कुल इंपोर्ट में रिटेल ट्रेडर्स की हिस्सेदारी करीब 17 अरब डॉलर है. इन आयातित वस्तुओं में खिलौनों, घरेलू सामानों, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं और सौंदर्य प्रसाधनों की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है. इनकी भरपाई भारतीय उत्पादों से की जा सकती है.
चीन को नए सामानों के ऑर्डर ना दें
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के जनरल सेक्रेटरी वीके बंसल ने पीटीआई से कहा कि हम अपने सभी सदस्यों से चीन में बने सामान को जल्द क्लीयर करने की अपील कर रहे हैं और उनसे यह भी अपील की जा रही है कि वह चीन को नए सामानों के ऑर्डर ना दें. इसके साथ ही हम सरकार से यह अपील भी कर रहे हैं कि सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को देश में चाइनीज सामान बेचने से रोकें.