साजिश का शक / भारत-चीन तनाव के बीच पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुख आईएसआई हेडक्वॉर्टर पहुंचे, कश्मीर और एलओसी पर इंटेलिजेंस इनपुट लिए
पाकिस्तान के आर्मी चीफ का अचानक आईएसआई हेडक्वॉर्टर जाना चौंकाने वाला है बाजवा के साथ एयरफोर्स और नेवी चीफ के अलावा तमाम आला अफसर मौजूद थे
इस्लामाबाद. भारत और चीन के बीच लद्दाख में भारी तनाव है। दूसरी तरफ, पाकिस्तान में भी कुछ अलग तरह की हलचल होने लगी है। मंगलवार को आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा तमाम आला अफसरों के साथ खुफिया एजेंसी आईएसआई के हेडक्वॉर्टर पहुंचे। उन्होंने कश्मीर और एलओसी पर रिपोर्ट ली। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बाजवा का आईएसआई हेडक्वॉर्टर जाना सामान्य नहीं, बल्कि चौंकाने वाला है। आमतौर पर आर्मी चीफ खुफिया एजेंसी के दफ्तर नहीं जाते और वो भी लाव-लश्कर के साथ। आईएसआई ही आर्मी हेडक्वॉर्टर में सेना प्रमुख को ब्रीफ करती है।
मंगलवार को ही लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों की झड़प की खबर आई। भारत के 20 सैनिक शहीद हुए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चीन को भी काफी नुकसान हुआ। उसके 43 सैनिक या तो मारे गए या घायल हुए।
बाजवा के साथ और कौन था?
रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, आईएसआई हेडक्वॉर्टर में अहम मीटिंग हुई। इसमें बाजवा के अलावा ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ नदीम रजा, नेवी चीफ एडमिरल जफर महमूद अब्बासी और एयरफोर्स चीफ मुजाहिद अनवर खान भी मौजूद थे। आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद ने सभी को रिसीव किया। इसके बाद लंबी मीटिंग हुई।
CJSC and all services chiefs coming to the ISI HQ is an unusual, unprecedented development.
— Salman Masood (@salmanmasood) June 16, 2020
आईएसआई हेडक्वॉर्टर में आर्मी चीफ : यह सामान्य नहीं
न्यूयॉर्क टाइम्स के पाकिस्तान ब्यूरो चीफ सलमान मसूद फौज के मुखिया का आईएसआई हेडक्वॉर्टर जाना सामान्य घटना नहीं मानते। वो भी तब, जबकि एयरफोर्स और नेवी चीफ उनके साथ हों। मसूद ने ट्विटर पर मीटिंग की फोटो शेयर करते हुए इस डेवलपमेंट को असामान्य और चौंकाने वाली घटना बताया। रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, मीटिंग में क्षेत्रीय सुरक्षा, एलओसी के हालात और कश्मीर पर लंबी बातचीत हुई। बाजवा ने आईएसआई के काम को सराहा।
Even during the heigh of WOT, tensions with India (2008, post Balakot) the top brass did not convene at the ISI HQ like today.
— Salman Masood (@salmanmasood) June 16, 2020
ये तो बालाकोट के बाद भी नहीं हुआ था
सलमान मसूद ने लिखा- 2008 में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव हुआ। इसके बाद बालाकोट हुआ। तब भी तीनों सेनाओं के चीफ आईएसआई मुख्यालय नहीं गए। इस तरह की मीटिंग हमेशा आर्मी हेडक्वॉर्टर में होती हैं। लेकिन, मंगलवार की मीटिंग हैरान करती है।