चंडीगढ़. पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने गुरुवार को लश्कर-ए-तैयबा/एलईटी (LET) के दो आतंकवादियों (Terrorist) आमिर हुसैन वानी (26) और वसीम हसन वानी (27) को हथियार और गोला-बारूद की खेप के साथ गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आतंकी हमले के लिए तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया था. अब पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को उनके तीसरे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है. वह कश्मीर भागने की फिराक में था.
तीसरे संदिग्ध लश्कर आतंकी की पहचान जावेद अहमद भट (29 ) के रूप में हुई है. उसे पठानकोट पुलिस द्वारा अमृतसर-जम्मू राजमार्ग पर धोबरा ब्रिज से गिरफ्तार किया गया है. वह घाटी में भागने की कोशिश कर रहा था. डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि जावेद भी उसी गांव से है जहां से आमिर और वसीम हैं. ये तीनों बचपन के दोस्त हैं. यह लोग पिछले लगभग 2-3 साल से परिवहन व्यवसाय कर रहे थे. ये लोग अक्सर दिल्ली, जालंधर और अमृतसर आते-जाते थे.
पंजाब में दो आतंकवादी गिरफ्तार, हथियार बरामद: पुलिस
पंजाब पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उसने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर कश्मीर में आतंकवादी हमले के लिए हथियार एवं गोला-बारूद की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया. पुलिस ने कहा कि दोनों आतंकवादियों के पास से दस हथगोले, एक ए.के.-47 राइफल, दो मैगजीन और 60 कारतूस बरामद किए गए. उनकी पहचान शोपियां के रहने वाले आमिर हुसैन वानी (26) और वसीम हसन वानी (27) के तौर पर हुई है.
पंजाब पुलिस के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने यहां एक बयान जारी कर कहा, ‘दोनों पंजाब से कश्मीर घाटी स्वचालित हथियार और हथगोले ले जाने में सक्रिय रूप से शामिल हैं. पठानकोट पुलिस ने अमृतसर-जम्मू राजमार्ग के नाका पर एक ट्रक को रोका जिसके बाद उन्हें पकड़ा गया.’
ट्रक की जांच में पकड़े गए थे हथियार
गुप्ता ने कहा कि ट्रक की जांच में हथियार और कारतूस पकड़े गए और आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि इशफाक अहमद डार उर्फ बशीर अहमद खान ने उन्हें पंजाब से हथियार लाने का निर्देश दिया था. डार पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस में सिपाही था. डीजीपी ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकवादियों के खुलासे के मुताबिक, डार को घाटी में आतंकवादी हमले करने के लिए इन हथियारों की आपूर्ति की जानी थी.
उन्होंने कहा कि डार 2017 में फरार हो गया था और वर्तमान में वह कश्मीर घाटी में एलईटी का सक्रिय आतंकवादी है. पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि उन्होंने गुरुवार की सुबह अज्ञात लोगों से अमृतसर के सब्जी बाजार के नजदीक मकबूलपुरा-वल्लाह रोड पर हथियार लिए. डीजीपी के मुताबिक, उन्होंने इन हथियारों को सब्जियों और फलों के लिए लाए गए ट्रक में छिपा दिया.
वानी ने पुलिस पूछताछ में किए कई खुलासे
वानी ने खुलासा किया कि ट्रक से पंजाब की अपनी पिछली यात्राओं में, उसने इश्फाक अहमद डार और रमीज राजा के इशारे पर हवाला के 20 लाख रुपये से अधिक की रकम इकट्ठा की थी, जो वर्तमान में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में जम्मू-कश्मीर में जेल में बंद है. वानी ने खुलासा किया कि अमृतसर की पिछली यात्राओं के दौरान उसने पंजाब से हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर के दो सशस्त्र आतंकवादियों को घाटी पहुंचाया था. वे दोनों अब मर चुके हैं.
वानी ने उसका नाम पुलवामा निवासी हिजबुल मुजाहिदीन के सद्दाम अहमद पद्दार और जसीम अहमद शाह बताया. डीजीपी ने बताया कि पठानकोट के सदर थाने में विभिन्न अधिनियमों के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले की आगे जांच की जा रही है.