लद्दाख में चीन का धोखा / चीन ने थर्मल इमेजिंग ड्रोन से भारतीय जवानों की संख्या पता की, फिर अपने सैनिक बढ़ाकर हमला कर दिया; हमारे जवान 8 घंटे तक निहत्थे लड़ते रहे

लद्दाख में सोमवार रात भारत-चीन के सैनिकों की झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए भारतीय जवानों को हथियार नहीं चलाने के निर्देश थे, चीन ने सभी तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया

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नई दिल्ली. भारत-चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख में सोमवार रात हुई झड़प चीन की सोची-समझी साजिश थी। न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीन ने थर्मल इमेजिंग ड्रोन से भारतीय जवानों को ट्रेस किया था, फिर अपने सैनिक बढ़ाकर हमला कर दिया। जब झड़प हुई थी तो चीन के सैनिकों की संख्या भारतीय जवानों से 5 गुना ज्यादा थी।

कुछ भारतीय जवानों को आखिरी सांस तक टॉर्चर किया
रिपोर्ट के मुताबिक चीन के सैनिक भारतीय जवानों पर जंगलियों की तरह टूट पड़े। कुछ जवानों के मुंह पर बंदूक अड़ाकर उन्हें आखिरी सांस तक टॉर्चर करते रहे। चीन के सैनिकों ने सभी तरह के हथियार इस्तेमाल किए। दूसरी ओर भारतीय जवान हथियारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे। फिर भी वे बहादुरी से लड़ते हुए हालात संभालने की कोशिश करते रहे।

करीब 8 घंटे तक झड़प हुई
चीन के हमले में शहीद हो चुके कर्नल संतोष बाबू झड़प से पहले अपने साथियों को लेकर यह देखने गए थे कि वादे के मुताबिक चीन ने अपने सैनिक हटाए हैं या नहीं? इस बीच, चीन के सैनिकों ने भारतीय जवानों को घेरकर हमला कर दिया। दोनों के बीच सोमवार शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक यानी 8 घंटे तक झड़प होती रही।

चीन के भी 40 सैनिक मारे जाने की खबर
चीन के साथ झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए, 135 जख्मी हैं। इनमें से 4 की हालत गंभीर है। भारतीय जवानों की पार्थिव देह और घायल जवानों को लाने के लिए मंगलवार को सेना के हेलिकॉप्टर्स ने 16 बार उड़ान भरी। चार जवानों की देह बुधवार को लेह पहुंचाई गई। चीन के भी 40 सैनिक मारे जाने की खबर है, लेकिन उसने यह कबूला नहीं है।  e

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