सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म पर फिर बहस शुरू हो गई है। दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर बॉलीवुड के बड़े फिल्म मेकर और कुछ एक्टर्स का भी विरोध शुरू जारी है। जयश्री शर्मा श्रीकांत नाम की फेसबुक यूजर ने नेपोटिज्म फैलाने वालों के बहिष्कार के लिए ऑनलाइन पिटीशन शुरू की है।
24 घंटे में 16.85 लाख से ज्यादा लोगों के साइन
जयश्री ने यह पिटीशन 16 जून को शाम 6:47 बजे Change.org प्लेटफॉर्म पर शुरू की। इसे फेसबुक पर साझा करते हुए लिखा, “प्लीज साइन और साझा करें। हम फिल्म इंडस्ट्री में बदलाव ला सकते हैं। और बार-बार ऐसा कुछ होने से रोक सकते हैं।” जयश्री ने 10 लाख साइन का लक्ष्य लेकर यह पिटीशन शुरू की थी। 24 घंटे में इसे 16.85 लाख से ज्यादा लोग साइन कर चुके हैं।
कौन हैं जयश्री श्रीकांत
जयश्री की फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वे बॉलीवुड कोरियोग्राफर, आर्टिस्ट, डायरेक्टर और रेडियो जॉकी हैं। वे मूलरूप से केन्या के नेरोबी शहर की रहने वाली हैं। फिलहाल, अमेरिका के प्रिंसटन (न्यूजर्सी) में रहती हैं। जयश्री नॉर्थ अमेरिका में साउथ एशियन रेडियो स्टेशन रुकुस एवेन्यू में रेडियो जॉकी हैं।
पिटीशन फाइल करते हुए क्या लिखा?
जयश्री ने करन जौहर, यशराज फिल्म्स और सलमान खान के बहिष्कार की मांग करते हुए लिखा है– जरूर पढ़ें कि बॉलीवुड की नेपोटिज्म गैंग कैसे टैलेंट को खत्म कर रही है। हम इस पिटीशन के जरिए नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और हॉटस्टार से अपील करते हैं कि वे ऊपर बताए गए मीडिया हाउस की फिल्मों को प्रमोट करना बंद करें। हम यह दोबारा नहीं होने दे सकते। टांग खींचना बंद करें और स्ट्रगलिंग एक्टर्स की मदद करें।
फरवरी में कमाल आर खान (केआरके) ने ट्वीट किया था कि साजिद नाडियाडवाला, सलमान खान, बालाजी, करन जौहर, दिनेश विजान, भंसाली और टी-सीरीज ने सुशांत सिंह राजपूत का बहिष्कार किया था।
जीने के लिए वे सिर्फ टीवी या शॉर्ट फिल्में कर सकते थे। जिस शख्स को पूरी दुनिया ही छोड़ दे । और वो डिप्रेशन से जूझ रहा हो तो वह इंसान सुसाइड के अलावा क्या करेगा? कोई नहीं जानता कि एक गैंग इंसान का बहिष्कार भी कर सकती है।
सुशांत ने एक्टर बनने के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी थी। लेकिन 34 की उम्र में उनका यह सपना टूट गया। करन जौहर राक्षस हैं। वे इतने शातिर बदमाश हैं कि वे जिन्हें पसंद नहीं करते उन्हें बर्बाद कर देंगे। अगर आप उनके शो के गेस्ट हैं तो आपको उनके बचकाने फूहड़ जोक पर हंसना होगा। आपको उन्हें झेलना होगा, नहीं तो वे आपको छोड़ देंगे।
यह शर्मनाक है कि भारत की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री, जो दुनियाभर में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाली दूसरी सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री है, वह आधा दर्जन नेपोटिस्ट्स से भरी हुई है।
क्या बॉलीवुड में ऐसा नहीं होना चाहिए कि कोई अपने टैलेंट, स्किल, कड़ी मेहनत और डेडिकेशन से सफलता हासिल कर सके। जैसा कि दूसरे बिजनेस में होता है?नहीं, आपको किसी खास गुट या मजहब से संबंधित होना चाहिए। आपका एक खास सरनेम होना चाहिए, तभी आपको अंदर जाने दिया जाएगा। नहीं तो आप बाहरी हैं।
सुशांत को बुरी तरह ट्रोल किया गया था। उनकी रैगिंग की गई थी। उन्हें धमकाया भी गया था। वे इंटेलीजेंट, इंटेलेक्चुअल और बहुत पढ़े लिखे इंसान थे। सुशांत करन जौहर, आलिया और कपूर परिवार के बच्चों की तरह स्कूल छोड़कर नहीं आए थे।
सुशांत सिंह की इंस्टा पोस्ट पॉजिटिव एनर्जी, संस्कृत श्लोक, कोडिंग, अल्गोरिद्म और अन्य दिलचस्प चीजों से भरी हुई हैं। वे एक विचारक थे। उनके जैसे लोग संभवतः नेपोटिज्म प्रोडक्ट्स के लिए खतरा थे।
करन जौहर ने उनसे वे ट्वीट और मैसेज डिलीट करवाए। ‘कॉफी विद करन’ में उनका खूब मजाक उड़ाया और मेहमानों की लिस्ट में हमेशा आखिरी स्थान दिया। उन्होंने नेटफ्लिक्स के लिए ‘ड्राइव’ नाम की घटिया मूवी बनाई और उनके करियर खत्म कर दिया।
सुशांत को दो साल से टॉर्चर किया जा रहा था। बॉलीवुड के गॉसिप राइटर्स से अफवाह फैलवाई गई कि वे शॉर्ट टेम्पर्ड और घमंडी हैं। उनके साथ काम करना मुश्किल है। जबकि यह सच नहीं है। ‘छिछोरे’ के बाद उनके पास कोई फिल्म नहीं थी।
मुझे अब भी याद है कि वे किस तरह इंस्टाग्राम पर अपने फैन्स से ‘सोनचिड़िया’ देखने की भीख मांग रहे थे। वे कह रहे थे कि उनका कोई गॉडफादर नहीं है और अगर फैन्स ने उनकी फिल्म नहीं देखी तो उन्हें इंडस्ट्री से निकाल दिया जाएगा।
कल्पना कीजिए कि यह उनके लिए कितना मुश्किल रहा होगा। वे हैंडसम थे, उनकी मुस्कराहट करिश्माई थी। वे बहुत पढ़े-लिखे और इंटेलिजेंट इंसान थे। गजब के एक्टर थे। लेकिन, फिर भी कुछ नहीं कर सके, क्योंकि बॉलीवुड का भाई-भतीजावाद टैलेंट को खत्म कर देता है।